जहानाबाद : बिहार के जहानाबाद जिला पितांबरपुर निवासी किसलय शर्मा ने लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराकर जिले का नाम रोशन किया है. किसलय शर्मा पेशे से गणित के शिक्षक हैं. किसलय का गणित से इनका इस कदर लगाव है कि गणित के सवाल को हल करने के लिए 5067 फॉर्मूला संकलित कर लिम्का बुक में नाम दर्ज कराया है. हालांकि, लिम्का बुक द्वारा उन्हें मेल के माध्यम से अक्टूबर-नवंबर में नाम दर्ज होने की सूचना दे दी गई थी, लेकिन बीते तीन दिन पूर्व लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड ने उन्हें प्रमाणपत्र और बुक भेज दिया है. इसको लेकर किसलय शर्मा ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि कुछ कर गुजरने की तमन्ना ने उन्हें यहां लाकर पहुंचाया है. इस रिकॉर्ड से पूर्व में भी गोल्डन बुक में उनका नाम दर्ज हुआ था.
अगला लक्ष्य गिनीज बुक : उन्होंने कहा कि उनका अगला लक्ष्य गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में रिकॉर्ड दर्ज कराना है. इस खुशी को उन्होंने अपने छात्रों के साथ शेयर करते हुए केक काटकर सेलिब्रेट किया है. किसलय शर्मा के छात्रों ने कहा कि उन्हें काफी गर्व होता है कि ऐसे शिक्षक से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जिन्होंने लक्ष्य को पाने के लिए काफी मेहनत की है.
'महान गणितज्ञ वशिष्ट नारायण हैं आदर्श': साइंस कॉलेज पटना से पढ़ाई करने वाले किसलय बताते हैं कि कटेगरी डिसाइड करने में समय लगा, लेकिन मैथ्स के प्रति प्यार ने उनको वो पहचान दिलायी जिसकी उन्हें तलाश थी. महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण को अपना आदर्श मानने वाले किसलय ने सबसे ज्यादा मैथमेटिक्स फार्मूले बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड में अपना नाम दर्ज कराया है.
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5 साल की मेहनत लायी रंग : किसलय ने 5 साल की कड़ी मेहनत के बाद ये मुकाम हासिल किया है. किसलय ने फॉमूलों को गढ़ने के लिए 500-600 किताबें पढ़ीं. तब जाकर उन्हें यह सफलता मिली है. किसलय आज जहानाबाद में मैथ्स गुरु के नाम से जाने जाते हैं. वो एक कोचिंग चला रहे हैं जहां छात्रों को मैथमेटिक्स पढ़ा रहे हैं. किसलय 9वीं, 10वीं और आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए छात्रों को मैथ्स पढ़ाते हैं. इस उपलब्धि पर कोचिंग के छात्र भी फूले नहीं समा रहे.