नई दिल्ली/चंडीगढ़ : लोहड़ी उत्तर भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है. खासकर पंजाब और हरियाणा में इस त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. चंडीगढ़ में ओंकार और लास्ट बेंचर एनजीओ की ओर से एक खास लोहड़ी मनाई गई, जो लड़कियों को समर्पित की गई. लोहड़ी के जश्न में कई छोटी बच्चियां भी शामिल हुईं. इसके अलावा इस आयोजन में चंडीगढ़ की पूर्व मेयर और पार्षद आशा जसवाल भी पहुंचीं.
चंडीगढ़ की पूर्व मेयर आशा जसवाल ने कहा कि आज पूरा उत्तर भारत लोहड़ी का जश्न मना रहा है. हमने भी लोहड़ी का जश्न अबकी बार बच्चियों के साथ मनाया है, ताकि लोगों तक ये संदेश पहुंचे कि लड़कियां किसी के लिए बोझ नहीं हैं.
वहीं, कार्यक्रम में शामिल हुई लड़कियों ने कहा कि लोहड़ी का त्योहार खासतौर पर उनके नाम से मनाया जा रहा है. जिस पर वो खुश हैं, क्योंकि अभी तक लोहड़ी का त्योहार सिर्फ लड़कों के लिए ही मनाया जाता था, लेकिन अब ये हमारे लिए मनाया जा रहा है. हमें काफी अच्छा लग रहा है.
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फसल की बुआई और कटाई की खुशी
पंजाब और हरियाणा प्रांत देश के उन राज्यों में से एक है, जहां के किसान काफी समृद्ध और मेहनती माने जाते हैं. खेती ही उनका मुख्य व्यवसाय होता है. लोहड़ी के अवसर पर यहां फसल की कटाई शुरू हो जाती है. नई फसल के आगमन की खुशी में अलाव जलाकर और रेवड़ी, मूंगफली बांटकर ये त्योहार मनाया जाता है.