श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कल कश्मीर को लेकर अहम बयान जारी किए. सिंह ने दावा किया कि 'अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह अनुच्छेद 370 को बहाल करने पर विचार करेगी'. सिन्हा ने कहा कि 'इन अफवाहों का कोई आधार नहीं है.'
राजनेताओं की इनपर प्रतिक्रिया मिली है.
हमारी आशंकाएं वास्तविकता बन गईं : हसनैन
संसद सदस्य और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता हसनैन मसूदी ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि यह आश्वासन इस बार सच साबित होगा. याद रखें हमने 5 अगस्त 2019 से पहले प्रधानमंत्री के साथ बैठक की थी, राज्यपाल के साथ भी बैठक की थी. हमें आश्वासन दिया गया था और फिर हम सभी जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ. हमारी आशंकाएं वास्तविकता बन गईं.'
उन्होंने आगे कहा, 'आज की घटना को देखिए. सोपोर में आज कई लोग मारे गए. हमें उम्मीद है कि इस बार जो आश्वासन दिया जा रहा है वह सच होगा और अफवाहें गलत होंगी.'
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, 'उन्होंने क्या गलत कहा? 1975 का समझौता क्या कहता है? अनुच्छेद 370 को लेकर कानून बनाने वालों ने भी गारंटी दी कि संसद को अधिनियम में संशोधन की अनुमति नहीं दी जाएगी.'
उन्होंने आगे कहा कि 'संसद को 5 अगस्त 2019 को लिए गए निर्णय को वापस लेना चाहिए. उसे आत्म-मूल्यांकन करना चाहिए और इस निर्णय के परिणामों का विश्लेषण करना चाहिए या उन्हें सर्वोच्च न्यायालय में जाना चाहिए और स्वीकार करना चाहिए कि निर्णय गलत था. हर दरवाजा खुला हुआ है.'
इस बीच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने कहा, 'हम उपराज्यपाल के बयान का स्वागत करते हैं, लेकिन केवल तभी जब वह गंभीरता और जिम्मेदारी से बोल रहे हों. मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता.'
दर्जा बहाल करने का सही समय : भट
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के एक वरिष्ठ नेता रऊफ भट ने कहा, '5 अगस्त, 2019 के बाद यहां जो कुछ भी हुआ, वह अवैध है. लोग चिंतित हैं और तब से नुकसान उठाना पड़ रहा है.'
उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने और 5 अगस्त से पहले वाली यथास्थिति बहाल करने का यह सही समय है.'
दिग्विजय ने अनुच्छेद 370 पर दिया है बयान
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. दिग्विजय सिंह का यह बयान सोशल मीडिया एप क्लबहाउस के एक कथित वीडियो लीक में सामने आया है. वीडियो में पाकिस्तानी पत्रकार शाहजेब जिलानी ने दिग्विजय से पूछा कि जब कभी भारत में सत्ता परिवर्तन होता है और मोदी सत्ता से जाते हैं, तो कश्मीर को लेकर भारत की आगे की रणनीति क्या होगी.
दिग्विजय सिंह ने इसके उत्तर में कहा कि समाज के लिए जो चीज सबसे ज्यादा खतरनाक है, वो है धार्मिक कट्टरवाद. चाहे वो हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई किसी भी धर्म से जुड़ी हुई हो. धार्मिक कट्टरवाद नफरत की तरफ ले जाता है और नफरत से हिंसा होती है.
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उन्होंने आगे कहा कि जब कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया गया, तब लोकतांत्रिक मूल्यों का ध्यान नहीं रखा गया. सभी को बंद कर दिया गया. यह अत्यंत दुखद था. इसलिए जब हम सत्ता में वापस आते हैं, तो आर्टिकल 370 को वापस लाने के मुद्दे पर फिर से विचार करेंगे.