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Karnataka Result 2023 : सीएम और कैबिनेट मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर, इन निर्वाचन क्षेत्रों पर रहेगी नजर - CM Basavaraja Bommai

कर्नाटक में 10 मई को हुए मतदान के बाद चुनाव परिणाम को लेकर बोम्मई कैबिनेट के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है. ऐसे में उन सीटों पर नजर डालते हैं, जहां के नतीजों पर सबकी नजर रहेगी.

Karnataka Result 2023
मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
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Published : May 13, 2023, 12:41 AM IST

बेंगलुरु: हावेरी जिले की शिगगांव विधानसभा सीट पर सीएम बसवराज बोम्मई और कांग्रेस प्रत्याशी यासिर अहमद खान पठान के बीच मुकाबला है. कांग्रेस ने शुरुआत में मोहम्मद यूसुफ को अपना उम्मीदवार घोषित किया था. बाद में इसने अचानक उम्मीदवार बदल दिया और यासिर अहमद खान पठान को टिकट दे दिया.

गोविंदा करजोला (मुधोल): सिंचाई मंत्री गोविंदा करजोला बागलकोट जिले की मुधोल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार आरबी थिम्मापुरा हैं. सतीश बंदिवादर भी कांग्रेस से टिकट के दावेदार थे, टिकट न मिलने के बाद वे बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

आर अशोक (पद्मनाभनगर - कनकपुरा): राजस्व मंत्री आर अशोक दो सीटों पद्मनाभनगर और कनकपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं. आलाकमान के निर्देशों के अनुसार वह पद्मनाभनगर निर्वाचन क्षेत्र के साथ केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार को कड़ी टक्कर देने के उद्देश्य से कनकपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं.

बी. श्रीरामुलु (बेल्लारी ग्रामीण): परिवहन मंत्री बी. श्रीरामुलु, जो पहले मोलाकलमुरू निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे, फिर से बेल्लारी ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस के बी. नागेंद्र उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

वी. सोमन्ना (चामराजनगर-वरुणा) : आवास मंत्री वी. सोमन्ना का निर्वाचन क्षेत्र इस बार बदला गया है. गोविंदराजा नगर के बजाय वह चामराजनगर और वरुणा में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. सोमन्ना चामराजनगर से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, हालांकि उन्हें पूर्व सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ कड़ी टक्कर देने के लिए वरुणा से आलाकमान ने टिकट दिया. सोमन्ना वरुणा में सिद्धारमैया और चामराजनगर में पुत्तरंगा शेट्टी से चुनाव मुकाबले में हैं. चामराजनगर में पुट्टारंगा शेट्टी की निगाहें कांग्रेस से हैट्रिक जीत पर हैं.

जेसी मधुस्वामी (चिक्कानायकनहल्ली): कानून और संसदीय मामलों के मंत्री जेसी मधुस्वामी तुमकुरु जिले के चिक्कानायकनहल्ली निर्वाचन क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से केएस किरणकुमार उनके प्रतिद्वंदी हैं. केएस किरणकुमार की नजर शुरू में बीजेपी के टिकट पर थी. जेडीएस से तीन बार पहले जीत चुके पूर्व विधायक सीबी सुरेश बाबू भी यहां मधुस्वामी के लिए चुनौती हैं.

अरागा ज्ञानेंद्र (तीर्थहल्ली): गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र और पूर्व कांग्रेस मंत्री किममाने रत्नाकर 1983 से अब तक तीर्थहल्ली (शिवमोगा जिला) में सीधे मुकाबले में हैं. अरागा ने लगातार 10 बार प्रतिस्पर्धा की है और पहले ही रिकॉर्ड बना लिया है. वह अब तक चार बार जीत चुके हैं और पांच बार हार का सामना करना पड़ा है. अगर वह इस बार जीतते हैं तो यह उनकी पांचवीं जीत होगी. पिछले ढाई दशकों से दोनों स्टारवॉल्ट्स के बीच सीधी प्रतिद्वंद्विता है.

सीएन अश्वथ नारायण (मल्लेश्वरम) : बेंगलुरु के मल्लेश्वरम निर्वाचन क्षेत्र में उच्च शिक्षा मंत्री सीएन अश्वथ नारायण और कांग्रेस के अनूप अयंगर के बीच मुकाबला है. जेडीएस से उत्कर्ष अखाड़े चुनाव मैदान में हैं.

सीसी पाटिल (नारगुंड) : पीडब्ल्यूडी मंत्री सीसी पाटिल गडग जिले की नारगुंड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस के बीआर यावगल उनके प्रतिद्वंद्वी हैं. यावगल इससे पहले इसी निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार जीत चुके हैं. सीसी पाटिल तीन बार जीत चुके हैं. दोनों के बीच सीधी टक्कर है.

प्रभु चव्हाण (औराड) : पशुपालन मंत्री प्रभु चव्हाण बीदर जिले की औराड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस से भीमसेन राव शिंदे और जेडीएस से जयसिंह वहां के अन्य दावेदार हैं.

मुरुगेश निरानी (बीलागी) : बागलकोट जिले की बीलागी सीट पर उद्योग मंत्री मुरुगेश निरानी और कांग्रेस के जेटी पाटिल के बीच सीधा मुकाबला है. इस निर्वाचन क्षेत्र में छह चुनावों से निरानी और पाटिल के बीच कड़ी टक्कर रही है, दोनों ने तीन-तीन बार जीत हासिल की है. देखना है कि इस बार कौन बाजी मारता है. हालांकि कांग्रेस के टिकट से वंचित अन्य नेता नाखुश हैं और कांग्रेस को नुकसान होने का डर है.

शिवराम हेब्बर (यल्लापुर) : उत्तर कन्नड़ जिले के यल्लापुर निर्वाचन क्षेत्र से श्रम मंत्री शिवराम हेब्बार इस बार कड़ी टक्कर का सामना कर रहे हैं. वह 2013 और 2018 में कांग्रेस से चुने गए और बाद में भाजपा में शामिल हो गए और उपचुनाव जीते. 2013 और 2018 दोनों चुनावों में भाजपा से चुनाव लड़ने वाले वीएस पाटिल हार गए. इस बार कांग्रेस से हेब्बार के खिलाफ वीएस पाटिल चुनाव लड़ रहे हैं. इसलिए सीधा मुकाबला है.

एसटी सोमशेखर (यशवंतपुर) : सहकारिता मंत्री मंत्री एसटी सोमशेखर एक बार फिर बेंगलुरु की यशवंतपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. जेडीएस से जवराई गौड़ा और कांग्रेस से एस. बलराज गौड़ा सीधे प्रतिस्पर्धी हैं. सोमशेखर जो 2013 और 2018 में दो बार कांग्रेस से जीते थे, 2019 के उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर जीते.

बीसी पाटिल (हिरेकेरूर) : हावेरी जिले की हिरेकेरूर विधानसभा सीट से कृषि मंत्री बीसी पाटिल को कड़ी टक्कर मिल रही है. भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक यू.बी. बांकर मुकाबले में हैं. दोनों के बीच जबरदस्त टक्कर है. 2004 से दोनों के बीच प्रतिद्वंद्विता चली आ रही है.

बैराती बसवराज (केआर पुरम): शहरी विकास मंत्री बैराती बसवराज बेंगलुरु के केआर पुरम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले वह दो बार कांग्रेस से जीते थे और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए. डीके मोहन इस बार कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे हैं.

डॉ. के. सुधाकर (चिक्काबल्लापुर) : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर चिक्काबल्लापुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस से प्रदीप ईश्वर उनके प्रतिद्वंद्वी हैं. 2013 और 2018 में कांग्रेस से चुनाव जीतने वाले सुधाकर बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे.

के. गोपालैया (महालक्ष्मी लेआउट): आबकारी मंत्री के. गोपालैया बेंगलुरु के महालक्ष्मी लेआउट निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस से केशवमूर्ति एस. और जेडीएस से केसी राजन्ना चुनाव लड़े थे. 2013 और 2018 में जेडीएस से जीतने वाले गोपालैया ने बाद में पार्टी बदल ली थी.

शशिकला जोले (निप्पानी) : मंत्री शशिकला जोले बेलगावी जिले की निप्पानी सीट से चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस के पूर्व विधायक काकासाहेब पी. पाटिल उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं. 2008 में जोले ने पहले चुनाव का सामना किया और हार गईं. बाद में वह 2013 और 2018 के चुनावों में जीत हासिल करने में सफल रहीं. इस बार उनकी नजर हैट्रिक पर है.

एमटीबी नागराज (होसाकोटे): नगरपालिका प्रशासन मंत्री एमटीबी नागराज, जो वर्तमान में विधान परिषद के सदस्य हैं, होसाकोटे निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नागराज 2019 का उपचुनाव हार गए थे. इस चुनाव में कांग्रेस से निर्दलीय विधायक शरथ बच्चेगौड़ा चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं.

केसी नारायण गौड़ा (केआर पेटे): मंत्री केसी नारायण गौड़ा मांड्या के केआर पीट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. जेडीएस से 2013 और 2018 के चुनाव जीतने वाले नारायण गौड़ा भाजपा में शामिल हो गए थे. इस बार कांग्रेस से बीएल देवराज और जेडीएस से एचटी मंजू कड़ी टक्कर दे रहे हैं.

बीसी नागेश (तिप्टूर) : तुमकुरु जिले के तिप्टूर निर्वाचन क्षेत्र में प्राथमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश और कांग्रेस के के. शदाक्षरी के बीच मुकाबला है. 1999 में विधायक के रूप में चुनी गई शादाक्षरी 2008 से नागेश से प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही हैं. दोनों पिछले तीन चुनावों में एक-एक बार जीते हैं. शदाक्षरी इस बार जीत के लिए प्रतिबद्ध बताई जा रही हैं.

वी. सुनील कुमार (करकला) : उडुपी जिले की करकला सीट से मंत्री सुनील कुमार को कड़ी टक्कर मिल रही है. श्री राम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुथालिक सुनील कुमार के लिए एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं, जो 2004 के बाद से एक बार को छोड़कर तीन बार जीत चुके हैं. कांग्रेस से उदय शेट्टी मुनियाल भी मुकाबले में हैं. इस विशेष निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव नतीजे पर सभी की निगाहें टिकी हैं.

हलप्पा अचार (यलबुर्गी) : बाल एवं महिला विकास मंत्री हलप्पा अचार को भी कोप्पल जिले के यलबुर्गी निर्वाचन क्षेत्र में कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस से पूर्व मंत्री बसवराज रायरेड्डी मुकाबले में हैं और इस बार भी उन्होंने चुनाव जीतने के लिए काफी काम किया है. जेडीएस से कोनाना गौड़ा मल्लाना गौड़ा भी मुकाबले में हैं.

शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा (नवलगुंड): गन्ना मंत्री शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा ने धारवाड़ जिले की नवलगुंड सीट से चुनाव लड़ा. कांग्रेस के पूर्व विधायक एनएच कोना रेड्डी इस बार मुकाबले में हैं. 2013 में जेडीएस से जीते कोनारेड्डी को 2018 में मुनेनकोप्पा ने हराया था, इसलिए कोनारेड्डी ने इस बार कोई कसर नहीं छोड़ी है.

मुनिरत्न (आरआर नगर) : बेंगलुरु के आरआर नगर निर्वाचन क्षेत्र में बागवानी मंत्री मुनिरत्ना को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है. 2013 और 2018 में कांग्रेस से जीत हासिल करने वाले मुनिरत्ना फिर भाजपा में शामिल हो गए और उपचुनाव में जीत हासिल की. कहा जाता है कि दिवंगत आईएएस अधिकारी डीके रवि की पत्नी कुसुमा हनुमंतरायप्पा उन्हें कड़ी टक्कर दे रही हैं.

पढ़ें- Assembly elections 2023: इस बार कर्नाटक चुनाव में बागियों की फेहरिस्त है लंबी, कल खुलेगा भाग्य का पिटारा

बेंगलुरु: हावेरी जिले की शिगगांव विधानसभा सीट पर सीएम बसवराज बोम्मई और कांग्रेस प्रत्याशी यासिर अहमद खान पठान के बीच मुकाबला है. कांग्रेस ने शुरुआत में मोहम्मद यूसुफ को अपना उम्मीदवार घोषित किया था. बाद में इसने अचानक उम्मीदवार बदल दिया और यासिर अहमद खान पठान को टिकट दे दिया.

गोविंदा करजोला (मुधोल): सिंचाई मंत्री गोविंदा करजोला बागलकोट जिले की मुधोल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार आरबी थिम्मापुरा हैं. सतीश बंदिवादर भी कांग्रेस से टिकट के दावेदार थे, टिकट न मिलने के बाद वे बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

आर अशोक (पद्मनाभनगर - कनकपुरा): राजस्व मंत्री आर अशोक दो सीटों पद्मनाभनगर और कनकपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं. आलाकमान के निर्देशों के अनुसार वह पद्मनाभनगर निर्वाचन क्षेत्र के साथ केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार को कड़ी टक्कर देने के उद्देश्य से कनकपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं.

बी. श्रीरामुलु (बेल्लारी ग्रामीण): परिवहन मंत्री बी. श्रीरामुलु, जो पहले मोलाकलमुरू निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे, फिर से बेल्लारी ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस के बी. नागेंद्र उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

वी. सोमन्ना (चामराजनगर-वरुणा) : आवास मंत्री वी. सोमन्ना का निर्वाचन क्षेत्र इस बार बदला गया है. गोविंदराजा नगर के बजाय वह चामराजनगर और वरुणा में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. सोमन्ना चामराजनगर से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, हालांकि उन्हें पूर्व सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ कड़ी टक्कर देने के लिए वरुणा से आलाकमान ने टिकट दिया. सोमन्ना वरुणा में सिद्धारमैया और चामराजनगर में पुत्तरंगा शेट्टी से चुनाव मुकाबले में हैं. चामराजनगर में पुट्टारंगा शेट्टी की निगाहें कांग्रेस से हैट्रिक जीत पर हैं.

जेसी मधुस्वामी (चिक्कानायकनहल्ली): कानून और संसदीय मामलों के मंत्री जेसी मधुस्वामी तुमकुरु जिले के चिक्कानायकनहल्ली निर्वाचन क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से केएस किरणकुमार उनके प्रतिद्वंदी हैं. केएस किरणकुमार की नजर शुरू में बीजेपी के टिकट पर थी. जेडीएस से तीन बार पहले जीत चुके पूर्व विधायक सीबी सुरेश बाबू भी यहां मधुस्वामी के लिए चुनौती हैं.

अरागा ज्ञानेंद्र (तीर्थहल्ली): गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र और पूर्व कांग्रेस मंत्री किममाने रत्नाकर 1983 से अब तक तीर्थहल्ली (शिवमोगा जिला) में सीधे मुकाबले में हैं. अरागा ने लगातार 10 बार प्रतिस्पर्धा की है और पहले ही रिकॉर्ड बना लिया है. वह अब तक चार बार जीत चुके हैं और पांच बार हार का सामना करना पड़ा है. अगर वह इस बार जीतते हैं तो यह उनकी पांचवीं जीत होगी. पिछले ढाई दशकों से दोनों स्टारवॉल्ट्स के बीच सीधी प्रतिद्वंद्विता है.

सीएन अश्वथ नारायण (मल्लेश्वरम) : बेंगलुरु के मल्लेश्वरम निर्वाचन क्षेत्र में उच्च शिक्षा मंत्री सीएन अश्वथ नारायण और कांग्रेस के अनूप अयंगर के बीच मुकाबला है. जेडीएस से उत्कर्ष अखाड़े चुनाव मैदान में हैं.

सीसी पाटिल (नारगुंड) : पीडब्ल्यूडी मंत्री सीसी पाटिल गडग जिले की नारगुंड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस के बीआर यावगल उनके प्रतिद्वंद्वी हैं. यावगल इससे पहले इसी निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार जीत चुके हैं. सीसी पाटिल तीन बार जीत चुके हैं. दोनों के बीच सीधी टक्कर है.

प्रभु चव्हाण (औराड) : पशुपालन मंत्री प्रभु चव्हाण बीदर जिले की औराड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस से भीमसेन राव शिंदे और जेडीएस से जयसिंह वहां के अन्य दावेदार हैं.

मुरुगेश निरानी (बीलागी) : बागलकोट जिले की बीलागी सीट पर उद्योग मंत्री मुरुगेश निरानी और कांग्रेस के जेटी पाटिल के बीच सीधा मुकाबला है. इस निर्वाचन क्षेत्र में छह चुनावों से निरानी और पाटिल के बीच कड़ी टक्कर रही है, दोनों ने तीन-तीन बार जीत हासिल की है. देखना है कि इस बार कौन बाजी मारता है. हालांकि कांग्रेस के टिकट से वंचित अन्य नेता नाखुश हैं और कांग्रेस को नुकसान होने का डर है.

शिवराम हेब्बर (यल्लापुर) : उत्तर कन्नड़ जिले के यल्लापुर निर्वाचन क्षेत्र से श्रम मंत्री शिवराम हेब्बार इस बार कड़ी टक्कर का सामना कर रहे हैं. वह 2013 और 2018 में कांग्रेस से चुने गए और बाद में भाजपा में शामिल हो गए और उपचुनाव जीते. 2013 और 2018 दोनों चुनावों में भाजपा से चुनाव लड़ने वाले वीएस पाटिल हार गए. इस बार कांग्रेस से हेब्बार के खिलाफ वीएस पाटिल चुनाव लड़ रहे हैं. इसलिए सीधा मुकाबला है.

एसटी सोमशेखर (यशवंतपुर) : सहकारिता मंत्री मंत्री एसटी सोमशेखर एक बार फिर बेंगलुरु की यशवंतपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. जेडीएस से जवराई गौड़ा और कांग्रेस से एस. बलराज गौड़ा सीधे प्रतिस्पर्धी हैं. सोमशेखर जो 2013 और 2018 में दो बार कांग्रेस से जीते थे, 2019 के उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर जीते.

बीसी पाटिल (हिरेकेरूर) : हावेरी जिले की हिरेकेरूर विधानसभा सीट से कृषि मंत्री बीसी पाटिल को कड़ी टक्कर मिल रही है. भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक यू.बी. बांकर मुकाबले में हैं. दोनों के बीच जबरदस्त टक्कर है. 2004 से दोनों के बीच प्रतिद्वंद्विता चली आ रही है.

बैराती बसवराज (केआर पुरम): शहरी विकास मंत्री बैराती बसवराज बेंगलुरु के केआर पुरम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले वह दो बार कांग्रेस से जीते थे और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए. डीके मोहन इस बार कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे हैं.

डॉ. के. सुधाकर (चिक्काबल्लापुर) : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर चिक्काबल्लापुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस से प्रदीप ईश्वर उनके प्रतिद्वंद्वी हैं. 2013 और 2018 में कांग्रेस से चुनाव जीतने वाले सुधाकर बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे.

के. गोपालैया (महालक्ष्मी लेआउट): आबकारी मंत्री के. गोपालैया बेंगलुरु के महालक्ष्मी लेआउट निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस से केशवमूर्ति एस. और जेडीएस से केसी राजन्ना चुनाव लड़े थे. 2013 और 2018 में जेडीएस से जीतने वाले गोपालैया ने बाद में पार्टी बदल ली थी.

शशिकला जोले (निप्पानी) : मंत्री शशिकला जोले बेलगावी जिले की निप्पानी सीट से चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस के पूर्व विधायक काकासाहेब पी. पाटिल उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं. 2008 में जोले ने पहले चुनाव का सामना किया और हार गईं. बाद में वह 2013 और 2018 के चुनावों में जीत हासिल करने में सफल रहीं. इस बार उनकी नजर हैट्रिक पर है.

एमटीबी नागराज (होसाकोटे): नगरपालिका प्रशासन मंत्री एमटीबी नागराज, जो वर्तमान में विधान परिषद के सदस्य हैं, होसाकोटे निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नागराज 2019 का उपचुनाव हार गए थे. इस चुनाव में कांग्रेस से निर्दलीय विधायक शरथ बच्चेगौड़ा चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं.

केसी नारायण गौड़ा (केआर पेटे): मंत्री केसी नारायण गौड़ा मांड्या के केआर पीट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. जेडीएस से 2013 और 2018 के चुनाव जीतने वाले नारायण गौड़ा भाजपा में शामिल हो गए थे. इस बार कांग्रेस से बीएल देवराज और जेडीएस से एचटी मंजू कड़ी टक्कर दे रहे हैं.

बीसी नागेश (तिप्टूर) : तुमकुरु जिले के तिप्टूर निर्वाचन क्षेत्र में प्राथमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश और कांग्रेस के के. शदाक्षरी के बीच मुकाबला है. 1999 में विधायक के रूप में चुनी गई शादाक्षरी 2008 से नागेश से प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही हैं. दोनों पिछले तीन चुनावों में एक-एक बार जीते हैं. शदाक्षरी इस बार जीत के लिए प्रतिबद्ध बताई जा रही हैं.

वी. सुनील कुमार (करकला) : उडुपी जिले की करकला सीट से मंत्री सुनील कुमार को कड़ी टक्कर मिल रही है. श्री राम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुथालिक सुनील कुमार के लिए एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं, जो 2004 के बाद से एक बार को छोड़कर तीन बार जीत चुके हैं. कांग्रेस से उदय शेट्टी मुनियाल भी मुकाबले में हैं. इस विशेष निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव नतीजे पर सभी की निगाहें टिकी हैं.

हलप्पा अचार (यलबुर्गी) : बाल एवं महिला विकास मंत्री हलप्पा अचार को भी कोप्पल जिले के यलबुर्गी निर्वाचन क्षेत्र में कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस से पूर्व मंत्री बसवराज रायरेड्डी मुकाबले में हैं और इस बार भी उन्होंने चुनाव जीतने के लिए काफी काम किया है. जेडीएस से कोनाना गौड़ा मल्लाना गौड़ा भी मुकाबले में हैं.

शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा (नवलगुंड): गन्ना मंत्री शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा ने धारवाड़ जिले की नवलगुंड सीट से चुनाव लड़ा. कांग्रेस के पूर्व विधायक एनएच कोना रेड्डी इस बार मुकाबले में हैं. 2013 में जेडीएस से जीते कोनारेड्डी को 2018 में मुनेनकोप्पा ने हराया था, इसलिए कोनारेड्डी ने इस बार कोई कसर नहीं छोड़ी है.

मुनिरत्न (आरआर नगर) : बेंगलुरु के आरआर नगर निर्वाचन क्षेत्र में बागवानी मंत्री मुनिरत्ना को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है. 2013 और 2018 में कांग्रेस से जीत हासिल करने वाले मुनिरत्ना फिर भाजपा में शामिल हो गए और उपचुनाव में जीत हासिल की. कहा जाता है कि दिवंगत आईएएस अधिकारी डीके रवि की पत्नी कुसुमा हनुमंतरायप्पा उन्हें कड़ी टक्कर दे रही हैं.

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