नागपुर : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय में दो बार फोन कर धमकी देने के मामले में नागपुर पुलिस ने कर्नाटक की बेलगावी जेल से हत्या के एक दोषी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. नागपुर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोषी की पहचान जयेश पुजारी उर्फ जयेश कांत के रूप में हुई है. आरोपी को हिंडालगा जेल से हिरासत में लिया गया और सुबह हवाई जहाज से नागपुर लाया गया. पुलिस ने बताया कि पुजारी के खिलाफ शहर के धंतोली थाने में दो मामले दर्ज हैं. अधिकारी ने बताया, "केंद्रीय मंत्री को धमकी भरे फोन करने का मकसद जानने के लिए उससे पूछताछ की जाएगी." उन्होंने बताया कि पुजारी को दोपहर में एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा.
अधिकारी ने बताया कि खुद को जयेश पुजारी बताने वाले एक शख्स ने 14 जनवरी को नागपुर शहर में गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में फोन करके 100 करोड़ रुपये की मांग की थी. उसने दावा किया था कि वह दाऊद इब्राहिम गिरोह का सदस्य है. पुलिस ने बताया कि ताजा मामला 21 मार्च का है जब उसी व्यक्ति (पुजारी) ने दस करोड़ रुपये नहीं देने पर गडकरी को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी. अधिकारी ने बताया कि धमकी भरे फोन के बाद, गडकरी के घर और कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई. उन्होंने बताया कि पुजारी को हत्या के एक मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी. हालांकि उसने धमकी भरे फोन मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है.
इससे पहले नागपुर पुलिस ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय में फोन कर उन्हें धमकी देने की घटना के सिलसिले में कर्नाटक के बेलगावी की जेल से दो मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद किए थे. बता दें कि गडकरी के नागपुर स्थित जनसंपर्क कार्यालय में 21 मार्च को एक व्यक्ति ने तीन बार फोन कॉल की थीं. फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद का नाम जयेश पुजारी उर्फ जयेश कांता बताया था, उसने 10 करोड़ रुपये की मांग की थी और पैसे नहीं देने पर केंद्रीय मंत्री को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी.
उस वक्त नागपुर पुलिस प्रमुख अमितेश कुमार ने कहा कि इस मामले की जांच के दौरान स्थानीय पुलिस ने बेलगावी पुलिस के अधिकारियों की मदद से कर्नाटक शहर में हिंडाल्गा केंद्रीय कारागार के परिसर की तलाशी ली, जहां जयेश पुजारी नाम का एक व्यक्ति आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. पुलिस प्रमुख के मुताबिक, तलाशी के दौरान जेल परिसर से दो मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद किए गए. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे जयेश पुजारी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ करने के लिए उसके रिमांड की मांग करेंगे, क्योंकि उसके नाम का इस्तेमाल जनवरी में मंत्री के कार्यालय में इसी तरह की कॉल करने के लिए किया गया था और 100 करोड़ रुपये की मांग की गई थी.
(पीटीआई-भाषा)