अयोध्या : रामनगरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं. साल 2024 में जनवरी महीने के तीसरे सप्ताह में यह कार्यक्रम होना है. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे. सुरक्षा समेत अन्य तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन के अफसरों ने मंथन करना शुरू कर दिया है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रूट डायवर्जन और पार्किंग व्यवस्था पर खास फोकस रहेगा. जल, थल और नभ से त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम रहेंगे. कार्यक्रम में 10 लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं.
रूट डायवर्जन पर मंथन : कमिश्नर गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी राजकरण नैय्यर व श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से महासचिव चंपत राय व सदस्य अनिल मिश्र ने शुक्रवार को बैठक की. इसमें प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में सुरक्षा से लेकर अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने को लेकर रूट डायवर्जन पर मंथन किया गया. जनवरी 2024 में प्रस्तावित रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों पर चर्चा की गई.
तेजी से चल रहा मंदिर का निर्माण : प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए राम मंदिर का निर्माण तेजी के साथ कराया जा रहा है. इसी के साथ समारोह की तैयारी को लेकर कवायद भी शुरू कर दी गई है. राम जन्मभूमि के लोकार्पण के समय आने वाले यात्रियों, विशिष्ट अतिथियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने सहित अन्य इंतजामों को निश्चित समय सीमा में खत्म करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है. होटल की बुकिंग से लेकर सभी सुविधाओं पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट लगातार पीएमओ से संपर्क बनाए हुए है.
पार्किंग की व्यवस्था पर भी जोर : कार्यक्रम के दौरान जुटने वाले लगभग 10 लाख लोगों को किस जगह पर एकत्रित किया जाएगा, यह बड़ी चुनौती है. स्थान के चयन पर भी ट्रस्ट की पदाधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी मंथन कर रहे हैं. डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर लगातार ट्रस्ट के साथ बैठकें हो रहीं हैं. मुख्य मुद्दा है भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रूट डायवर्जन और पार्किंग की व्यवस्था, टेंट कहां लगाए जाएंगे. इस पर रणनीति बनाई जा रही है.
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