नई दिल्ली : कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के बॉर्डरों पर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब लंबे संघर्ष की तैयारी बाकायदा पक्के मकान के निर्माण के साथ शुरू कर दी है. दिल्ली के सिंघु बॉर्डर स्थित आंदोलन स्थल से एक वीडियो सामने आई है, जहां संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्यालय के निकट एक किसान ने पक्के मकान का निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया है. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेगी, तब तक चाहे जो भी करना पड़े लेकिन हम यहां से नहीं जायेंगे.
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ट्रॉली में भर कर ईंट, सीमेंट और डस्ट यहाँ पहुंच चुकी है और मिस्त्री ने मजदूरों के साथ मकान के नींव का काम भी शुरू कर दिया है. जीटी करनाल रोड के बीचों बीच अब यहाँ किसान दो मंजिला ईमारत बनाने की तैयारी कर रहे हैं और उनका कहना है कि इसमें अगर जरुरत पड़ी तो गर्मी से राहत के लिये एसी भी लगाएंगे.
दिल्ली के नरेला निवासी दीप खत्री, जो भगत सिंह यूथ ब्रिगेड नाम की सामाजिक संस्था चलाते हैं, इस वीडियो को बना कर ईटीवी भारत से साझा किया है. दीप खत्री आंदोलन के शुरुआत से ही संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े रहे हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत में दीप खत्री बताते हैं कि ये किसानों के पक्के इरादे को दर्शाता है कि अब वह पक्के मकान बना कर यहीं डेरा डालने की तैयारी कर रहे हैं. सरकार को लगता है कि किसान भीषण गर्मी में किसान वापस चले जाएंगे, लेकिन किसानों का कहना है कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं होते वह वापस नहीं जाएंगे.
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सिंघु बॉर्डर पर अब लंबे समय तक आंदोलन को चलाने की तैयारी दिखनी शुरू हो गई है. किसान बढ़ती गर्मी को देखते हुए पंखे और कूलर लगवाना पहले ही शुरू कर चुके हैं और ट्रॉलियों में भी गर्मी से बचने के उपाय किये जा रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा आज शाम प्रेस कांफ्रेंस कर आंदोलन के आगे की रूप रेखा की घोषणा कर सकते हैं.