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उत्तरी कश्मीर में मुस्लिमों ने कराया कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार

उत्तरी कश्मीर में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिली. बारामूला शहर के दीवान बाग के स्थानीय मुस्लिमों ने एक कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार करने में मदद की.

कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार
कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार
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Published : Jan 3, 2021, 11:00 PM IST

Updated : Jan 4, 2021, 9:41 AM IST

श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में शनिवार को कश्मीरी पंडित युवक लोकेश बट का निधन हो गया था. दीवान बाग के स्थानीय मुस्लिमों ने उसका अंतिम संस्कार करने में मदद की. मुस्लिम पड़ोसियों ने हिंदू धर्म के अनुसार उसका अंतिम संस्कार कराया.

स्थानीय लोगों ने बताया कि 30 वर्षीय कश्मीरी पंडित लोकेश भट्ट की मौत की खबर दीवान बाग इलाके में फैलने के बाद, सैकड़ों मुस्लिम उनके घर एकत्र हो गए. कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के बावजूद वह लोग मृतक के घर गए और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. लोकेश का अंतिम संस्कार करने में मदद की.

कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार

स्थानीय कश्मीरी शेख बशीर ने कहा, 'हम अपने पड़ोसी के निधन से दुखी हैं. हमने कभी धार्मिक नफरत को जगह नहीं दी. हमने उनका अंतिम संस्कार किया और यह प्रक्रिया हमारी सदियों पुरानी सभ्यता और धार्मिक सद्भाव का मजबूत हिस्सा है. उन्होंने कहा 'हिंदू और मुसलमान भाई की तरह हैं. हम हमेशा इस जिले में एक दूसरे का ख्याल रखते हैं.'

पढ़ें- मेरे पिता की कब्र पर ‘ऑडिट’ कर रही हैं जांच एजेंसियां : महबूबा मुफ्ती

श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में शनिवार को कश्मीरी पंडित युवक लोकेश बट का निधन हो गया था. दीवान बाग के स्थानीय मुस्लिमों ने उसका अंतिम संस्कार करने में मदद की. मुस्लिम पड़ोसियों ने हिंदू धर्म के अनुसार उसका अंतिम संस्कार कराया.

स्थानीय लोगों ने बताया कि 30 वर्षीय कश्मीरी पंडित लोकेश भट्ट की मौत की खबर दीवान बाग इलाके में फैलने के बाद, सैकड़ों मुस्लिम उनके घर एकत्र हो गए. कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के बावजूद वह लोग मृतक के घर गए और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. लोकेश का अंतिम संस्कार करने में मदद की.

कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार

स्थानीय कश्मीरी शेख बशीर ने कहा, 'हम अपने पड़ोसी के निधन से दुखी हैं. हमने कभी धार्मिक नफरत को जगह नहीं दी. हमने उनका अंतिम संस्कार किया और यह प्रक्रिया हमारी सदियों पुरानी सभ्यता और धार्मिक सद्भाव का मजबूत हिस्सा है. उन्होंने कहा 'हिंदू और मुसलमान भाई की तरह हैं. हम हमेशा इस जिले में एक दूसरे का ख्याल रखते हैं.'

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Last Updated : Jan 4, 2021, 9:41 AM IST
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