चेन्नई : कार्थिगई उत्सव पर मदुरै के तिरुप्परनकुंद्रम में श्री सुब्रमण्यमस्वामी मंदिर के पास पहाड़ी के ऊपर 'महादीपम' जलाया गया.
बता दें कि मद्रास उच्च न्यायालय (Madras High Court) ने मुख्य सचिव, आयुक्त, हिंदू रिलीजियस ऐंड चैरिटेबल एंडोवमेंट बोर्ड और जिलाधिकारी सहित प्रतिवादियों को तिरूवन्नमलई से 5,000 श्रद्धालुओं को तथा अन्य जिलों व राज्यों के 15,000 श्रद्धालुओं को अनुमति देने का निर्देश दिया.
तिरूवन्नमलई के अरूलमिगु अरूणाचलेश्वरर मंदिर में शुक्रवार को कार्तिगई दीपम पर्व मनाया जा रहा है. यह दिवाली का दक्षिण भारतीय संस्करण है, जो कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. वहीं, गिरिवलम, पहाड़ी परिक्रमा है.
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एम दुरईस्वामी और जस्टिस जे सत्य नारायण प्रसाद ने डी सेंथिलकुमार की जनहित याचिका का निस्तारण करते हुए मुख्य सचिव, आयुक्त, हिंदू रिलीजियस ऐंड चैरिटेबल एंडोवमेंट बोर्ड और जिलाधिकारी सहित प्रतिवादियों को तिरूवन्नमलई से 5,000 श्रद्धालुओं को तथा अन्य जिलों व राज्यों के 15,000 श्रद्धालुओं को अनुमति देने का निर्देश दिया.
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अधिवक्ता वी दुरईपंडी के मार्फत दायर याचिका के जरिए कम से कम 20,000 श्रद्धालुओं को अनुमति देने का अनुरोध किया गया था. जबकि सरकार ने कोविड-19 का हवाला देते हुए इस उद्देश्य के लिए 13,000 प्रवेश पास जारी करने का निर्णय लिया था.
पीठ ने कहा कि 20,000 श्रद्धालुओं को 19 नवंबर और 20 नवंबर को, प्रतिदिन गिरिवलम की अनुमति दी जानी चाहिए.
(पीटीआई-भाषा)