ETV Bharat / bharat

जम्मू-कश्मीर : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कुपवाड़ा में बंगस आवाम मेले का उद्घाटन किया

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lieutenant Governor Manoj Sinha) ने कुपवाड़ा जिले के बंगस घाटी में स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए बंगस आवाम मेले (ungus Awaam Mela) का उद्घाटन किया.

मनोज सिन्हा
मनोज सिन्हा
author img

By

Published : Aug 12, 2021, 5:26 AM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lieutenant Governor Manoj Sinha) ने बुधवार को कुपवाड़ा जिले के बंगस घाटी में स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए ग्रामीण खेलों, स्थानीय प्रदर्शनों और अन्य गतिविधियों की भव्य व्यवस्था के साथ बंगस आवाम मेले (ungus Awaam Mela) का उद्घाटन किया.

देशभक्ति के जोश और उत्साह को देखते हुए, उपराज्यपाल ने कहा कि स्थानीय आबादी के बीच उत्सव की भावना (spirit of celebration) उन सभी लोगों के लिए एक उचित प्रतिक्रिया है जो शांति और विकास के माहौल को खराब करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार विकास और कल्याणकारी योजनाओं (development and welfare schemes) के साथ कतार में अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए लगातार काम कर रही है.

मेले का उद्घाटन करते हुए, उपराज्यपाल ने महान क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस (freedom fighter Khudiram Bose) को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने अनगिनत अन्य लोगों को भी याद किया जिन्होंने देश की स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए बलिदान और अमूल्य योगदान दिया.

सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर जीवन के हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और प्रशासन एक स्थायी और समृद्ध केंद्र शासित प्रदेश के निर्माण के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है.

यह देखते हुए कि बंगस घाटी में क्षेत्र के संपूर्ण सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य (socio-economic landscape ) को बदलने की पर्यटन क्षमता है, उपराज्यपाल ने कहा कि यहां प्रशासन इस घाटी की अनछुई, अप्रयुक्त पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि बंगस घाटी की यात्रा की अनुमति में अब ढील दी गई है.

बंगस ​​घाटी को पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ बनाने के लिए, उपराज्यपाल ने वन और पर्यटन विभाग (Forests and Tourism Department) को इस क्षेत्र और केंद्र शासित प्रदेश के अन्य सभी प्रमुख सुंदर घास के मैदानों और घास के मैदानों के लिए व्यवहार्य पर्यावरण-पर्यटन योजना तैयार करने का निर्देश दिया.

पढ़ें - कर्नाटक वन विभाग ने पक्षियों की आवाजाही का अध्ययन करने का लिया निर्णय

सिन्हा ने कहा, 'पर्यावरण और विकास एक-दूसरे के पूरक हैं, हमें वैज्ञानिक तरीके से सुविधाएं मुहैया कराने को प्राथमिकता देनी होगी, खासकर उन जगहों पर जो पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में हैं.'

गर्मी के मौसम में वहां रहने वाली खानाबदोश आबादी की मांगों और मुद्दों को ध्यान में रखते हुए, उपराज्यपाल ने अन्य निर्देशों के साथ सभी 2,000 परिवारों को बिना किसी रुकावट के पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित करने के अलावा मौसमी आबादी के लिए पूर्व-निर्मित शौचालय स्थापित करने का निर्देश दिया.

जिला कुपवाड़ा में विकास परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, उपराज्यपाल ने कोविड महामारी के बावजूद सड़कों, शिक्षा, पानी और बिजली के क्षेत्रों में किए गए सराहनीय कार्यों की सराहना की.

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lieutenant Governor Manoj Sinha) ने बुधवार को कुपवाड़ा जिले के बंगस घाटी में स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए ग्रामीण खेलों, स्थानीय प्रदर्शनों और अन्य गतिविधियों की भव्य व्यवस्था के साथ बंगस आवाम मेले (ungus Awaam Mela) का उद्घाटन किया.

देशभक्ति के जोश और उत्साह को देखते हुए, उपराज्यपाल ने कहा कि स्थानीय आबादी के बीच उत्सव की भावना (spirit of celebration) उन सभी लोगों के लिए एक उचित प्रतिक्रिया है जो शांति और विकास के माहौल को खराब करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार विकास और कल्याणकारी योजनाओं (development and welfare schemes) के साथ कतार में अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए लगातार काम कर रही है.

मेले का उद्घाटन करते हुए, उपराज्यपाल ने महान क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस (freedom fighter Khudiram Bose) को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने अनगिनत अन्य लोगों को भी याद किया जिन्होंने देश की स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए बलिदान और अमूल्य योगदान दिया.

सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर जीवन के हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और प्रशासन एक स्थायी और समृद्ध केंद्र शासित प्रदेश के निर्माण के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है.

यह देखते हुए कि बंगस घाटी में क्षेत्र के संपूर्ण सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य (socio-economic landscape ) को बदलने की पर्यटन क्षमता है, उपराज्यपाल ने कहा कि यहां प्रशासन इस घाटी की अनछुई, अप्रयुक्त पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि बंगस घाटी की यात्रा की अनुमति में अब ढील दी गई है.

बंगस ​​घाटी को पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ बनाने के लिए, उपराज्यपाल ने वन और पर्यटन विभाग (Forests and Tourism Department) को इस क्षेत्र और केंद्र शासित प्रदेश के अन्य सभी प्रमुख सुंदर घास के मैदानों और घास के मैदानों के लिए व्यवहार्य पर्यावरण-पर्यटन योजना तैयार करने का निर्देश दिया.

पढ़ें - कर्नाटक वन विभाग ने पक्षियों की आवाजाही का अध्ययन करने का लिया निर्णय

सिन्हा ने कहा, 'पर्यावरण और विकास एक-दूसरे के पूरक हैं, हमें वैज्ञानिक तरीके से सुविधाएं मुहैया कराने को प्राथमिकता देनी होगी, खासकर उन जगहों पर जो पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में हैं.'

गर्मी के मौसम में वहां रहने वाली खानाबदोश आबादी की मांगों और मुद्दों को ध्यान में रखते हुए, उपराज्यपाल ने अन्य निर्देशों के साथ सभी 2,000 परिवारों को बिना किसी रुकावट के पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित करने के अलावा मौसमी आबादी के लिए पूर्व-निर्मित शौचालय स्थापित करने का निर्देश दिया.

जिला कुपवाड़ा में विकास परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, उपराज्यपाल ने कोविड महामारी के बावजूद सड़कों, शिक्षा, पानी और बिजली के क्षेत्रों में किए गए सराहनीय कार्यों की सराहना की.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.