Jawahar Lal Nehru Photo Removed from MP Assembly: एमपी में विधानसभा चुनाव 2023 में इस बार बीजेपी ने 163 सीट जीतकर प्रचंड जीत हासिल की, अब मध्य प्रदेश की विधानसभा में भी बीजेपी की ही गूंज सुनाई देगी. सोमवार को विधानसभा सत्र के पहले दिन सदन में विधायकों की शपथ हुई, लेकिन इस बार अध्यक्ष की आसंदी के पीछे दो तस्वीरों ने सबको चौंका दिया. दरअसल इसमें चौंकाने वाली तस्वीर डॉक्टर अंबेडकर की थी, इसके पहले अंबेडकर की मूर्ति की जगह देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू की हुआ करती थी, लेकिन जब सदन में विधायकों ने देखा तो पाया कि नेहरू जी को शिफ्ट कर दिया गया और उनकी जगह भीमराव अंबेडकर नजर आए.
कांग्रेस ने उठाई आपत्ति: सोमवार को विधानसभा में विधायक को को शपथ दिलाई गई. सभी विधायक सदन में पहुंचे, लेकिन कांग्रेस विधायक इस बात को लेकर नाराज है कि उनके नेता और पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू की फोटो हटा दी गई है. कांग्रेस का आरोप है कि सदन से प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटाई गई और देश के पहले प्रधानमंत्री का अपमान भाजपा ने किया गया है.
मीडिया उपाध्यक्ष अब्बास हफीज ने उठाई आपत्ति: कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज ने आपत्ति उठाते हुए हमला किया और कहा कि "इतिहास को मिटाने की कोशिश की जा रही है, विधानसभा में नेहरू जी की तस्वीर उसी जगह लगाई जाए, जहां पहले लगी थी. कांग्रेस इसे लेकर आज विधानसभा में प्रदर्शन करने वाली है, जिसमें तस्वीर को वहीं लगाए जाने की बात उठाई जाएगी. इसके अलावा नेहरू का अपमान भाजपा को भारी पड़ेगा."
बीजेपी ने पोस्टर को लेकर दी सफाई: बीजेपी ने नेहरू के फोटो नहीं लगाने पर अपनी सफाई दी है. बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि "कांग्रेस दलितों का अपमान हमेशा करती रही है, कांग्रेस ने सिर्फ उनको वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है. कांग्रेस हमेशा से ही अंबेडकर की विरोधी रही है, यही वजह है कि संविधान निर्माता की जब तस्वीर सदन में लगी तो कांग्रेस उसका विरोध कर रही है.
आज सदन में कांग्रेस विधायक जताएंगे आपत्ति: कांग्रेस विधायक आज मंगलवार को सदन में इस मुद्दे पर बीजेपी के नेताओं से आपत्ति दर्ज कराएंगे. वहीं यदि आज नेहरू की फोटो नहीं लगती तो आज विधानसभा में हंगामा भी हो सकता है.
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विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी के पीछे लगे दो फोटो: विधानसभा में अध्यक्ष की आसंदी के पीछे दो बड़े फोटो लगे हुए हैं, इन फोटो में पहले एक तरफ गांधी जी तो दूसरी तरफ नेहरू हुआ करते थे, लेकिन इस बार की विधानसभा का जब सत्र आहूत हुआ तो नेहरू हटा दिए गए और उनकी जगह डॉक्टर अंबेडकर की फोटो को लगा दिया गया.
संविधान के निर्माता भीमराव अंबेडकर: संविधान निर्माण के लिए ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन हुआ था, जिसके मुखिया अंबेडकर बनाए गए. उस वक्त नेहरू ने संविधान सभा के उद्देश्यों की एक रूपरेखा प्रस्तुत की, तब एक अन्य सदस्य जयकर ने राय दी कि किसी भी प्रस्ताव पर मुस्लिम लीग के प्रतिनिधि के बिना मतदान नहीं किया जा सकता. इस पर अंबेडकर ने भी पहली बार हस्तक्षेप करते हुए कहा अपनी राय दी, उनकी सलाह से बहुत सारे कांग्रेसी नेता प्रभावित हुए थे.