तिरुवनंतपुरम: केरल में भारतीय निर्मित विदेशी शराब (IMFL) अब महंगी हो जाएगी. राज्य सरकार ने बुधवार को शराब पर बिक्री कर (Sales Tax) चार प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया. मुख्यमंत्री पी. विजयन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में राज्य के भीतर विदेशी शराब का निर्माण और बिक्री करने वाली डिस्टिलरी पर लगाए गए पांच प्रतिशत टर्नओवर टैक्स (टीओटी) को वापस लेने का निर्णय लिया गया.
कैबिनेट ने केरल सामान्य बिक्री कर अधिनियम, 1963 के तहत लगाए गए विदेशी शराब पर बिक्री कर को चार प्रतिशत तक बढ़ाने का भी फैसला किया. सीएमओ के एक बयान में कहा गया है कि सरकार ने केरल स्टेट बेवरेजेज कॉरपोरेशन को अपने वेयरहाउस मार्जिन में एक फीसदी की बढ़ोतरी करने की भी मंजूरी दी है. बयान में कहा गया है, 'वर्तमान में, निगम डिस्टिलरीज से खरीदी गई विदेशी शराब की कीमत में कोई बदलाव नहीं होगा.'
बयान के मुताबिक, ग्राहकों के लिए विदेशी शराब के दाम में दो फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी. बयान में कहा गया है कि डिस्टिलरीज पर टर्नओवर टैक्स को माफ करने से राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान होगा और वर्तमान केरल सामान्य बिक्री कर की दर में चार प्रतिशत की वृद्धि होगी. बयान के मुताबिक, इसके लिए केरल सामान्य बिक्री कर अधिनियम, 1963 में संशोधन के लिए विधानसभा में एक विधेयक पेश किया जाएगा.
इसके अलावा, कैबिनेट ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास वित्त निगम से धन प्राप्त करने के लिए केरल राज्य महिला विकास निगम को 100 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सरकारी गारंटी देने का फैसला किया. स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस आदि जैसे अवसरों पर सजा में विशेष छूट देने के लिए पात्र कैदियों की पहचान करने के मानदंड/दिशानिर्देशों को संशोधित किया जाएगा. बयान में कहा गया है कि कैबिनेट ने पुलिस, आबकारी और फिंगरप्रिंट ब्यूरो के लिए नए महिंद्रा बोलेरो वाहन खरीदने का भी फैसला किया है. (पीटीआई)