कलाबुरगी (कर्नाटक) : पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने बजरंग दल संगठन पर प्रतिबंध लगाने की कांग्रेस पार्टी की नीति की निंदा की. विरोध स्वरूप उन्होंने यहां भाजपा कार्यालय में कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र की एक प्रति भी जलाई. वह गुरुवार को भाजपा जिला कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश विरोधी घोषणा पत्र के साथ चुनाव लड़ रही है. पीएफआई समर्थक कांग्रेस अब राष्ट्रवादी बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रही है.
बाद में बोलते हुए, ईश्वरप्पा ने कांग्रेस के घोषणापत्र को मुहम्मद अली जिन्ना का घोषणा पत्र बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह के राष्ट्र-विरोधी घोषणा पत्र को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रविरोधी कांग्रेस पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार जैसे जातिवादी लोग भी हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र 'हिन्दू बनाम मुस्लिम चुनाव' जैसा है. ईश्वरप्पा ने चुनौती दी कि कांग्रेस में दम है तो वह घोषणा करे कि उन्हें हिंदुओं का वोट नहीं चाहिए.
ईश्वरप्पा ने कहा कि हमें देशद्रोही मुसलमानों का वोट नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें देशभक्त मुसलमानों का वोट चाहिए. ईश्वरप्पा ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को भी नहीं पता कि पीएफआई इस देश में प्रतिबंधित संगठन है. पूर्व उपमुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पीएफआई नेताओं के खिलाफ 173 मामले वापस ले लिए हैं. देशद्रोही कृत्यों का समर्थन करने वाली कांग्रेस पार्टी को यह कहने का कोई अधिकार नहीं है कि 'संविधान पवित्र है'.
भाजपा सरकार ने पीएफआई पर इस आधार पर प्रतिबंध लगाया है कि यह एक देशद्रोही संगठन है. ईश्वरप्पा ने कहा कि हनुमान के पूछ में आग लगाने वाले की लंका जल कर राख हो गई थी उसी तरह इस बार बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कांग्रेस की हालत खराब हो जायेगी. ईश्वरप्पा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे सोनिया गांधी की कठपुतली बन गये हैं. उन्होंने कहा कि खड़गे सोनिया के कहने पर प्रधानमंत्री मोदी को बुरा भला बोल रहे हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया : घोषणा पत्र जलाने पर कलबुर्गी में प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बजरंग दल पर प्रतिबंध को मेनिफेस्टो ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष अपनी बात कह चुके हैं. उन्होंने कहा कि मेनिफेस्टो को जलाना गलत है. आप इसे पसंद करें या न करें, जलना सही नहीं है. ईश्वरप्पा ने हमारी पार्टी द्वारा लोगों को दी गई गारंटी जलाई है. यह लोगों का अपमान है. ईश्वरप्पा ने लोकतंत्र का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सहनशीलता रखनी चाहिए. हिंदू विरोधी होने के आरोपों पर खड़गे ने कहा कि यह उनका मुद्दा है, उनकी मान्यता अलग है, हमारी मान्यता अलग है.
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