श्रीनगर : जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के कुलगाम (Kulgam) में सेना का आतंकियों के साथ एनकाउंटर (Encounter) हुआ. सेना ने एनकाउंटर के दौरान दो से तीन आतंकियों को घेरकर पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया. सेना को ऐसे इनपुट मिले थे कि कुलगाम के हदिगाम इलाके में आतंकी छिपे हुए हैं. उसी इनपुट के आधार पर सेना की एक टुकड़ी वहां पहुंची और आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. बता दें, अब कुलगाम में एनकाउंटर अब समाप्त हो गया है.
वहीं, इससे पहले कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि 2 स्थानीय आतंकवादियों ने अपने माता-पिता और पुलिस की अपील पर आत्मसमर्पण कर दिया है. सेना ने उनके पास से संवेदनशील सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं.
जानकारी के मुताबिक, एनकाउंटर के समय दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई. सेना की रणनीति यह रही कि आतंकियों को भागने ना दिया जाए. इसी वजह से पूरे इलाके को चारों तरफ से घेरा गया. आतंकी कौन से संगठन के हैं, ये खबर लिखे जाने तक स्पष्ट नहीं हुआ था, लेकिन सेना का प्रयास रहा कि इन्हें जिंदा ही पकड़ लिया जाए जिससे इनसे और भी राज पता लगाए जा सके.
इधर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उन सुरक्षा बलों और दो आतंकवादियों के परिवार के सदस्यों की सराहना की, जिन्होंने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में एक मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए राजी किया. महबूबा ने कहा कि आतंकवाद में शामिल युवाओं को दूसरा मौका देने के लिए इस तरह के प्रयास जारी रहने चाहिए.
पीडीपी अध्यक्ष ने ट्वीट किया, 'उनके परिवारों के प्रयासों और सुरक्षा बलों द्वारा दिए गए समर्थन की बदौलत दो जिंदगियां बच गईं. इस तरह के प्रयासों को जारी रखा जाना चाहिए ताकि आतंकवाद में शामिल होने वाले युवाओं को अपना जीवन जीने का दूसरा मौका दिया जा सके.'
कुलगाम जिले के हादिगाम इलाके में बुधवार सुबह मुठभेड़ के दौरान दो स्थानीय आतंकवादियों ने उस समय अपने हथियार डाल दिए, जब उनके माता-पिता और पुलिस ने उनसे आत्मसमर्पण करने की अपील की.
बता दें कि पिछले महीने 29 जून को ही सुरक्षाबलों ने कुलगाम में दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था. उस समय आतंकियों के साथ सेना का एनकाउंटर अमरनाथ यात्रा के रूट से कुछ किलोमीटर दूर ही चला था. इस बार फिर कुलगाम में ही आतंकियों ने गोलीबारी की है. वैसे पिछले कुछ दिनों में सेना द्वारा कई आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है. जब से घाटी में टारगेट किलिंग का दौर फिर से शुरू हुआ है. जब से फिर कश्मीरी पंडित, सरपंच और बाहरी मजदूरों को निशाना बनाना शुरू किया है, सेना भी ऑपरेशन ऑल आउट के जरिए उनको मुंहतोड़ जवाब दे रही है. इस समय क्योंकि अमरनाथ यात्रा जारी है, ऐसे में सुरक्षाबलों की सक्रियता और ज्यादा बढ़ चुकी है.
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