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इमोशनल हुए चिराग ने पशुपति पारस से पूछा, दिल पर हाथ रखकर बताइए चाचाजी...पापा खुश होंगे क्या?

लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस से भावनात्मक अपील की, निजी चैनल से बातचीत के दौरान चिराग ने कहा आप के फैसले से मां को हुई तकलीफ.

चिराग पासवान
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Published : Jun 25, 2021, 8:31 PM IST

पटना : लोक जनशक्ति पार्टी के नेता (Lok Janshakti Party) चिराग पासवान ने (Chirag Paswan) अपने चाचा पशुपति पारस (Pashupati Kumar Paras) पर भावनात्मक वार किया है. एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने पशुपति पारस से पूछा कि 'चाचा जी दिल पर हाथ रखकर बताइए. क्या आज पापा खुश होंगे'.

जिनकी गोद में खेला...बोलने तक को तैयार नहीं
चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि 'मैं जिनकी गोद में खेला और बड़ा हुआ, उन्होंने अपना हाथ खींच लिया. अब तो बात करने तक को चाचा तैयार नहीं हैं. चिराग पासवान भावनात्मक होते हुए कहा कि-में पहले बीमारी से लड़ा और फिर परिवार से लड़ना पड़ रहा है. जब अपने ही पीठ पीछे वार करे तो मैं शिकायत किस से करूं.

मां को भी पहुंची तकलीफ
चिराग पासवान (Chirag Paswan) का दर्द यहीं नहीं थमा. आगे उन्होंने कहा कि चाचा के रवैये से मां को भी तकलीफ हुई है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मंत्री बनना था तो उनको बोलना चाहिए था. बोलने पर वे खुद प्रधानमंत्री (PM Modi) को पत्र लिखकर मंत्री बनाने की अपील करते, लेकिन अब उनके साये से दूर हो गए हैं.

चिराग पासवान ने कहा कि अभी तो मुझे इनके अनुभव की जरूरत है. चिराग ने कहा अगर चाचा को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना है तो बनें, सारी जिम्मेदारी वो अपने पास रखें. लेकिन मुझे अपनी छत्रछाया से अलग ना करें.

इसे भी पढ़ेंः चिराग का चाचा पारस पर 'इमोशनल अटैक', कहा- सगा बेटा रहता तो भी यही करते

चिराग पासवान ने बोला कि में पापा की इच्छा से अलग लड़ा चुनाव
पशुपति पारस के आरोपों पर चिराग पासवान ने कहा कि मैंने पापा की इच्छा से विधानसभा चुनाव अलग लड़ा था. सभी सांसदों और नेताओं ने उस दौरान अपनी सहमति भी दी थी. बता दें लोजपा में दो गुट हो गए थे. एक तरफ चिराग पासवान कार्यकारिणी की बैठक कर नेताओं के साथ एक होने का दावा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पशुपति पारस हैं. जिनके साथ लोजपा के सभी सांसद साथ खड़े थे. दिल्ली से लेकर पटना तक दोनों गुटों में बैठकों का दौर जारी है और दोनों गुटों में सियासी बयानबजी का दौर अभी भी जारी है.

पटना : लोक जनशक्ति पार्टी के नेता (Lok Janshakti Party) चिराग पासवान ने (Chirag Paswan) अपने चाचा पशुपति पारस (Pashupati Kumar Paras) पर भावनात्मक वार किया है. एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने पशुपति पारस से पूछा कि 'चाचा जी दिल पर हाथ रखकर बताइए. क्या आज पापा खुश होंगे'.

जिनकी गोद में खेला...बोलने तक को तैयार नहीं
चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि 'मैं जिनकी गोद में खेला और बड़ा हुआ, उन्होंने अपना हाथ खींच लिया. अब तो बात करने तक को चाचा तैयार नहीं हैं. चिराग पासवान भावनात्मक होते हुए कहा कि-में पहले बीमारी से लड़ा और फिर परिवार से लड़ना पड़ रहा है. जब अपने ही पीठ पीछे वार करे तो मैं शिकायत किस से करूं.

मां को भी पहुंची तकलीफ
चिराग पासवान (Chirag Paswan) का दर्द यहीं नहीं थमा. आगे उन्होंने कहा कि चाचा के रवैये से मां को भी तकलीफ हुई है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मंत्री बनना था तो उनको बोलना चाहिए था. बोलने पर वे खुद प्रधानमंत्री (PM Modi) को पत्र लिखकर मंत्री बनाने की अपील करते, लेकिन अब उनके साये से दूर हो गए हैं.

चिराग पासवान ने कहा कि अभी तो मुझे इनके अनुभव की जरूरत है. चिराग ने कहा अगर चाचा को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना है तो बनें, सारी जिम्मेदारी वो अपने पास रखें. लेकिन मुझे अपनी छत्रछाया से अलग ना करें.

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चिराग पासवान ने बोला कि में पापा की इच्छा से अलग लड़ा चुनाव
पशुपति पारस के आरोपों पर चिराग पासवान ने कहा कि मैंने पापा की इच्छा से विधानसभा चुनाव अलग लड़ा था. सभी सांसदों और नेताओं ने उस दौरान अपनी सहमति भी दी थी. बता दें लोजपा में दो गुट हो गए थे. एक तरफ चिराग पासवान कार्यकारिणी की बैठक कर नेताओं के साथ एक होने का दावा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पशुपति पारस हैं. जिनके साथ लोजपा के सभी सांसद साथ खड़े थे. दिल्ली से लेकर पटना तक दोनों गुटों में बैठकों का दौर जारी है और दोनों गुटों में सियासी बयानबजी का दौर अभी भी जारी है.

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