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Adani Group Share : जानें अडाणी ग्रुप के शेयरों में रौनक लौटने की क्या रही वजह, फिच ने भी कहा- जोखिम नहीं - Adani Enterprises Shares

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का क्रम मंगलवार को पलट गया. उसके प्रमुख शेयर एक समय 25 फीसदी तक उछले. ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडाणी इंटरप्राइजेज के शेयर (Adani Enterprises Shares) में 14.63 प्रतिशत की तेजी आई. वहीं, प्रमुख रेटिंग एजेंसी फिच की टिप्पणी ने भी ग्रुप को राहत दी है. फिच ने कहा कि अडाणी समूह की कंपनियों को भारतीय बैंकों का कर्ज इतना अधिक नहीं है कि उनके ऋण पोर्टफोलियो के लिए कोई ठोस जोखिम पैदा हो. पढ़ें पूरी खबर.

Gautam Adani
जानें अडाणी ग्रुप के शेयरों में रौनक लौटने की क्या रही वजह, फिच ने भी कहा- जोखिम नहीं
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Published : Feb 7, 2023, 7:29 PM IST

Updated : Feb 8, 2023, 10:45 AM IST

नई दिल्ली : शॉर्ट-सेलर यूएस इन्वेस्टमेंट ग्रुप हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह को लेकर विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. जेपीसी जांच की मांग कर रहा है. इस सबके बीच मंगलवार का दिन अडाणी समूह के लिए अच्छा रहा. अडाणी की प्रमुख फर्म के शेयरों में मंगलवार को एक समय 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई.

घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट मंगलवार को लगातार दूसरे दिन जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 220 अंक से अधिक के नुकसान के साथ बंद हुआ. लेकिन अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज में गिरावट का रुख मंगलवार को पलट गया और इसमें 14.63 प्रतिशत की तेजी आई. कारोबार के दौरान यह ऊपरी सर्किट पर पहुंच गया था.

दरअसल ग्रुप ने बाजार में उथल पुथल को देखते हुए और अडाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में लिवरेज को कम करने की प्रतिबद्धता दिखाते हुए प्रमोटर्स ने सितंबर 2024 की मैच्योरिटी वाले गिरवी शेयरों का प्री-पेमेंट कर वापस लेने का फैसला किया है.

मीडिया में ये बात सामने आने के बाद कि अडाणी ग्रुप कुछ कंपनियों के गिरवी रखे शेयरों को छुड़ाने के लिए मैच्योरिटी से पहले ही 1.114 डॉलर यानी करीब 9185 करोड़ रुपये का प्रीपेमेंट करने का फैसला किया है.

इसके बाद कारोबार के अंत में समूह की कुल छह कंपनियों के शेयर मजबूती के साथ बंद हुए जबकि चार कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही. इस तरह हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद के 10 कारोबारी दिनों में अडाणी समूह का बाजार मूल्यांकन करीब 9.2 लाख करोड़ रुपये घट चुका है. समूह की शीर्ष कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर बीएसई पर 14.63 प्रतिशत उछलकर 1,802.50 रुपये के भाव पर पहुंच गया. वहीं अडाणी विल्मर का शेयर पांच प्रतिशत चढ़कर 399.40 रुपये पर पहुंच गया.

अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन का शेयर भी मामूली बढ़त के साथ 553.30 रुपये पर बंद हुआ. इसी तरह समूह की कंपनियों अंबुजा सीमेंट, एसीसी और एनडीटीवी के शेयर भी एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त पर रहे. दूसरी तरफ समूह की चार कंपनियां नुकसान में रहीं. अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी टोटल गैस के शेयर पांच-पांच प्रतिशत टूट गए जबकि अडाणी ट्रांसमिशन में 0.77 प्रतिशत का नुकसान रहा.

प्रीपेमेंट का असर : मैच्योरिटी वाले गिरवी शेयरों का प्री-पेमेंट कर वापस लेने के बाद अडाणी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स के कुल 16.82 करोड़ शेयर या कंपनी की कुल शेयरों का 12 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन के 2.75 करोड़ शेयर या कंपनी के कुल शेयरों का तीन प्रतिशत और अडाणी ट्रांसमिशन के 1.17 करोड़ शेयर या कंपनी के कुल शेयरों का 1.4 प्रतिशत हिस्सा प्रमोटर्स के पास वापस आ जाएगा.

फिच रेटिंग्स ने भी कहा-जोखिम नहीं : रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को कहा कि शेयर बाजार में भारी गिरावट का सामना कर रही अडाणी समूह की कंपनियों को भारतीय बैंकों का कर्ज इतना अधिक नहीं है कि उनके ऋण पोर्टफोलियो के लिए कोई ठोस जोखिम पैदा हो.

फिच रेटिंग्स ने इस संदर्भ में अपनी एक टिप्पणी में कहा, 'अडाणी समूह को भारत के बैंकों का कर्ज अपने-आप में इतना अधिक नहीं है कि बैंकों के ऋण प्रोफाइल को किसी तरह का ठोस जोखिम पैदा हो सके.'

बैंकों की रेटिंग इस उम्मीद पर आधारित होती है कि उन्हें कर्ज फंसने की स्थिति में जरूरत पड़ने पर असाधारण सरकारी समर्थन मिल जाएगा. फिच रेटिंग्स ने तीन फरवरी को भी कहा था कि अडाणी समूह की कंपनियों एवं शेयरों से संबंधित उसकी रेटिंग पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट का तत्काल कोई असर नहीं पड़ेगा.

फिच ने कहा, 'अगर अडाणी समूह के बड़े हिस्से के तनावग्रस्त होने की काल्पनिक स्थिति में भी भारतीय बैंकों का कर्ज जोखिम प्रबंधन-योग्य होगा और इन बैंकों की व्यवहार्यता रेटिंग पर भी उसका कोई प्रतिकूल परिणाम नहीं होगा.' रेटिंग एजेंसी ने कहा कि फिच रेटिंग वाले भारतीय बैंकों की कुल उधारी में अडाणी समूह की सभी कंपनियों की हिस्सेदारी 0.8-1.2 प्रतिशत है जो कि कुल इक्विटी का करीब 7 से 13 प्रतिशत है.

हालांकि फिच ने कहा कि अडाणी समूह से संबंधित कुछ ऐसे गैर-पोषित कर्ज हो सकते हैं जिनकी जानकारी नहीं दी गई हो. लेकिन रेटिंग एजेंसी को ऐसी होल्डिंग के वितरित कर्ज की तुलना में कम ही रहने की उम्मीद है. इसी के साथ रेटिंग एजेंसी ने ऐसे जोखिम को लेकर आगाह भी किया है कि इस विवाद का असर व्यापक हो जाए और भारत की साख पर असर डाले.

अडाणी ग्रीन का दिसंबर तिमाही का मुनाफा दोगुना: अडाणी समूह की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 103 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.

कंपनी ने मंगलवार को बीएसई को दी सूचना में कहा कि अक्टूबर-दिसंबर, 2022 की तिमाही में आमदनी बढ़ने से उसके लाभ में बढ़ोतरी हुई है. एक साल पहले की समान तिमाही में उसका एकीकृत लाभ 49 करोड़ रुपये रहा था. आलोच्य अवधि में कंपनी की कुल आय बढ़कर 2,258 करोड़ रुपये हो गई जबकि दिसंबर, 2021 की तिमाही में यह 1,471 करोड़ रुपये थी.

कंपनी के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में उसकी सौर क्षेत्र में क्षमता इस्तेमाल (सीयूएफ) और बिजली बिक्री में सुधार दर्ज किया गया. इसके साथ पवन ऊर्जा से पैदा हुई बिजली की बिक्री भी क्षमता बढ़ने से बढ़ी है.

अडाणी ग्रीन एनर्जी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनीत एस जैन ने कहा, 'हम भारत में किफायती स्वच्छ ऊर्जा को बड़े पैमाने पर अपनाने की दिशा में लगातार प्रगति कर रहे हैं. हम अपनी क्षमता वृद्धि के दीर्घकालिक लक्ष्य को भी हासिल करने की राह पर हैं.' कंपनी को वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक अपनी परिचालन क्षमता बढ़कर 8,300 मेगावॉट होने की उम्मीद है जो भारत में सर्वाधिक होगी.

पढ़ें- Adani Group: अडाणी पोर्ट्स के तिमाही नतीजे घोषित, पिछले साल के मुकाबले कम हुआ मुनाफा

नई दिल्ली : शॉर्ट-सेलर यूएस इन्वेस्टमेंट ग्रुप हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह को लेकर विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. जेपीसी जांच की मांग कर रहा है. इस सबके बीच मंगलवार का दिन अडाणी समूह के लिए अच्छा रहा. अडाणी की प्रमुख फर्म के शेयरों में मंगलवार को एक समय 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई.

घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट मंगलवार को लगातार दूसरे दिन जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 220 अंक से अधिक के नुकसान के साथ बंद हुआ. लेकिन अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज में गिरावट का रुख मंगलवार को पलट गया और इसमें 14.63 प्रतिशत की तेजी आई. कारोबार के दौरान यह ऊपरी सर्किट पर पहुंच गया था.

दरअसल ग्रुप ने बाजार में उथल पुथल को देखते हुए और अडाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में लिवरेज को कम करने की प्रतिबद्धता दिखाते हुए प्रमोटर्स ने सितंबर 2024 की मैच्योरिटी वाले गिरवी शेयरों का प्री-पेमेंट कर वापस लेने का फैसला किया है.

मीडिया में ये बात सामने आने के बाद कि अडाणी ग्रुप कुछ कंपनियों के गिरवी रखे शेयरों को छुड़ाने के लिए मैच्योरिटी से पहले ही 1.114 डॉलर यानी करीब 9185 करोड़ रुपये का प्रीपेमेंट करने का फैसला किया है.

इसके बाद कारोबार के अंत में समूह की कुल छह कंपनियों के शेयर मजबूती के साथ बंद हुए जबकि चार कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही. इस तरह हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद के 10 कारोबारी दिनों में अडाणी समूह का बाजार मूल्यांकन करीब 9.2 लाख करोड़ रुपये घट चुका है. समूह की शीर्ष कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर बीएसई पर 14.63 प्रतिशत उछलकर 1,802.50 रुपये के भाव पर पहुंच गया. वहीं अडाणी विल्मर का शेयर पांच प्रतिशत चढ़कर 399.40 रुपये पर पहुंच गया.

अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन का शेयर भी मामूली बढ़त के साथ 553.30 रुपये पर बंद हुआ. इसी तरह समूह की कंपनियों अंबुजा सीमेंट, एसीसी और एनडीटीवी के शेयर भी एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त पर रहे. दूसरी तरफ समूह की चार कंपनियां नुकसान में रहीं. अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी टोटल गैस के शेयर पांच-पांच प्रतिशत टूट गए जबकि अडाणी ट्रांसमिशन में 0.77 प्रतिशत का नुकसान रहा.

प्रीपेमेंट का असर : मैच्योरिटी वाले गिरवी शेयरों का प्री-पेमेंट कर वापस लेने के बाद अडाणी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स के कुल 16.82 करोड़ शेयर या कंपनी की कुल शेयरों का 12 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन के 2.75 करोड़ शेयर या कंपनी के कुल शेयरों का तीन प्रतिशत और अडाणी ट्रांसमिशन के 1.17 करोड़ शेयर या कंपनी के कुल शेयरों का 1.4 प्रतिशत हिस्सा प्रमोटर्स के पास वापस आ जाएगा.

फिच रेटिंग्स ने भी कहा-जोखिम नहीं : रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को कहा कि शेयर बाजार में भारी गिरावट का सामना कर रही अडाणी समूह की कंपनियों को भारतीय बैंकों का कर्ज इतना अधिक नहीं है कि उनके ऋण पोर्टफोलियो के लिए कोई ठोस जोखिम पैदा हो.

फिच रेटिंग्स ने इस संदर्भ में अपनी एक टिप्पणी में कहा, 'अडाणी समूह को भारत के बैंकों का कर्ज अपने-आप में इतना अधिक नहीं है कि बैंकों के ऋण प्रोफाइल को किसी तरह का ठोस जोखिम पैदा हो सके.'

बैंकों की रेटिंग इस उम्मीद पर आधारित होती है कि उन्हें कर्ज फंसने की स्थिति में जरूरत पड़ने पर असाधारण सरकारी समर्थन मिल जाएगा. फिच रेटिंग्स ने तीन फरवरी को भी कहा था कि अडाणी समूह की कंपनियों एवं शेयरों से संबंधित उसकी रेटिंग पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट का तत्काल कोई असर नहीं पड़ेगा.

फिच ने कहा, 'अगर अडाणी समूह के बड़े हिस्से के तनावग्रस्त होने की काल्पनिक स्थिति में भी भारतीय बैंकों का कर्ज जोखिम प्रबंधन-योग्य होगा और इन बैंकों की व्यवहार्यता रेटिंग पर भी उसका कोई प्रतिकूल परिणाम नहीं होगा.' रेटिंग एजेंसी ने कहा कि फिच रेटिंग वाले भारतीय बैंकों की कुल उधारी में अडाणी समूह की सभी कंपनियों की हिस्सेदारी 0.8-1.2 प्रतिशत है जो कि कुल इक्विटी का करीब 7 से 13 प्रतिशत है.

हालांकि फिच ने कहा कि अडाणी समूह से संबंधित कुछ ऐसे गैर-पोषित कर्ज हो सकते हैं जिनकी जानकारी नहीं दी गई हो. लेकिन रेटिंग एजेंसी को ऐसी होल्डिंग के वितरित कर्ज की तुलना में कम ही रहने की उम्मीद है. इसी के साथ रेटिंग एजेंसी ने ऐसे जोखिम को लेकर आगाह भी किया है कि इस विवाद का असर व्यापक हो जाए और भारत की साख पर असर डाले.

अडाणी ग्रीन का दिसंबर तिमाही का मुनाफा दोगुना: अडाणी समूह की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 103 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.

कंपनी ने मंगलवार को बीएसई को दी सूचना में कहा कि अक्टूबर-दिसंबर, 2022 की तिमाही में आमदनी बढ़ने से उसके लाभ में बढ़ोतरी हुई है. एक साल पहले की समान तिमाही में उसका एकीकृत लाभ 49 करोड़ रुपये रहा था. आलोच्य अवधि में कंपनी की कुल आय बढ़कर 2,258 करोड़ रुपये हो गई जबकि दिसंबर, 2021 की तिमाही में यह 1,471 करोड़ रुपये थी.

कंपनी के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में उसकी सौर क्षेत्र में क्षमता इस्तेमाल (सीयूएफ) और बिजली बिक्री में सुधार दर्ज किया गया. इसके साथ पवन ऊर्जा से पैदा हुई बिजली की बिक्री भी क्षमता बढ़ने से बढ़ी है.

अडाणी ग्रीन एनर्जी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनीत एस जैन ने कहा, 'हम भारत में किफायती स्वच्छ ऊर्जा को बड़े पैमाने पर अपनाने की दिशा में लगातार प्रगति कर रहे हैं. हम अपनी क्षमता वृद्धि के दीर्घकालिक लक्ष्य को भी हासिल करने की राह पर हैं.' कंपनी को वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक अपनी परिचालन क्षमता बढ़कर 8,300 मेगावॉट होने की उम्मीद है जो भारत में सर्वाधिक होगी.

पढ़ें- Adani Group: अडाणी पोर्ट्स के तिमाही नतीजे घोषित, पिछले साल के मुकाबले कम हुआ मुनाफा

Last Updated : Feb 8, 2023, 10:45 AM IST
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