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Lalan Singh: 'निशिकांत दुबे जी आप आए थे नीतीश कुमार के पास.. कहा था BJP तंग कर रही है, ज्वाइन करा लीजिए'

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मैं भी बता दूं कि आपने कहां पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और कैसे जेडीयू ज्वाइन कराने की गुहार लगाई थी.

जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह
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Published : Aug 9, 2023, 4:14 PM IST

Updated : Aug 9, 2023, 4:45 PM IST

जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह

नई दिल्ली: बिहार के मुंगेर से सांसद और जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि मणिपुर में हालात बेहद खराब हैं लेकिन सत्ता पक्ष को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. सदन में बीजेपी के सांसद बड़ी-बड़ी बातें कह रहे हैं लेकिन कोई मणिपुर का जिक्र तक नहीं कर रहे हैं. मुझे लगता है कि अगर स्थिति नहीं संभाली गई तो पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी हिंसा भड़क सकती है. इस मामले को हल्के में नहीं लेना चाहिए.

ये भी पढ़ें: Nishikant Dubey: 'JDU को सबसे ज्यादा फंड मैंने दिलाया, नीतीश कुमार से पूछ लें'

निशिकांत दुबे को ललन सिंह का जवाब: ललन सिंह ने कहा कि कल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया था कि जेडीयू को सबसे अधिक फंडिंग उन्होंने ही करवाई थी. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि किस कंपनी के बी-हाफ पर वह फंडिंग करते थे, ये भी उनको बताना चाहिए. जेडीयू अध्यक्ष ने निशिकांत दुबे पर हमला जारी रखते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि सरकार बनाने के लिए रामविलास पासवान के साथ उन्होंने ही मीटिंग करवाई थी. ऐसे में आज मैं भी बता दूं कि आप कहां गए थे. आप नीतीश कुमार जी के पास गए थे कि भाजपा वाले हमको बहुत तंग कर रहे हैं, ज्वाइन करा लीजिए.

"कल निशिकांत दुबे ने क्या कहा था कि जेडीयू को फंडिंग उन्होंने करवाया था. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वो इस बात का भी खुलासा करें कि किस कंपनी के बी-हाफ पर वह फंडिंग करते थे. उन्होंने कहा था कि सरकार बनाने के लिए रामविलास पासवान के साथ मीटिंग करवाई थी. मैं भी बता दूं कि आप कहां गए थे. आप नीतीश कुमार जी के पास गए थे कि भाजपा वाले हमको बहुत तंग कर रहे हैं, ज्वाइन करा लीजिए"- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू

पीएम मोदी और अमित शाह पर बोला हमला: ललन सिंह ने 2015 बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय जेडीयू-आरजेडी और कांग्रेस का गठबंधन था, तब अमित शाह ने 3 महीने बिहार में कैंप किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव में 43 आमसभा की थी, जोकि रिकॉर्ड है लेकिन जब नतीजे आए तो 52 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी सिमट गई. जब उनकी करारी हार हुई तो लालू यादव के परिवार पर छापा मरवाया. जिस वजह से हमारा गठबंधन टूट गया. तीन साल तक बैठे रहे लेकिन जब 2022 में फिर हमारी उनके साथ सरकार बनी तो फिर इन्होंने अपने तीनों तोतों को लगा दिया. कुछ भी कर लीजिए बिहार में सभी 40 सीटें हारेंगे आप.

रोजगार पर मोदी सरकार को घेरा: अपनी बात रखते हुए ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने से पहले लोगों को भरोसा दिलाया था कि जब उनकी सरकार बनेगी, हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी मिलेगी. उस चुनाव में बच्चों ने अपने माता-पिता से कहकर उनको वोट दिलाया लेकिन आज 9 साल बाद भी युवा बेरोजगार हैं. नौकरी के नाम पर युवाओं को अग्निवीर बना दिया गया है.

निशिकांत दुबे ने जेडीयू के लिए क्या कहा था?: दरअसल मंगलवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था, 'जेडीयू को सबसे अधिक फंड दिलाने वाले लोगों में से एक मैं भी हूं, फिर भी ये लोग हमारा विरोध करते हैं.' साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया कि जब 2005 में नीतीश कुमार को रामविलास पासवान के साथ की जरूरत थी, तब मेरे आवास पर दोनों नेताओं की मीटिंग करवाई गई थी. अगर जेडीयू सांसदों को यकीन ना हो तो नीतीश कुमार से पूछ लें.

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नई दिल्ली: बिहार के मुंगेर से सांसद और जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि मणिपुर में हालात बेहद खराब हैं लेकिन सत्ता पक्ष को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. सदन में बीजेपी के सांसद बड़ी-बड़ी बातें कह रहे हैं लेकिन कोई मणिपुर का जिक्र तक नहीं कर रहे हैं. मुझे लगता है कि अगर स्थिति नहीं संभाली गई तो पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी हिंसा भड़क सकती है. इस मामले को हल्के में नहीं लेना चाहिए.

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निशिकांत दुबे को ललन सिंह का जवाब: ललन सिंह ने कहा कि कल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया था कि जेडीयू को सबसे अधिक फंडिंग उन्होंने ही करवाई थी. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि किस कंपनी के बी-हाफ पर वह फंडिंग करते थे, ये भी उनको बताना चाहिए. जेडीयू अध्यक्ष ने निशिकांत दुबे पर हमला जारी रखते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि सरकार बनाने के लिए रामविलास पासवान के साथ उन्होंने ही मीटिंग करवाई थी. ऐसे में आज मैं भी बता दूं कि आप कहां गए थे. आप नीतीश कुमार जी के पास गए थे कि भाजपा वाले हमको बहुत तंग कर रहे हैं, ज्वाइन करा लीजिए.

"कल निशिकांत दुबे ने क्या कहा था कि जेडीयू को फंडिंग उन्होंने करवाया था. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वो इस बात का भी खुलासा करें कि किस कंपनी के बी-हाफ पर वह फंडिंग करते थे. उन्होंने कहा था कि सरकार बनाने के लिए रामविलास पासवान के साथ मीटिंग करवाई थी. मैं भी बता दूं कि आप कहां गए थे. आप नीतीश कुमार जी के पास गए थे कि भाजपा वाले हमको बहुत तंग कर रहे हैं, ज्वाइन करा लीजिए"- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू

पीएम मोदी और अमित शाह पर बोला हमला: ललन सिंह ने 2015 बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय जेडीयू-आरजेडी और कांग्रेस का गठबंधन था, तब अमित शाह ने 3 महीने बिहार में कैंप किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव में 43 आमसभा की थी, जोकि रिकॉर्ड है लेकिन जब नतीजे आए तो 52 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी सिमट गई. जब उनकी करारी हार हुई तो लालू यादव के परिवार पर छापा मरवाया. जिस वजह से हमारा गठबंधन टूट गया. तीन साल तक बैठे रहे लेकिन जब 2022 में फिर हमारी उनके साथ सरकार बनी तो फिर इन्होंने अपने तीनों तोतों को लगा दिया. कुछ भी कर लीजिए बिहार में सभी 40 सीटें हारेंगे आप.

रोजगार पर मोदी सरकार को घेरा: अपनी बात रखते हुए ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने से पहले लोगों को भरोसा दिलाया था कि जब उनकी सरकार बनेगी, हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी मिलेगी. उस चुनाव में बच्चों ने अपने माता-पिता से कहकर उनको वोट दिलाया लेकिन आज 9 साल बाद भी युवा बेरोजगार हैं. नौकरी के नाम पर युवाओं को अग्निवीर बना दिया गया है.

निशिकांत दुबे ने जेडीयू के लिए क्या कहा था?: दरअसल मंगलवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था, 'जेडीयू को सबसे अधिक फंड दिलाने वाले लोगों में से एक मैं भी हूं, फिर भी ये लोग हमारा विरोध करते हैं.' साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया कि जब 2005 में नीतीश कुमार को रामविलास पासवान के साथ की जरूरत थी, तब मेरे आवास पर दोनों नेताओं की मीटिंग करवाई गई थी. अगर जेडीयू सांसदों को यकीन ना हो तो नीतीश कुमार से पूछ लें.

Last Updated : Aug 9, 2023, 4:45 PM IST
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