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तेलंगाना: खम्मम में संपत्ति के लिए हत्याकांड, पिता और भाइयों ने गर्भवती बेटी को दौड़ा-दौड़ाकर मारा, मौत

तेलंगाना में पारिवारिक संपत्ति पाने के लिए पिता और भाइयों ने अपने घर की एकलौती बेटी की हत्या कर दी. बेटी पांच माह की गर्भवती थी. हमले के कारण दामाद भी गंभीर रूप से घायल है. pregnant daughter killed for property, Khammam murder case, telangana crime news

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 11, 2023, 3:39 PM IST

खम्मम : तेलंगाना में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. संपत्ति के लिए एक गर्भवती महिला की उसके पिता और भाइयों ने मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि शादी के दस साल बाद महिला को पहली बार मां बनने का सुख मिलने वाला था. वह पांच महीने की गर्भवती थी. वहीं, महिला के पति की हालत गंभीर है. यह घटना खम्मम जिले के वायरा मंडल स्थित थाटीपुड़ी गांव की है. पुलिस ने इस घटना को लेकर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.

जानकारी के मुताबिक, तातिपुड़ी निवासी पित्तला रामुलु और मंगम्मा के चार बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटे नरेश, सुरेश, वेंकटेश हैं. वहीं, उषाश्री तीन भाइयों में अकेली बहन थी. मंगम्मा के पिता मन्यम वेंकैया ने अपनी नातिन उषाश्री को बचपन से पालन-पोषण किया. उसकी शादी भी उन्होंने कोनिजर्ला मंडल के गोपाराम निवासी रामकृष्ण से करायी थी. शादी के वक्त नाना वैंकेया ने उषाश्री के नाम गांव में एक मकान और कुछ एकड़ की खेत कर दी थी. शादी के बाद से वे तातिपुड़ी में रहने भी लगे थे. इस बीच उषाश्री के नाना का निधन हो गया.

इसके बाद मंगम्मा के परिवार में संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद शुरू हो गया. मंगम्मा के पति और बेटों को हमेशा शिकायत रही कि वेंकैया ने उषाश्री के नाम अधिक संपत्ति कर दी. इस वजह से पित्तला और तीनों बेटों ने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था. इस संपत्ति को लेकर उषाश्री और पित्तला व उनके बेटों के बीच सालों तक अदालती लड़ाई चली. संपत्ति का विवाद गांव के पंचायत में भी पहुंचा, लड़ाई-झगड़े हुए, मामला दर्ज हुआ. लेकिन कोई परिणाम नहीं मिला.

उषाश्री और रामकृष्ण के घर परिसर में सुबबूल का पेड़ हैं, जिसे उषाश्री कटवाना चाहती थी. वहीं, पड़ोस में रहने वाले पित्तला को इस पेड़ के कटने से एतराज था. शुक्रवार को उषाश्री और रामकृष्ण का इस पेड़ को काटने को लेकर पिता और दो भाइयों से बहस छिड़ गई. पित्तला, नरेश और वेंकटेश का कहना था कि जिस जमीन पर पेड़ है, वह उनकी है. दोनों तरफ की बहस देखते ही देखते लड़ाई में तब्दील हो गई. पित्तला, नरेश और वेंकटेश ने छुरी, कुल्हाड़ी और फावड़ा लेकर उन पर हमला बोल दिया.

उषाश्री और रामकृष्ण उनके हाथों में हथियार देखकर यहां-वहां भागने लगे. उषाश्री के पिता और भाइयों ने पहले रामकृष्ण की पिटाई की, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा. इसके बाद उन्होंने उषाश्री को भरे बाजार में दौड़ा-दौड़ाकर मारा. उस पर छुरी और कुल्हाड़ी से हमला किया, जिससे गर्भवती उषाश्री की मौके पर मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि उषाश्री पांच माह की गर्भवती थी. इस घटना में पित्तला और वेंकटेश भी घायल हैं. पुलिस ने घटना के बारे में मिली शिकायत के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.

पढ़ें : हैवान बना सौतेला पिता! 2 साल की बेटी को पटक कर मार डाला, गर्भवती पत्नी और दूसरी बेटी की हालत गंभीर

खम्मम : तेलंगाना में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. संपत्ति के लिए एक गर्भवती महिला की उसके पिता और भाइयों ने मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि शादी के दस साल बाद महिला को पहली बार मां बनने का सुख मिलने वाला था. वह पांच महीने की गर्भवती थी. वहीं, महिला के पति की हालत गंभीर है. यह घटना खम्मम जिले के वायरा मंडल स्थित थाटीपुड़ी गांव की है. पुलिस ने इस घटना को लेकर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.

जानकारी के मुताबिक, तातिपुड़ी निवासी पित्तला रामुलु और मंगम्मा के चार बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटे नरेश, सुरेश, वेंकटेश हैं. वहीं, उषाश्री तीन भाइयों में अकेली बहन थी. मंगम्मा के पिता मन्यम वेंकैया ने अपनी नातिन उषाश्री को बचपन से पालन-पोषण किया. उसकी शादी भी उन्होंने कोनिजर्ला मंडल के गोपाराम निवासी रामकृष्ण से करायी थी. शादी के वक्त नाना वैंकेया ने उषाश्री के नाम गांव में एक मकान और कुछ एकड़ की खेत कर दी थी. शादी के बाद से वे तातिपुड़ी में रहने भी लगे थे. इस बीच उषाश्री के नाना का निधन हो गया.

इसके बाद मंगम्मा के परिवार में संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद शुरू हो गया. मंगम्मा के पति और बेटों को हमेशा शिकायत रही कि वेंकैया ने उषाश्री के नाम अधिक संपत्ति कर दी. इस वजह से पित्तला और तीनों बेटों ने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था. इस संपत्ति को लेकर उषाश्री और पित्तला व उनके बेटों के बीच सालों तक अदालती लड़ाई चली. संपत्ति का विवाद गांव के पंचायत में भी पहुंचा, लड़ाई-झगड़े हुए, मामला दर्ज हुआ. लेकिन कोई परिणाम नहीं मिला.

उषाश्री और रामकृष्ण के घर परिसर में सुबबूल का पेड़ हैं, जिसे उषाश्री कटवाना चाहती थी. वहीं, पड़ोस में रहने वाले पित्तला को इस पेड़ के कटने से एतराज था. शुक्रवार को उषाश्री और रामकृष्ण का इस पेड़ को काटने को लेकर पिता और दो भाइयों से बहस छिड़ गई. पित्तला, नरेश और वेंकटेश का कहना था कि जिस जमीन पर पेड़ है, वह उनकी है. दोनों तरफ की बहस देखते ही देखते लड़ाई में तब्दील हो गई. पित्तला, नरेश और वेंकटेश ने छुरी, कुल्हाड़ी और फावड़ा लेकर उन पर हमला बोल दिया.

उषाश्री और रामकृष्ण उनके हाथों में हथियार देखकर यहां-वहां भागने लगे. उषाश्री के पिता और भाइयों ने पहले रामकृष्ण की पिटाई की, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा. इसके बाद उन्होंने उषाश्री को भरे बाजार में दौड़ा-दौड़ाकर मारा. उस पर छुरी और कुल्हाड़ी से हमला किया, जिससे गर्भवती उषाश्री की मौके पर मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि उषाश्री पांच माह की गर्भवती थी. इस घटना में पित्तला और वेंकटेश भी घायल हैं. पुलिस ने घटना के बारे में मिली शिकायत के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.

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