मुंबई : शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को गुवाहाटी में डेरा डाले अपनी पार्टी के बागी विधायकों को एक बार फिर से मनाने की कोशिश की है. उन्होंने बागी विधायकों से अपील की है कि वे मुंबई लौटे और उनसे बातचीत कर समाधान निकालें. उन्होंने अपनी भावुक अपील में यह भी कहा कि पार्टी अध्यक्ष होने के नाते उन्हें अब भी उनकी परवाह है.
ठाकरे के एक सहयोगी ने मुख्यमंत्री के बयान का हवाला देते हुए कहा, 'अभी बहुत देर नहीं हुई है. मैं आपसे अपील करता हूं कि आप वापस आएं और मेरे साथ बैठें तथा शिवसैनिकों और जनता के बीच बने भ्रम (जो आपके कार्यों से पैदा हुआ) को दूर करें.' ठाकरे ने कहा, 'अगर आप वापस आते हैं और मुझसे बात करते हैं तो कोई रास्ता निकलेगा. पार्टी अध्यक्ष और परिवार के प्रमुख के रूप में मुझे अब भी आपकी परवाह है. आप लोगों को कुछ दिनों से कैद कर गुवाहाटी में रखा गया है. आप लोगों के बारे में रोज नई जानकारी मेरे सामने आती है. आप में से कई मेरे संपर्क में हैं. आप लोग दिल से अभी भी शिवसेना के साथ हैं.'
ठाकरे का बयान शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे द्वारा गुवाहाटी में डेरा डाले हुए कुछ विधायकों के नामों का खुलासा करने की पार्टी को चुनौती देने की पृष्ठभूमि में आया है, जो कथित तौर पर पार्टी नेतृत्व के संपर्क में हैं.
बता दें कि इससे पहले भी उद्धव ठाकरे ऐसे ही भावुक अंदाज में बागियों से अपील कर चुके हैं. शुरुआत में उनकी एकनाथ शिंदे से भी बात हुई थी. लेकिन तब शिंदे की तरफ से साफ कर दिया गया था कि बातचीत का समय खत्म हो चुका है और अब कुछ नहीं हो सकता. अभी के लिए राज्य में स्थिति एमवीए सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई है. आंकड़ों के लिहाज से सरकार अल्पमत में है.
पढ़ें : भावुक हुए उद्धव, बोले- 'नहीं सोचा था ऐसा, अपने ही नहीं दे रहे साथ, पर कांग्रेस-एनसीपी साथ'
अपने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हमें कांग्रेस औ एनसीपी सपोर्ट कर रहीं हैं. सोनिया गांधी भी हमारा साथ दे रहीं हैं. लेकिन हमारे अपने ही हमारा साथ नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग कहीं नहीं जीत सकते थे, उन्हें हमने टिकट देकर जितवाया. आज वे ही हमारी पीठ में छुरा भोंक रहे हैं. उद्धव ने कहा कि हमें भाजपा ने धोखा दिया. हम तो इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं. मैं सत्ता का लालची नहीं हूं.'