चेन्नई : तमिलनाडु से एक अजीब घटना सामने आई है. यहां एक महिला ने अपनी जीभ काट कर परमकुडी में मंदिर को अर्पित कर दिया. जीभ काटने के बाद महिला बेहोश हो गई. महिला को अस्पताल में भर्ती कराय गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है.
बताया जा रहा है कि तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के जीतने के बाद महिला ने अपना वादा निभाने के लिए मंदिर के देवता को अपनी जीभ अर्पित कर दिया. अंधविश्वास की शिकार, इस महिला का नाम वनिता बताया जा रहा है. 32 वर्षीय वनिता ने विधानसभा चुनाव में DMK की जीत पर ईश्वर को बलिदान के रूप में अपनी जीभ काटने का संकल्प लिया था.
डीएमके के जनादेश को जीतने के बाद, वनिता सुबह मुथलम्मन मंदिर पहुंची, अपनी जीभ काटकर मंदिर के देवता को अर्पित करने की कोशिश की. हालांकि, पूजा-स्थलों में कोरोना से संबंधित प्रतिबंधों के कारण, वनिता मंदिर में नहीं घुस पाई. उसने अपनी कटी हुई जीभ मंदिर के द्वार पर ही छोड़ दी. कुछ ही देर में उसकी हालत खराब हो गई. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया.
आपको बता दें कि एक दशक के विरोध के बाद द्रमुक ने तमिलनाडु में कट्टर प्रतिद्वंद्वी AIADMK पर एक ठोस जीत हासिल की है. सत्ताधारी दल एक मजबूत विरोधी के तौर पर उभरा है.
तमिलनाडु में एमके स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके ने स्पष्ट बहुमत के साथ जीत हासिल की है. उनके नेतृत्व में द्रमुक गठबंधन के खाते में 151 सीटें आईं हैं. वह तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर 7 मई को शपथ लेने जा रहे हैं.
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