देहरादून : राजधानी देहरादून के थाना प्रेम नगर इलाके में शिक्षा ग्रहण करने वाले एक कश्मीरी छात्र को जम्मू-कश्मीर पुलिस हिरासत में लेकर चली गई, लेकिन उत्तराखंड पुलिस को कानोंकान खबर तक नहीं है. बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के हत्थे चढ़े कश्मीरी छात्र के श्रीनगर (कश्मीर) में हो रहे टारगेट किलिंग से कनेक्शन हो सकते हैं.
इसी शक के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रेमनगर क्षेत्र से कश्मीरी छात्र को हिरासत में लिया है. छात्र को उसके साथी के साथ बीते गुरुवार को उत्तराखंड एसटीएफ ने श्रीनगर कश्मीर में हुए दो हत्याकांड और अन्य संदिग्ध अपराधिक गतिविधियों के आरोप में हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. हालांकि, 24 घंटे हिरासत में रखने के बावजूद पूछताछ में एसटीएफ को दोनों ही कश्मीरी छात्र से कोई खास जानकारी नहीं मिली, जिसके तहत उन पर किसी तरह का आरोप लगाया जा सके.
उत्तराखंड STF ने हिरासत में लिए दोनों कश्मीरी छात्रों से कश्मीर से लेकर देहरादून तक संदिग्ध गतिविधियों को लेकर भी सत्यापन जैसे मामले में पड़ताल की, लेकिन प्रारंभिक इन्वेस्टिगेशन में एसटीएफ के हाथ पुख्ता सबूत नहीं लगे. हालांकि, एसटीएफ के मुताबिक अभी कश्मीरी छात्रों से जुड़े मामले में आगे भी जांच पड़ताल जारी रहेगी.
उत्तराखंड STF एसएसपी अजय सिंह ने साफ तौर पर कहा कि इस कार्रवाई के बारे में उन्हें कोई खास जानकारी नहीं है. अजय सिंह के अनुसार जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस कार्रवाई को लेकर उनसे इस विषय में कोई संपर्क नहीं किया. ऐसे में किस वजह से पूछताछ और इन्वेस्टिगेशन के लिए कश्मीरी छात्र को ले जाया गया है, इसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है.
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जानकारी के मुताबिक, देहरादून के थाना प्रेमनगर और सेलाकुई में स्थित कई टेक्निकल शिक्षण संस्थानों में लगभग 5 से 6 हजार कश्मीरी छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं. वहीं, पूरे उत्तराखंड की बात करें तो 13 हजार से अधिक कश्मीरी छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
देहरादून के प्रेमनगर और सेलाकुई थाना क्षेत्र में बीते वर्षों में कश्मीरी छात्र छात्राओं की गतिविधियां संदिग्ध रही हैं. इतना ही नहीं बीते वर्षों में यहां कई छात्रों का कश्मीरी और पाकिस्तानी आतंकवादियों के संपर्क में होने की भी घटनाएं सामने आती रही हैं.