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Karnataka Politics: खड़गे के साथ बैठक में सीएम को लेकर नहीं हो सका फैसला, कल फिर होगा मंथन - Karnataka Politics

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद अब राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए विजयी कांग्रेस पार्टी में खींचतान चल रही है. जहां एक ओर पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर डीके शिवकुमार भी सीएम पद की लड़ाई कर रहे हैं. इस सिलसिले में दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी. इसके बाद बैठक में विचार-विमर्श किया गया. अब इस पर मंगलवार को फिर से विचार-विमर्श किया जाएगा.

DK Shivakumar and Siddaramaiah
डीके शिवकुमार व सिद्धारमैया
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Published : May 15, 2023, 6:46 PM IST

Updated : May 15, 2023, 10:45 PM IST

बेंगलुरु/नई दिल्ली : कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में सबसे अधिक सीटने के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन का दौर जारी है. इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सोमवार को पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट सौंप दिया और विचार-विमर्श किया. हालांकि कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका. फलस्वरूप इस सिलसिले में खड़गे की पर्यवेक्षकों के साथ मंगलवार को शाम 4 बजे बैठक होगी. वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश दिल्ली पहुंचे. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. डीके सुरेश ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका भाई मुख्यमंत्री बने. साथ डीके शिवकुमार ने भी कहा है कि वह मंगलवार को दिल्ली पहुंचने की कोशिश करेंगे. इससे पहले सिद्धारमैया तो दिल्ली पहुंच गए थे लेकिन डीके शिवकुमार ने कहा था कि वह पेट में संक्रमण की वजह से दिल्ली नहीं जा पाए हैं.

  • #WATCH |Delhi:..."Let's wait and see...I don't know...": Former Karnataka CM & Congress leader Siddaramaiah on being asked about how will the new Karnataka govt look like and when will the CM announcement happen pic.twitter.com/ET24o4PuIx

    — ANI (@ANI) May 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इससे पहले मुख्यमंत्री बनने की कोशिश में जुटे केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने दिल्ली स्तर पर अपनी पसंद की पैरवी करने का फैसला किया. राज्य विधानसभा चुनाव के लिए 13 मई को मतदान के नतीजे सामने आ गए. कांग्रेस ने अभूतपूर्व 135 सीटें जीतीं और पूर्ण सरकार बनाने का मौका मिला. नतीजे सामने आने के बाद रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में एआईसीसी द्वारा नियुक्त तीन पर्यवेक्षकों और राष्ट्रीय नेताओं ने राज्य के 135 विधायकों की राय ली.

पर्यवेक्षक विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए गुप्त मतदान की जानकारी लेकर दिल्ली जाएंगे और इसे एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेंगे. डीके शिवकुमार ने जोर देकर कहा कि पार्टी संगठन के लिए काम करने के बाद उन्हें मौका दिया जाना चाहिए. दूसरी ओर, सिद्धारमैया इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उनके पास अधिक विधायकों का समर्थन है और वह भी सीएम बनने के योग्य हैं.

जहां दोनों कद्दावर नेताओं में पार्टी के शीर्ष पद के लिए होड़ लगी है, वहीं राज्य में विधायकों का झुकाव किसकी तरफ है इसकी जानकारी अभी तक पक्की नहीं हो पाई है. फिलहाल हाईकमान के पास विधायक दल के नेताओं को चुनने का मौका है. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने दिल्ली स्तर पर अपने प्रयासों का संचालन करने का फैसला किया है. पूर्व सीएम सिद्धारमैया मुख्यमंत्री पद को लेकर हाईकमान से मिलने दिल्ली गए हैं.

वह दोपहर करीब एक बजे बेंगलुरू से विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हुए. यहां वह पार्टी नेताओं से मिलने पहुंचे हैं और अपने विचार और विधायकों की पसंद को भी बताने पहुंचे. आपकी जानकारी के अनुसार बता दें कि सोमवार को अपना 62वां जन्मदिन मना रहे डीके शिवकुमार, ने दिल्ली जाने से इनकार कर दिया था. ताजा जानकारी सामने आ रही है कि पेट में संक्रमण के चलते वह दिल्ली नहीं गए. खबर सामने आ रही थी कि डीके शिवकुमार, जिन्होंने सुबह इस पर फैसला नहीं लिया था, शाम तक फैसला ले सकते हैं.

पेट में संक्रमण के चलते दिल्ली नहीं गए डीके शिवकुमार

केपीसीसी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि मैंने कहा था कि मैं सिंगल हूं, क्योंकि मेरे पास नंबर नहीं है. केपीसीसी अध्यक्ष, जो तुमकुर में नोनविनकेरे अज्जैया मठ का दौरा करने के बाद अपने सदाशिवनगर निवास पर लौटे, उन्होंने अपने आवास पर आराम करने का फैसला किया है. सदाशिवनगर स्थित निवास सियाद में पत्रकारों से बात करते हुए आपने मुझे चट्टान कहा. शिला को तराशा जाए तो वह आकृति है, यदि उसकी पूजा की जाए तो वह संस्कृति है. मुझे फांसी का फंदा या बजरी या पटिया बना दो.

पढ़ें: दिल्ली में होगा कर्नाटक सीएम का फैसला, सिद्धामैया ने लगाया 2/3 फार्मूला

उन्होंने कहा कि मैं किसी को दिल्ली नहीं ले जा रहा हूं. मेरी तबीयत ठीक नहीं है, मेरे पेट की जांच हुई है. डॉक्टर ने मुझे कुछ समय आराम करने के लिए कहा था. आपने कहा था कि मुझे सीएम का पद दो वरना कोई और पद नहीं? उस प्रश्न के लिए, मैं किसी प्रश्न का उत्तर नहीं दूंगा. मेरे पास धैर्य, समय की पाबंदी, लड़ने की भावना है. मैंने विधानसभा में कहा था कि हम पांडवों के फार्मूले पर चलेंगे. मैंने अपनी रणनीति से पार्टी को सत्ता में लाया. मेरे लिए इतना ही काफी है.

बेंगलुरु/नई दिल्ली : कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में सबसे अधिक सीटने के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन का दौर जारी है. इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सोमवार को पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट सौंप दिया और विचार-विमर्श किया. हालांकि कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका. फलस्वरूप इस सिलसिले में खड़गे की पर्यवेक्षकों के साथ मंगलवार को शाम 4 बजे बैठक होगी. वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश दिल्ली पहुंचे. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. डीके सुरेश ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका भाई मुख्यमंत्री बने. साथ डीके शिवकुमार ने भी कहा है कि वह मंगलवार को दिल्ली पहुंचने की कोशिश करेंगे. इससे पहले सिद्धारमैया तो दिल्ली पहुंच गए थे लेकिन डीके शिवकुमार ने कहा था कि वह पेट में संक्रमण की वजह से दिल्ली नहीं जा पाए हैं.

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इससे पहले मुख्यमंत्री बनने की कोशिश में जुटे केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने दिल्ली स्तर पर अपनी पसंद की पैरवी करने का फैसला किया. राज्य विधानसभा चुनाव के लिए 13 मई को मतदान के नतीजे सामने आ गए. कांग्रेस ने अभूतपूर्व 135 सीटें जीतीं और पूर्ण सरकार बनाने का मौका मिला. नतीजे सामने आने के बाद रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में एआईसीसी द्वारा नियुक्त तीन पर्यवेक्षकों और राष्ट्रीय नेताओं ने राज्य के 135 विधायकों की राय ली.

पर्यवेक्षक विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए गुप्त मतदान की जानकारी लेकर दिल्ली जाएंगे और इसे एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेंगे. डीके शिवकुमार ने जोर देकर कहा कि पार्टी संगठन के लिए काम करने के बाद उन्हें मौका दिया जाना चाहिए. दूसरी ओर, सिद्धारमैया इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उनके पास अधिक विधायकों का समर्थन है और वह भी सीएम बनने के योग्य हैं.

जहां दोनों कद्दावर नेताओं में पार्टी के शीर्ष पद के लिए होड़ लगी है, वहीं राज्य में विधायकों का झुकाव किसकी तरफ है इसकी जानकारी अभी तक पक्की नहीं हो पाई है. फिलहाल हाईकमान के पास विधायक दल के नेताओं को चुनने का मौका है. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने दिल्ली स्तर पर अपने प्रयासों का संचालन करने का फैसला किया है. पूर्व सीएम सिद्धारमैया मुख्यमंत्री पद को लेकर हाईकमान से मिलने दिल्ली गए हैं.

वह दोपहर करीब एक बजे बेंगलुरू से विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हुए. यहां वह पार्टी नेताओं से मिलने पहुंचे हैं और अपने विचार और विधायकों की पसंद को भी बताने पहुंचे. आपकी जानकारी के अनुसार बता दें कि सोमवार को अपना 62वां जन्मदिन मना रहे डीके शिवकुमार, ने दिल्ली जाने से इनकार कर दिया था. ताजा जानकारी सामने आ रही है कि पेट में संक्रमण के चलते वह दिल्ली नहीं गए. खबर सामने आ रही थी कि डीके शिवकुमार, जिन्होंने सुबह इस पर फैसला नहीं लिया था, शाम तक फैसला ले सकते हैं.

पेट में संक्रमण के चलते दिल्ली नहीं गए डीके शिवकुमार

केपीसीसी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि मैंने कहा था कि मैं सिंगल हूं, क्योंकि मेरे पास नंबर नहीं है. केपीसीसी अध्यक्ष, जो तुमकुर में नोनविनकेरे अज्जैया मठ का दौरा करने के बाद अपने सदाशिवनगर निवास पर लौटे, उन्होंने अपने आवास पर आराम करने का फैसला किया है. सदाशिवनगर स्थित निवास सियाद में पत्रकारों से बात करते हुए आपने मुझे चट्टान कहा. शिला को तराशा जाए तो वह आकृति है, यदि उसकी पूजा की जाए तो वह संस्कृति है. मुझे फांसी का फंदा या बजरी या पटिया बना दो.

पढ़ें: दिल्ली में होगा कर्नाटक सीएम का फैसला, सिद्धामैया ने लगाया 2/3 फार्मूला

उन्होंने कहा कि मैं किसी को दिल्ली नहीं ले जा रहा हूं. मेरी तबीयत ठीक नहीं है, मेरे पेट की जांच हुई है. डॉक्टर ने मुझे कुछ समय आराम करने के लिए कहा था. आपने कहा था कि मुझे सीएम का पद दो वरना कोई और पद नहीं? उस प्रश्न के लिए, मैं किसी प्रश्न का उत्तर नहीं दूंगा. मेरे पास धैर्य, समय की पाबंदी, लड़ने की भावना है. मैंने विधानसभा में कहा था कि हम पांडवों के फार्मूले पर चलेंगे. मैंने अपनी रणनीति से पार्टी को सत्ता में लाया. मेरे लिए इतना ही काफी है.

Last Updated : May 15, 2023, 10:45 PM IST
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