उदयपुर. शहर में 28 जून को दिनदहाड़ कन्हैयालाल की निर्मम तरीके से हत्या (Kanhaiyalal murder case) कर दी गई. हत्यारों ने एक हंसते-खेलते परिवार की खुशियों पर ऐसा ग्रहण लगाया कि पूरा परिवार इस घटना के 2 महीने के बाद भी सदमे से उबर नहीं पाया है. कन्हैयालाल का परिवार आज भी इंसाफ की उम्मीद में एक-एक दिन काट रहा है. कन्हैयालाल के बेटे यश ने गुनहगारों को सजा मिलने तक नंगे पैर रहने का संकल्प (Son Yash resolved to remain barefoot) लिया है.
उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की निर्मम हत्या और उसके बाद वायरल हुए वीडियो को जिसने भी देखा और सुना हर किसी का मन क्रोध से भर गया. इस हत्याकांड की गूंज राजस्थान ही नहीं देश-विदेश में गूंजती रही. आज भी कन्हैयालाल हत्याकांड के सदमे से बाहर परिवार नहीं निकल पाया है. हर दिन अपने पिता को याद करते हुए यश अपने संकल्प को मजबूत किए हुए हैं. उनका कहना है कि जब तक गुनहगारों को सजा नहीं मिलती है तब तक वे नंगे पैर ही रहेंगे.
बेटे ने मुखाग्नि देते समय लिया संकल्पः कन्हैया लाल के बेटे यश ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि देने के साथ ही अपने मन में एक संकल्प लिया कि जब तक हत्यारों को फांसी की सजा नहीं होगी, तब तक वह चप्पल नहीं पहनेंगे. यश पिछले 2 महीने से नंगे पैर रहकर न्याय की आस लिए बैठा है. चिलचिलाती धूप में नंगे पैर रहकर एक बेटा घर से उदयपुर कलक्ट्रेट स्थित अपने ऑफिस पहुंचता है और नंगे पैर ही ऑफिस में काम करने के बाद वापस घर लौट जाता है. चप्पल नहीं पहनने के कारण तकलीफ का भी सामना करना पड़ता है. लेकिन यश के हौसले के आगे यह तकलीफ उसे डगमगा नहीं पाती है.
यश ने कहा कि जिन हत्यारों ने उनके सिर से पिता का साया छीना, उन गुनहगारों को जल्द सजा मिले. यश ने कहा कि हमारा पूरा परिवार यही चाहता है कि हमें न्याय मिले. चप्पल नहीं पहनना मेरे पिता से बढ़कर नहीं है. न्याय दिलाने के लिए अगर और भी कोई कदम उठाना पड़ेगा तो हम तैयार हैं. जिस दिन हत्यारों को फांसी की सजा मिलेगी. हमें उस दिन शांति मिलेगी. जिन लोगों ने हमारे पिता की दिनदहाड़े हत्या की उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता.
यह बोले नेता प्रतिपक्षः उदयपुर शहर विधायक और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने (Gulabchand kataria on Kanhaiyalal son resolution) कहा कि वे कन्हैया के बेटे यश से मुलाकात करेंगे. कटारिया ने कहा कि न्याय तो उन्हें कोर्ट ही देगा. लेकिन हत्यारों के खिलाफ जल्द चालान पेश हो और जल्द से जल्द सुनवाई की जाए इसको लेकर दबाव बनाया जाएगा. कटारिया ने कहा कि कन्हैया के बेटे यश से मिलकर उन्हें समझाइश की जाएगी की वे चप्पल पहनें. कोर्ट उनके पिता के गुनहगारों को सजा जरूर देगा.
सुबह टिफिन लेकर गए, दोपहर बाद आई हत्या की खबरः ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए यश ने बताया कि 28 जून के दिन दिनदहाड़े उनके पिता की बेरहमी से हत्या कर दी गई. 28 जून के दिन उनके पिता हंसी खुशी के माहौल में हर रोज की तरह अपनी दुकान के लिए टिफिन लेकर निकले थे. लेकिन दोपहर बाद उनके मोबाइल पर फोन आया कि उनके पिता की हत्या कर दी गई है. जैसे ही इस दिल दहला देने वाली घटना की सूचना मिली आनन-फानन में घर से दुकान पहुंचे. जहां खून से लथपथ शव पड़ा हुआ था. इस दिल दहला देने वाली घटना को देखकर अपने आप को संभाल पाना बड़ा मुश्किल था.
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इस तरह दिया वारदात को अंजामः दरअसल 28 जून को दिनदहाड़े कन्हैया लाल साहू की निर्मम तरीके से रियाज और गौस मोहम्मद ने मिलकर धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी. इस वारदात को अंजाम देने के साथ ही हत्यारों ने इस घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया जो कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ. खौफ एक ऐसी तस्वीर पेश करने की कोशिश की गई, जिसे देख हर कोई दहल उठा. 28 जून को कन्हैयालाल साहू अपनी दुकान पर थे. इसी दौरान आरोपी रियाज और गौश मोहम्मद उनके दुकान पर कस्टमर बनकर आए और कुर्ते का नाप देने के दौरान कन्हैया पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. इस वारदात को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए. जिन्हें बाद में पुलिस ने पकड़ लिया.
एनआईए कर रही कन्हैयालाल हत्याकांड की जांचः कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के मामले की जांच एनआईए (NIA investigating Kanhaiyalal murder case) कर रही है. एनआईए की टीम ने अब तक इस वारदात में शामिल 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड के मुख्य सरगना रियाज और गौस मोहम्मद जेल में है. इस पूरे मामले की एनआईए अलग-अलग पहलुओं पर जांच करने में जुटी हुई है.