ब्रह्मपुर : देश इस वक्त कोरोना वायरस की चपेट में है. लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए कई राज्यों में लॉकडाउन तो कई राज्यों में कर्फ्यू लगया गया है. बावजूद लोग न सिर्फ अपनी जान से खेल रहे हैं, बल्कि कोविड-19 प्रोटोकल की भी धज्जियां उड़ा रहे हैं. ऐसी ही तस्वीर ओडिशा के गंजाम जिले से सामने आई है, जिसमें सैकड़ों महिलाएं कोविड दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए कलशयात्रा में शामिल हुईं.
ये घटना सेरगड़ ब्लॉक अंतगर्त कृष्णाचाही गांव की है. इस गांव के लक्ष्मी नृसिंह मंदिर की स्थापना समारोह के लिए कलशयात्रा निकाली गई थी.
ये मामला तब सामने आया जब कलशयात्रा का वीडियो वायरल हुआ. ये तो सब जानते हैं कि इस वक्त फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण है. लेकिन इस वीडियो में महिलाओं ने न मास्क पहना है और ही किसी प्रकार की दूरी है.
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आयोजन की खबर पाकर भंजनगर सब-कलेक्टर गांव में पहुंचे और तुरंत ही इलाके में धारा 144 लागू करने के साथ मंदिर को सील कर दिया.
बता दें कि ओडिशा में लॉकडाउन लागू है. ऐसे वक्त में भी राज्य सरकार की ओर से शादी-विवाह या अंत्येष्टि कार्यों के लिए कुछ पाबंदियां लागू की गई हैं. शादी-विवाह में 50 लोग और अंत्येष्टि कार्यों में 20 लोगों को शामिल होने की अनुमति है. इन आयोजनों के लिए भी स्थानीय प्रशासन से अनुमति अनिवार्य है.
ऐसे में अब सवाल उठता है कि महिलाओं के इतने में बड़े आयोजन की प्रशासन को भनक भी क्यों नहीं लगी.
बता दें कि, गुजरात में कुछ इसी तरह से लोगों ने कोरोना प्रोटोकल की धज्जियां उड़ाने का साहस किया था. कोरोना से बचने के लिए लोगों ने कलशयात्रा निकाली. अपनी इस अंधविश्वास के चलते लोगों में न कोरोना का खौफ था और न जान की परवाह. इस घटना में प्रशासन ने 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था.