मुंबई: महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उठापटक के बीज कांग्रेस ने आज अपने विधायकों की एक बैठक बुलाई है. बैठक में राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद पर दावा पेश करने के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है. बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिव एचके पाटिल भी शामिल होंगे. दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार के शुक्रवार को इस्तीफा देने के बाद विपक्ष के नेता (एलओपी) का पद खाली हो गया. उन्होंने रविवार को उपमुख्यमंत्री के रूप में जबकि आठ अन्य एनसीपी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली.
हालांकि, शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने विधायक जितेंद्र अव्हाण को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है. उधर, शरद पवार ने सोमवार को कहा कि महा विकास अघाड़ी की घटक कांग्रेस का नेता प्रतिपक्ष के पद पर दावा करना उचित है. कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस ने मंगलवार को अपने विधायकों की एक बैठक बुलाई है, जहां विपक्ष के नेता के पद पर दावा पेश करने पर विचार-विमर्श होने की संभावना है. थोराट ने दावा किया कि राकांपा केवल विधानसभा में अपने समूह के नेता की नियुक्ति कर सकती है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि विधायक दल में विभाजन के बाद शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के साथ कितने विधायक हैं, यह पता लगाने के बाद नए एलओपी की नियुक्ति में कोई समस्या नहीं होगी. 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस के 45 विधायक हैं, जबकि एनसीपी के 53 विधायक हैं. कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने रविवार के राजनीतिक घटनाक्रम को राज्य की राजनीतिक संस्कृति पर काला धब्बा बताया है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ रविवार को अजित पवार और अन्य विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद राजभवन में खुशियां मनाई जा रही थीं और दूसरी तरफ, बुलढाणा बस दुर्घटना के पीड़ितों के जले हुए शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा था. पुलिस के अनुसार शनिवार को बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक निजी बस सड़क के डिवाइडर से टकरा गई, बाईं ओर गिर गई और आग की लपटों में घिर गई, जिससे 25 लोगों की जलकर मौत हो गई.
(पीटीआई)