नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर केंद्र और अन्य से मांग की गई है कि देश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच हरिद्वार से 'भीड़' हटाई जाए और कुंभ मेला से लौटने वाले लोगों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल तय किया जाए۔
याचिका में हाल में कोविड-19 के बढ़ते मामलों का जिक्र किया गया है और इसमें अनुरोध किया गया है कि केंद्र और उत्तराखंड सरकार को निर्देश दिया जाए कि कुंभ मेला के लिए लोगों को आमंत्रण वाले विज्ञापनों को तुरंत वापस लिया जाए.
याचिका में आग्रह किया गया है कि निर्वाचन आयोग से कहा जाना चाहिए कि जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, वहां के अधिकारियों को निर्देश दे कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई की जाए.
नोएडा निवासी संजय कुमार पाठक की तरफ से दायर याचिका में कहा गया है कि देश में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और कई राज्यों में स्वास्थ्य ढांचे चरमरा रहे हैं.
याचिका में कहा गया है कि महामारी के शुरू होने के बाद से भारत में कोविड-19 के मामले सबसे अधिक संख्या में बढ़ रहे हैं, लेकिन कुंभ मेला के लिए हरिद्वार में लाखों श्रद्धालुओं के इकट्ठा होने और राज्यों में चुनावी रैलियों के दौरान काफी संख्या में लोगों के उमड़ने के दृश्य दिख रहे हैं.
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याचिका में आरोप लगाया गया है, 'कोविड-19 के नियमों के उल्लंघन पर एक तरफ सड़कों पर आम आदमी को दंडित किया जाता है और पुलिस उनके साथ हिंसक व्यवहार करती है और दूसरी तरफ अधिकारी कुंभ-2021 और चुनावी रैलियों के लिए न केवल लोगों की भीड़ इकट्ठी करने की अनुमति दे रहे हैं, बल्कि इसमें सहयोग भी कर रहे हैं.'