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parliament day five : धन्यवाद प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा, अधीर रंजन का तीखा हमला

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कई तीखे सवाल किए. उन्होंने कहा कि लोगों को धर्म के चश्मे से मत देखिए. उन्होंने कहा कि बदलते हालात के कारण हिंदुस्तान खतरे में है. उन्होंने चीन के साथ एलएसी विवाद को लेकर भी कई गंभीर सवाल खड़े किए.

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Published : Feb 4, 2022, 6:27 PM IST

Updated : Feb 4, 2022, 9:21 PM IST

नई दिल्ली : संसद में बजट सत्र के पांचवें दिन (parliament budget session day five) राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा दोबारा शुरू की गई. लोक सभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि लोगों को धर्म के चश्मे से नहीं देखिए. बढ़ रही कट्टरता के कारण हिंदुस्तान खतरे में है. उन्होंने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की गतिविधियों का जिक्र कर कहा कि एलएसी के पास कई संवेदनशील प्वाइंट्स ऐसे हैं, जहां चीन धौंस दिखा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर लोक सभा में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए.

अधीर रंजन चौधरी ने तापिर गाओ के ट्वीट का जिक्र कर कहा कि तापिर गाओ ने अरुणाचल में चीनी सेना की गतिविधि की जानकारी दी है. केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू खुद अरुणाचल से संबंध रखते हैं. चौधरी ने कहा कि पीएम मोदी को सदन में इस बात की जानकारी देनी चाहिए.

धन्यवाद प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा, अधीर रंजन का तीखा हमला

केंद्रीय मंत्री ने टोका- मामला संवेदनशील
चौधरी के बोलने के दौरान बीच में टोकते हुए किरेन रिजिजू ने कहा कि अरुणाचल में एलएसी का डिमार्केशन न होने के कारण कुछ मौकों पर सीमा का उल्लंघन हुआ है. उन्होंने कहा कि सेना और रक्षा मंत्रालय इस संबंध में बयान दे चुके हैं. ऐसे में इस संवेदनशील मामले पर राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए.

अधीर रंजन चौधरी ने बेरोजगारी, महंगाई, चीन के साथ सीमा पर तनाव और कई अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधने के साथ कटाक्ष करते हुए कहा कि देश के लोग अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 'बीते बुरे दिन ही लौटाने' को कह रहे हैं. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए चौधरी ने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी सदन में नहीं आते हैं और विपक्ष के प्रश्नों का बहुत कम जवाब देते हैं. चौधरी के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सदन में मौजूद थे.

कांग्रेस नेता ने कहा, 'मुझे सरकार की नीतियों को लेकर असमंजस नजर आता है....हमें महापुरुषों से जुड़े समारोह आयोजित करने के साथ ही उनके विचारों पर चलने की भी जरूरत है.' उन्होंने कहा, 'हमें मुसलमानों की तुलना औरंगजेब और हिंदुओं की तुलना जयचंद से नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना उचित नहीं है. हमें देश के इतिहास से सीखना चाहिए. सद्भाव और भाईचारे के विचारों को आगे बढ़ाना चाहिए.'

उन्होंने सत्तापक्ष से सवाल किया, 'आप नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन मनाते हैं. क्या आप उनके साथियों आबिद हसन और शाहनवाज खान को भी याद करते हैं? क्या आप नेताजी के विचारों पर अमल करते हैं?' चौधरी ने दिल्ली के इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति की लौ का राष्ट्रीय समर स्मारक की लौ के साथ विलय किए जाने का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम मिटाना चाहती है.

उन्होंने कहा, 'आप चाहते हैं कि इंदिरा गांधी जी का नामोनिशान नहीं रहे...सरकार को समझ लेना चाहिए कि आप कागज और पत्थर पर लिखे नाम को मिटा सकते हैं, लेकिन दिल पर लिखे नाम को नहीं मिटा सकते. इंदिरा गांधी जी का नाम देश के लोगों के दिल में है. उनकी और उनके परिवार की कुर्बानी को कभी नहीं भूला जा सकता.' चौधरी ने कहा, 'पाकिस्तान को सबसे ज्यादा कमजोर इंदिरा गांधी जी ने किया था. उन्होंने पाकिस्तान को घुटने टेकने को मजबूर किया था. लेकिन आप उनका नाम मिटाना चाहते हैं.'

उन्होंने दावा किया कि आजाद हिंद फौज जब पूर्वोत्तर को आजाद कराने के लिए बढ़ रही थी तो विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों को समर्थन किया था. कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम आप लोगों पर आरोप नहीं लगा रहे हैं. हम सिर्फ यह चाहते हैं कि इतिहास को सामने रखकर आप इससे कुछ सीखें. सिर्फ जश्न मनाने से कुछ नहीं होगा.' उन्होंने सत्तापक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'आप देश को '80 प्रतिशत और 20 प्रतिशत' में बांटना चाहते हैं। लेकिन यह समझना चाहिए कि यह वतन सबका है.'

धन्यवाद प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा, अधीर रंजन का तीखा हमला

यह भी पढ़ें - सदन की मर्यादा भंग होने पर स्पीकर नाराज, सभी दलों ने दिया उनका साथ

उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते और विपक्ष की बात का जवाब नहीं देते. चौधरी ने कहा, 'आप संसद में नहीं आते हैं...वाजपेयी जी 77 गुना ज्यादा बोले. मनमोहन सिंह 48 गुना ज्यादा बोले. मनमोहन सिंह को 'मौन' कहा जाता था. असल में मौन कौन है?' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि चीन ने अब तक हमारी कितनी जमीन को हड़प लिया है? चौधरी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, 'गलवान की घटना के बाद आप कहते हैं कि कोई नहीं घुसा. इसका सबसे ज्यादा फायदा चीन को हुआ. चीन को यह कहने का मौका मिल गया कि भारत के प्रधानमंत्री ने खुद कह दिया है कि चीन के सैनिक नहीं घुसे, बल्कि भारत के सैनिक उसकी सीमा में घुसे.'

उन्होंने कहा, 'भाजपा के सांसद तापिर गाओ ने कहा है कि चीन अतिक्रमण कर रहा है.' इस पर कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चौधरी सदन में कांग्रेस के नेता हैं और उन्हें सोच-समझकर बात करनी चाहिए. कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा, 'चीन और पाकिस्तान मिलकर भारत को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे हमें निपटना होगा. हमें पहले अंदर की चीजों को सही करना होगा....हरिद्वार में धर्म संसद की घटना के बाद प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को कई पूर्व सैन्य अधिकारियों ने पत्र लिखा था...सरकार ने इस मामले में क्या किया है.'

चौधरी ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा, 'आज देश में 5.3 करोड़ नौजवान बेरोजगार हो गए हैं. पहले कहा गया था कि दो करोड़ नौकरियां देंगे और अब कह रहे हैं कि 60 लाख नौकरियां दी जाएंगी. अब नौजवान कह रहे हैं कि मोदी जी मुझे लौटा दो बीते बुरे दिन.' उन्होंने महंगाई का उल्लेख करते हुए कहा कि अब जनता भी कह रही है कि 'मोदी जी मुझे लौटा दो बीते बुरे दिन.' कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'आप 15 करोड़ रुपये की कार खरीदते हैं और 4,500 करोड़ रुपये का विमान खरीदते हैं. आपको नौजवानों का दर्द कैसे पता चलेगा?'

उन्होंने आरोप लगाया, 'आप पेगासस का हमारे खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं. आप जनता के पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं. आप ऐसा क्यों कर रहे हैं?' उन्होंने कहा, 'आप घरेलू राजनीति के चक्कर में देश की सुरक्षा को खतरे में मत डालिए.' चौधरी ने कहा कि सरकार को कोरोना महामारी से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा प्रदान करना चाहिए. इससे पहले लोक सभा में एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने यूपी के मेरठ में उनकी गाड़ी पर हुई फायरिंग का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि वे Z कैटेगरी की सुरक्षा नहीं चाहते. बता दें कि गुरुवार को ओवैसी की गाड़ी पर तीन-चार राउंड फायरिंग का दावा किया था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

यह भी पढ़ें- ओवैसी ने सदन में उठाया मेरठ फायरिंग का मुद्दा, कहा- नहीं चाहिए Z कैटेगरी की सुरक्षा

ओवैसी के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले का संज्ञान लिया है. गोयल ने कहा कि शाह अभी दिल्ली में नहीं हैं, वे सोमवार को सदन में इस मामले पर पूरी जानकारी देंगे. गोयल ने कहा कि यूपी सरकार और प्रशासन ने इस मामले में तत्परता से कार्रवाई की है.

राज्य सभा में भी हुई चर्चा, सरकार से तीखे सवाल
इससे पहले राज्य सभा में भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की गई. ओडिशा से निर्वाचित बीजद सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार अपने फैसलों में ओडिशा के साथ भेदभाव (discrimination with odisha in railways) कर रही है. उन्होंने कहा कि रेलवे से जुड़ी परियोजना में उन्हें कहा गया कि ओडिशा में समुद्री किनारों के कारण परियोजना लागू करना संभव नहीं है, लेकिन आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में परियोजना को स्वीकृति दी गई. यह साफ बताता है कि ओडिशा के साथ भेदभाव किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें- राज्य सभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बीजद सांसद ने कहा- सरकार की कथनी-करनी में फर्क

महिलाओं के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसलों की अनदेखी !
महिलाओं को बंधन मुक्त (women emancipation) करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भाजपा का दोहरा मानदंड साफ नजर आता है, जब सबरीमाला प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी महिलाओं को उनका अधिकार नहीं दिया गया. आचार्य ने कहा कि अभिभाषण में महिला सशक्तिकरण को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताया गया है लेकिन यह तथ्यों के विपरीत है. उन्होंने कहा कि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे बहुत नारे हैं किंतु सबरीमला मामले में क्या हुआ? उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा, 'एक ओर हम महिलाओं को अधिकार संपन्न बनाने की बात करते हैं फिर हम कैसे महिलाओं को मंदिर में जाने से रोकने का समर्थन कर सकते हैं ?

नई दिल्ली : संसद में बजट सत्र के पांचवें दिन (parliament budget session day five) राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा दोबारा शुरू की गई. लोक सभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि लोगों को धर्म के चश्मे से नहीं देखिए. बढ़ रही कट्टरता के कारण हिंदुस्तान खतरे में है. उन्होंने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की गतिविधियों का जिक्र कर कहा कि एलएसी के पास कई संवेदनशील प्वाइंट्स ऐसे हैं, जहां चीन धौंस दिखा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर लोक सभा में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए.

अधीर रंजन चौधरी ने तापिर गाओ के ट्वीट का जिक्र कर कहा कि तापिर गाओ ने अरुणाचल में चीनी सेना की गतिविधि की जानकारी दी है. केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू खुद अरुणाचल से संबंध रखते हैं. चौधरी ने कहा कि पीएम मोदी को सदन में इस बात की जानकारी देनी चाहिए.

धन्यवाद प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा, अधीर रंजन का तीखा हमला

केंद्रीय मंत्री ने टोका- मामला संवेदनशील
चौधरी के बोलने के दौरान बीच में टोकते हुए किरेन रिजिजू ने कहा कि अरुणाचल में एलएसी का डिमार्केशन न होने के कारण कुछ मौकों पर सीमा का उल्लंघन हुआ है. उन्होंने कहा कि सेना और रक्षा मंत्रालय इस संबंध में बयान दे चुके हैं. ऐसे में इस संवेदनशील मामले पर राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए.

अधीर रंजन चौधरी ने बेरोजगारी, महंगाई, चीन के साथ सीमा पर तनाव और कई अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधने के साथ कटाक्ष करते हुए कहा कि देश के लोग अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 'बीते बुरे दिन ही लौटाने' को कह रहे हैं. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए चौधरी ने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी सदन में नहीं आते हैं और विपक्ष के प्रश्नों का बहुत कम जवाब देते हैं. चौधरी के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सदन में मौजूद थे.

कांग्रेस नेता ने कहा, 'मुझे सरकार की नीतियों को लेकर असमंजस नजर आता है....हमें महापुरुषों से जुड़े समारोह आयोजित करने के साथ ही उनके विचारों पर चलने की भी जरूरत है.' उन्होंने कहा, 'हमें मुसलमानों की तुलना औरंगजेब और हिंदुओं की तुलना जयचंद से नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना उचित नहीं है. हमें देश के इतिहास से सीखना चाहिए. सद्भाव और भाईचारे के विचारों को आगे बढ़ाना चाहिए.'

उन्होंने सत्तापक्ष से सवाल किया, 'आप नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन मनाते हैं. क्या आप उनके साथियों आबिद हसन और शाहनवाज खान को भी याद करते हैं? क्या आप नेताजी के विचारों पर अमल करते हैं?' चौधरी ने दिल्ली के इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति की लौ का राष्ट्रीय समर स्मारक की लौ के साथ विलय किए जाने का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम मिटाना चाहती है.

उन्होंने कहा, 'आप चाहते हैं कि इंदिरा गांधी जी का नामोनिशान नहीं रहे...सरकार को समझ लेना चाहिए कि आप कागज और पत्थर पर लिखे नाम को मिटा सकते हैं, लेकिन दिल पर लिखे नाम को नहीं मिटा सकते. इंदिरा गांधी जी का नाम देश के लोगों के दिल में है. उनकी और उनके परिवार की कुर्बानी को कभी नहीं भूला जा सकता.' चौधरी ने कहा, 'पाकिस्तान को सबसे ज्यादा कमजोर इंदिरा गांधी जी ने किया था. उन्होंने पाकिस्तान को घुटने टेकने को मजबूर किया था. लेकिन आप उनका नाम मिटाना चाहते हैं.'

उन्होंने दावा किया कि आजाद हिंद फौज जब पूर्वोत्तर को आजाद कराने के लिए बढ़ रही थी तो विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों को समर्थन किया था. कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम आप लोगों पर आरोप नहीं लगा रहे हैं. हम सिर्फ यह चाहते हैं कि इतिहास को सामने रखकर आप इससे कुछ सीखें. सिर्फ जश्न मनाने से कुछ नहीं होगा.' उन्होंने सत्तापक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'आप देश को '80 प्रतिशत और 20 प्रतिशत' में बांटना चाहते हैं। लेकिन यह समझना चाहिए कि यह वतन सबका है.'

धन्यवाद प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा, अधीर रंजन का तीखा हमला

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उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते और विपक्ष की बात का जवाब नहीं देते. चौधरी ने कहा, 'आप संसद में नहीं आते हैं...वाजपेयी जी 77 गुना ज्यादा बोले. मनमोहन सिंह 48 गुना ज्यादा बोले. मनमोहन सिंह को 'मौन' कहा जाता था. असल में मौन कौन है?' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि चीन ने अब तक हमारी कितनी जमीन को हड़प लिया है? चौधरी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, 'गलवान की घटना के बाद आप कहते हैं कि कोई नहीं घुसा. इसका सबसे ज्यादा फायदा चीन को हुआ. चीन को यह कहने का मौका मिल गया कि भारत के प्रधानमंत्री ने खुद कह दिया है कि चीन के सैनिक नहीं घुसे, बल्कि भारत के सैनिक उसकी सीमा में घुसे.'

उन्होंने कहा, 'भाजपा के सांसद तापिर गाओ ने कहा है कि चीन अतिक्रमण कर रहा है.' इस पर कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चौधरी सदन में कांग्रेस के नेता हैं और उन्हें सोच-समझकर बात करनी चाहिए. कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा, 'चीन और पाकिस्तान मिलकर भारत को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे हमें निपटना होगा. हमें पहले अंदर की चीजों को सही करना होगा....हरिद्वार में धर्म संसद की घटना के बाद प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को कई पूर्व सैन्य अधिकारियों ने पत्र लिखा था...सरकार ने इस मामले में क्या किया है.'

चौधरी ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा, 'आज देश में 5.3 करोड़ नौजवान बेरोजगार हो गए हैं. पहले कहा गया था कि दो करोड़ नौकरियां देंगे और अब कह रहे हैं कि 60 लाख नौकरियां दी जाएंगी. अब नौजवान कह रहे हैं कि मोदी जी मुझे लौटा दो बीते बुरे दिन.' उन्होंने महंगाई का उल्लेख करते हुए कहा कि अब जनता भी कह रही है कि 'मोदी जी मुझे लौटा दो बीते बुरे दिन.' कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'आप 15 करोड़ रुपये की कार खरीदते हैं और 4,500 करोड़ रुपये का विमान खरीदते हैं. आपको नौजवानों का दर्द कैसे पता चलेगा?'

उन्होंने आरोप लगाया, 'आप पेगासस का हमारे खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं. आप जनता के पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं. आप ऐसा क्यों कर रहे हैं?' उन्होंने कहा, 'आप घरेलू राजनीति के चक्कर में देश की सुरक्षा को खतरे में मत डालिए.' चौधरी ने कहा कि सरकार को कोरोना महामारी से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा प्रदान करना चाहिए. इससे पहले लोक सभा में एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने यूपी के मेरठ में उनकी गाड़ी पर हुई फायरिंग का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि वे Z कैटेगरी की सुरक्षा नहीं चाहते. बता दें कि गुरुवार को ओवैसी की गाड़ी पर तीन-चार राउंड फायरिंग का दावा किया था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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ओवैसी के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले का संज्ञान लिया है. गोयल ने कहा कि शाह अभी दिल्ली में नहीं हैं, वे सोमवार को सदन में इस मामले पर पूरी जानकारी देंगे. गोयल ने कहा कि यूपी सरकार और प्रशासन ने इस मामले में तत्परता से कार्रवाई की है.

राज्य सभा में भी हुई चर्चा, सरकार से तीखे सवाल
इससे पहले राज्य सभा में भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की गई. ओडिशा से निर्वाचित बीजद सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार अपने फैसलों में ओडिशा के साथ भेदभाव (discrimination with odisha in railways) कर रही है. उन्होंने कहा कि रेलवे से जुड़ी परियोजना में उन्हें कहा गया कि ओडिशा में समुद्री किनारों के कारण परियोजना लागू करना संभव नहीं है, लेकिन आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में परियोजना को स्वीकृति दी गई. यह साफ बताता है कि ओडिशा के साथ भेदभाव किया जा रहा है.

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महिलाओं के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसलों की अनदेखी !
महिलाओं को बंधन मुक्त (women emancipation) करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भाजपा का दोहरा मानदंड साफ नजर आता है, जब सबरीमाला प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी महिलाओं को उनका अधिकार नहीं दिया गया. आचार्य ने कहा कि अभिभाषण में महिला सशक्तिकरण को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताया गया है लेकिन यह तथ्यों के विपरीत है. उन्होंने कहा कि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे बहुत नारे हैं किंतु सबरीमला मामले में क्या हुआ? उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा, 'एक ओर हम महिलाओं को अधिकार संपन्न बनाने की बात करते हैं फिर हम कैसे महिलाओं को मंदिर में जाने से रोकने का समर्थन कर सकते हैं ?

Last Updated : Feb 4, 2022, 9:21 PM IST
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