मुंबई : महाराष्ट्र के अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने पूर्व में मुंबई अपराध शाखा में पदस्थ रहे चुके दो पुलिस अधिकारियों को सोमवार को गिरफ्तार किया. इन दोनों पुलिस अधिकारियों और मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ मरीन ड्राइव थाने में जबरन वसूली का मामला दर्ज है.
एक अधिकारी ने बताया कि इन दो अधिकारियों में से एक पुलिस अधीक्षक नंदकुमार गोपाले खंडाला पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में पदस्थ हैं और पुलिस निरीक्षक आशा कोरके नैगांव में पदस्थ हैं.
रियल एस्टेट कारोबारी श्यामसुंदर अग्रवाल ने 22 जुलाई को इनके खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज करवाया था. यह गिरफ्तारी इसी सिलसिले में की गई है. प्राथमिकी में परमबीर सिंह समेत सात लोगों के नाम हैं.
इस मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ जांच चल रही है. गोरेगांव में दर्ज रंगदारी के मामले में एक स्थानीय अदालत ने बीते 30 अक्टूबर को परमबीर सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था. इससे पहले ठाणे की एक अदालत ने उनके खिलाफ दर्ज जबरन वसूली के एक और मामले में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था.
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दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास एक एसयूवी मिली थी जिसमें विस्फोटक थे. इस मामले में सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद सिंह को मार्च 2021 में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया था. सिंह ने बाद में महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.
इसके बाद देशमुख को गृह मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. मनी लॉन्ड्रिग की जांच का सामना कर रहे देशमुख फिलहाल ईडी की कस्टडी में हैं.