बेंगलुरु: कर्नाटक में 10 मई को चुनाव होना है. इससे पहले टिकट बंटवारा, नामांकन की प्रक्रिया और नेताओं द्वारा पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है. सोमवार को पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया. इससे पहले लक्षमण सावदी भी भाजपा छोड़ चुके हैं. वह अथानी से चुनाव लड़ेंगे.
सावदी के बाद जगदीश शेट्टार भाजपा छोड़ने के लिए तैयार थे. हालांकि, पार्टी हाई कमांड ने उन्हें रोकने की खूब कोशिश की. इस क्रम में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पार्टी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, और सीएम बसवराज बोम्मई ने उनसे मुलाकात की. उन्हें कुछ ऑफर भी दिया गया. इसके बावजूद शेट्टार नहीं माने और उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
इस घटनाक्रम के बाद पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने मीडिया को ब्रीफ किया. उन्होंने कहा कि पार्टी ने सावदी और शेट्टार को पावर और स्टेटस दोनों दिया, और अब वे कांग्रेस पार्टी में जा रहे हैं. यह पार्टी के प्रति अक्षम्य अपराध है. उन्होंने कहा कि अब मैं पूरे राज्य में घुमूंगा और भाजपा को फिर से सत्ता में लाने के लिए प्रचार करूंगा. उन्होंने कहा कि हम उन दोनों नेताओं को एक्सपोज करेंगे.
जगदीश शेट्टार ने सोमवार को कांग्रेस की सदस्यता ले ली. रविवार को उन्होंने कांग्रेस नेताओं से बात की थी. वह हुबली धारवाड़ सेंट्रल से चुनाव लडे़ंगे. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि शेट्टार के आने से उत्तर कर्नाटक में कांग्रेस को मदद मिलेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जगदीश शेट्टार के कांग्रेस ज्वाइन करने से कांग्रेस मजबूत होगी, खासकर उत्तरी कर्नाटक में. वह वरिष्ठ नेता हैं और लिंगायत समाज से आते हैं. भाजपा अपने ही नेताओं का अपमान करती है.
वहीं भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए जगदीश शेट्टार ने कहा "मेरा भाजपा में अपमान हुआ है. मैं कांग्रेस के सिद्धान्त और विचारधारा से सहमत हूं. इसलिए मैं कांग्रेस में आया. यहां पर हर चीज अच्छी है."
शेट्टार के पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा नेता काफी चौकन्ने हो गए हैं. उन्होंने लिंगायत वोटों को छिटकने से बचाने के लिए अपनी कोशिश शुरू कर दी है. मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हुबली आ रहे हैं. उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को शेट्टार के साथ नहीं जाने की अपील की है. वह मशहूर लिंगायत मठों का भी दौरा करेंगे.
इस बीच मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विश्वास दिलाया है कि लिंगायत समुदाय के लोग पार्टी से नहीं छिटकेंगे.