लखनऊ : लखनऊ के डालीबाग स्थित एक गली में करीब 12 बिल्डिंग मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी के अवैध निर्माण का हिस्सा हैं. इसी गली के नुक्कड़ पर अफजाल अंसारी की पत्नी के नाम एक बड़ी बिल्डिंग है. यह कभी भी ध्वस्त की जा सकती है. इससे पहले इसी गली में मुख्तार की मां के नाम के 2 अवैध निर्माण ध्वस्त किए जा चुके हैं. यहां की जमीन को गाजीपुर प्रशासन ने कुर्क कर लिया है. जबकि बाकी बिल्डिंगों को भी अवैध बताते हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण नोटिस जारी कर चुका है. इनकी ध्वस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई होनी है. इसके अलावा लखनऊ शहर में जहां-जहां भी मुख्तार और अफजाल से जुड़े अवैध निर्माण हैं, उन पर भी कार्रवाई होगी. मुख्तार और अफजाल अंसारी के साथ ही अतीक अहमद से जुड़े सभी बड़े अवैध निर्माणों की सूची चुनाव के बाद एलडीए जारी करेगा. इन्हें भी ध्वस्त किया जाएगा.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि डालीबाग में जिस भूमि पर अवैध निर्माण है, वह निष्क्रांत संपत्ति के तहत आते हैं. निष्क्रांत संपत्ति ऐसी जमीन है जो बंटवारे के समय पाकिस्तान गए लोगों के नाम पर हैं. इन लोगों की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया. बाद में इन जमीनों पर मुख्तार का कब्जा हो गया. इससे डालीबाग की यह भूमि अवैध निर्माण की जद में आती चली गई. अभी केवल एक ही अवैध निर्माण को ढहाया गया है. बाकी सारे अवैध निर्माण निशाने पर हैं.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का कहना है कि माफिया के अवैध निर्माण के खिलाफ हम कार्रवाई कर रहे हैं. इन्हें सूचीबद्ध किया जा रहा है. डाली बाग भी इसमें शामिल है. इसके अलावा अतीक अहमद के संबंध में जो सूची वायरल की गई है, उसकी भी जांच भी की जा रही है. चुनाव बाद सभी पर कार्रवाई की जाएगी. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि माफिया का साम्राज्य मिट्टी में मिलाया जा रहा है. विधि के दायरे में रहते हुए सारी कार्रवाई की जा रही है. इन्होंने जो भी गलत किया है, वह सब खत्म होगा. वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक विजय उपाध्याय ने बताया कि माफिया अवैध निर्माण और अवैध कब्जे के जरिए अपना आर्थिक साम्राज्य बनाता है, योगी सरकार इसी अर्थतंत्र पर वार कर रही है. इसमें अवैध निर्माण, अतिक्रमण और अवैध कब्जे शामिल हैं. इसी को मिट्टी में मिला कर सरकार माफिया और उसके तंत्र को कमजोर कर रही है.
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