कानपुर : यह मेरे शब्द नोट कर लीजिए. आने वाले 10 सालों में हर मंच पर महिलाएं ही नेृतत्व करती दिखेंगी. अब तो कृषि के क्षेत्र में भी महिलाओं ने अपना हुनर दिखाना शुरू कर दिया है. 62 में से 56 प्रतिशत पदक छात्राओं के नाम हैं. अभी जो मंच पर पुरुषों को बैठे देख रहे हैं, वहां आने वाले समय में महिलाएं ही होंगी. सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यह बातें चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) में आयोजित 25वें दीक्षांत समारोह में कहीं.
उन्होंने कहा, कि अभी तक मैं समझती थी कि केवल दूसरे विवि में ही छात्राएं छात्रों से बेहतर प्रदर्शन करती हैं. मगर यहां भी वही स्थिति है. राज्यपाल ने कहा कि अगर छात्र कृषि के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले उन्हें अपने खेतों में खेती करनी होगी. इससे उनके अंदर कृषि के गुर विकसित होंगे. कहा कि अब तो कृषि के क्षेत्र में भी करियर को लेकर अपार संभावनाएं मौजूद हैं.
कार्यक्रम में नुजीवीडू सीड्स लिमिटेड हैदराबाद के अध्यक्ष एवं मैनेजिंग डायरेक्टर मंंडवा प्रभाकर राव को मानद उपाधि दी गई. वहीं मुख्य अतिथि जीआर चिंताला, पूर्व अध्यक्ष नाबार्ड ने सभी पदक व उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कृषि निर्यात की काफी संभावनाएं हैं तथा कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी अधिक हैं. कार्यक्रम में कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, विधायक सुरेंद्र मैथानी, कुलपति डा. आनंद सिंह, डा. नौशाद खान, डा. खलील खान आदि मौजूद रहे.
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) का 25वां दीक्षांत समारोह शुरू हो चुका था. कुलपति डाॅ. आनंद सिंह मंच से छात्रों को शपथ दिला रहे थे. इसी दौरान राज्यपाल उठीं और बोलीं सॉरी टू से...मैं माफी मांगती हूं आपसे, मैं हस्तक्षेप कर रही हूं. कहा-जब से कार्यक्रम शुरू हुआ है तबसे कार्यक्रम में किसी तरह की गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है. राज्यपाल को नाराज देख दो मिनट के लिए दीक्षांत कार्यक्रम रुक गया और पूरे सभागार में सन्नाटा छा गया. बगल में बैठे कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख भी राज्यपाल का चेहरा देख कर दंग रह गए. राज्यपाल की नाराजगी देख मौजूद प्रोफेसरों की घिग्घी बंध गई. राज्यपाल ने कुलपति डाॅ. आनंद सिंह समेत छात्रों को भी फटकार लगाई. हालांकि, जब राज्यपाल ने माइक रखा, तब जाकर कार्यक्रम दोबारा शुरू किया गया.
450 से अधिक छात्रों को मिलीं डिग्रियां और मेडल : सीएसए के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हर छात्र को अपने जीवन में लक्ष्य जरूर तय करना चाहिए. इससे उन्हें किसी तरह का कभी कंफ्यूजन नहीं रहेगा. कार्यक्रम में 450 से अधिक छात्रों को डिग्रियां और मेडल दिए गए. इस मौके पर कुलपति डाॅ. आनंद सिंह, एचबीटीयू के कुलपति प्रो. शमसेर, सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय पाठक आदि मौजूद रहे.
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