कोझिकोड : केरल हाई कोर्ट ने कोझिकोड और वायनाड के 13 लोगों की अपील पर खेतों पर हमले करने वाले जंगली सूअरों को मारने की इजाजत दे दी है. इनमें कोझिकोड की नन सिस्टर जोफी भी शामिल हैं.
सिस्टर जोफी जहां करुणा और सहानुभूति की प्रार्थनाएं करती हैं. अब उन्हें कॉन्वेंट के खेतों पर हमला करने वाले जंगली सूअर को मारने के लिए बंदूक उठानी होगी, जहां वह काम करती हैं.
सिस्टर जोफी याचिकाकर्ताओं में से एक थीं, जिन्होंने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जब जंगली सूअर द्वारा लगातार उनके खेतों में घुस कर नुकसान पहुंचा रहे थे. जंगली सूअर से परेशान सिस्टर जोफी ने 'वी फार्म' कृषि संगठन के माध्यम से हाई कोर्ट से संपर्क किया था.
याचिका में सिस्टर जोफी ने अदालत को बताया था कि कॉन्वेंट के पास चार एकड़ जमीन है, जहां वो विभिन्न फसलों की खेती करती हैं, लेकिन जंगली सूअर के हमले के कारण उन्हें पूरी उपज नहीं मिल पा रही है. उन्होंने जंगली सूअर को भगाने के लिए कई तरीके आजमाए, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया और इसलिए उन्होंने जंगली सूअर को मारने की अनुमति मांगी.
अब सिस्टर जोफी अपने खेत की रक्षा के लिए बंदूक उठाएंगी. शायद यह पहली बार है, जब कोई ईसाई नन जानवर को मारने के लिए बंदूक उठाएगी.
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