नई दिल्ली: पांच राज्यों के चुनाव में इस बार बीजेपी ने ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया है, क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की साख दांव पर है. ये राज्य सबसे ज्यादा लोकसभा चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं, ये बात पार्टी को भली भांति पता है.
शायद इसी वजह से बीजेपी ने अभी से ही लोकसभा चुनाव की तैयारी अंदरखाने विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा स्पीड में शुरू कर चुकी है. बीजेपी, पार्टी मुख्यालय में अपने सभी मोर्चा की बैठक राष्ट्रीय स्तर पर तो हर दूसरे दिन कर ही रही है, साथ ही अलग-अलग राज्यों में भी केंद्रीय नेताओं को भेजा जा रहा है. ये केंद्रीय नेता कार्यकर्ताओं के जोश, असंतोष और उनसे जुड़ी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं.
अगर कोई नेता या कार्यकर्ता नाराज चले रहे हैं तो उन्हें मनाने का काम जोर-शोर से चल रहा. साथ ही पार्टी इन राज्यों के चुनाव प्रचार के दौरान इस बात की फेहरिस्त जरूर तैयार कर रही है, जिसके अंतर्गत कौन-कौन से मुद्दे लोकसभा चुनाव सबसे ज्यादा हिट हो सकते और किन मुद्दों पर बीजेपी बैकफुट पर आ सकती है. अगले तीन चार महीनों तक उसपर केंद्रीय स्तर पर जोर-शोर से काम किया जाएगा ताकि लोकसभा चुनाव से पहले इन असंतोष को खत्म किया जा सके.
सूत्रों की माने तो बीजेपी ने पांच महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने लोकसभा चुनावी घोषणा पत्र पर अभी से ही काम करना शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने सभी मंत्रियों से उनके काम काज का ब्योरा मांगा है. सरकार की तरफ से मंत्रियों को अपने-अपने मंत्रालय की उन योजनाओं और उपलब्धियों की पूरी जानकारी भेजने को कहा गया है, जो जनता से जुड़ी हुई हैं. साथ ही इस बार इन योजनाओं के लाभार्थियों की लिस्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए गए हैं, क्योंकि पार्टी लाभार्थियों को एक नए वोटबैंक के तौर पर देख रही है.
इन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में आई जानकारी के आधार पर ही लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र तैयार किए जाएंगे. इसकी जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को दी गई है. स्मृति ईरानी सभी मंत्रियों की ओर से मिले डिटेल को केंद्र सरकार को सौंपेगीं जिसके आधार पर साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए नई योजनाओं की घोषणा भी की जाएगी और घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा. हालांकि इन योजनाओं पर कुछ भी बोलने से पार्टी के नेता तैयार नहीं, क्योंकी ये काम पार्टी पूरी गोपनीयता के साथ करना चाहती है.