पथानामथिट्टा : केरल के पथानामथिट्टा में निजी अस्पताल में प्रसव के बाद इलाज करा रही महिला को जान से मारने की कोशिश की गई. इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. महिला पीड़ित महिला के पति की प्रेमिका बतायी जा रही है. जानकारी के मुताबिक आरोपी महिला ने नर्स के वेश में अस्पताल में प्रवेश किया और हवा से भरी हुई सिरिंज लगाकर पीड़ित महिला को मारने की कोशिश की. पुलिस के मुताबिक, आरोपी महिला अनुषा (25) अलाप्पुझा जिले के कायमकुलम की मूल निवासी है.
पीड़ित महिला स्नेहा (24) कयामकुलम करिलाकुलंगरा की मूल निवासी बतायी जा रही है. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार अनुषा की दोस्ती स्नेहा के पति से है. पुलिस ने कहा कि अनुषा के फोन से दोनों के रिश्ते के बारे में और जानकारी मिली.
एफआईआर के मुताबिक, घटना शुक्रवार यानी 4 अगस्त को दोपहर 3 बजे पारुमाला के एक निजी अस्पताल में हुई. स्नेहा को चार दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार की शाम अनुषा नर्स बनकर अस्पताल आई. अनुषा स्नेहा के कमरे में पहुंची जहां बच्चे को जन्म देने के बाद उसका इलाज किया जा रहा था. वहां उसने खाली सिरिंज से स्नेहा की नसों में हवा भरकर उसे मारने की कोशिश की.
बताया जा रहा है कि फार्मेसी की पढ़ाई पूरी कर चुकी अनुषा यह बात जानती थी कि नसों में हवा जाने का क्या खतरा हो सकता है. हालांकि, जब अनुषा स्नेहा को इंजेक्शन लगाकर वापस लौट रही थी तब स्नेहा की मां ने अनुषा को देख लिया. संदेह के कारण उन्होंने अनुषा को रोका और नर्सिंग स्टाफ को इसकी जानकारी दी.
नर्सिंग स्टाफ की पूछताछ में अनुषा ने बता दिया कि उसने स्नेहा को चार बार हवा इजेक्ट किया है. नर्सिंग स्टाफ ने पुलिस को बताया. इस दौरान शरीर में हवा इंजेक्ट होने के कारण स्नेहा को दिल का दौरा पड़ा. हालांकि तुरंत चिकित्सा सहायता मिलने के कारण उसकी जान बचा ली गई.
पुलिस अनुषा से विस्तृत पूछताछ कर रही है. पुलिस ने बताया कि यह एयर एम्बोलिज्म का मामला है. अनुषा के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में स्नेहा के पति अरुण से भी पूछताछ की जाएगी.
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एयर एम्बोलिज्म: इसे गैस एम्बोलिज्म भी कहा जाता है, जो तब होता है जब एक या अधिक हवा के बुलबुले किसी नस या धमनी में प्रवेश करते हैं और उसे अवरुद्ध कर देते हैं. यह एक संभावित गंभीर स्थिति है. जब हवा का बुलबुला किसी नस में प्रवेश करता है, तो इसे वीनस एयर एंबोलिज्म कहा जाता है.