माले : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मालदीव के रक्षा बल के प्रमुख मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल को रविवार को औपचारिक रूप से तटीय रडार प्रणाली सौंप दीं. उन्होंने इसे भारत की सागर और पड़ोस पहले की नीतियों का बेहतरीन उदाहरण बताया. पहले से ही चालू तटीय रडार प्रणाली में 10 रडार स्टेशन हैं. यह प्रणाली मालदीव और पूरे क्षेत्र के लिए समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने में योगदान देगी. जयशंकर ने ट्वीट किया, मालदीव के रक्षा बल प्रमुख को विस्तारित तटीय रडार प्रणाली सौंपी. क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए विदेश मंत्रालय-नौसेना भागीदारी का उत्पाद. हमारी सागर और पड़ोस पहले की नीतियों का बेहतरीन उदाहरण है. हमारी विशेष भागीदारी की एक मजबूत अभिव्यक्ति है.
सागर या 'क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं वृद्धि' का मकसद क्षेत्र में महासागरों के सतत इस्तेमाल के लिए सहयोगात्मक कदम उठाना है. मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है और पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और मजबूती मिली है. बाद में शाम को जयशंकर ने मीधू पारिस्थितिकी-पर्यटन क्षेत्र का उद्घाटन किया. यह स्वास्थ्य, शिक्षा, मत्स्य पालन, पर्यटन, खेल, लैंगिक सशक्तिकरण और संस्कृति के विविध क्षेत्रों में मालदीव में भारत द्वारा लागू 20 परियोजनाओं में से एक है. विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, मीधू पारिस्थितिकी-पर्यटन क्षेत्र के उद्घाटन पर मेरे साथ आने के लिए अद्दू शहर से मेयर अली नजीर और विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद का शुक्रिया. यह पर्यटन को बढ़ावा देने और अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने पर एक साथ काम करने का व्यावहारिक उदाहरण है.
राष्ट्रपति सोलिह से मुलाकात
इससे पहले, विदेश मंत्री जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से अड्डू शहर में मुलाकात की और दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर चर्चा की. जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह द्वारा स्वागत किया जाना सम्मान की बात है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें व्यक्तिगत शुभकामनाएं दीं. दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर चर्चा की, जिसने उनके कार्यकाल में कई ठोस परिणाम दिए.
जयशंकर ने मालदीव के गृह मंत्री इमरान अब्दुल्ला के साथ भी उपयोगी बैठक की. उन्होंने ट्वीट किया, मालदीव के गृह मंत्री इमरान अब्दुल्ला के साथ उपयोगी बैठक हुई. कानून प्रवर्तन के क्षेत्र में क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण में सहयोग पर चर्चा की. भारत एवं मालदीव के बीच विशेष साझेदारी के प्रति उनके मजबूत समर्थन की सराहना करता हूं. जयशंकर ने कहा कि उन्हें राष्ट्रपति सोलिह के साथ 'नेशनल कॉलेज ऑफ पुलिस एंड लॉ एनफोर्समेंट' (एनसीपीएलई) के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का सौभाग्य मिला. उन्होंने कहा कि एनसीपीएलई कानून प्रवर्तन के लिए भारत के मजबूत समर्थन को रेखांकित करता है.
मालदीव में नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन
भारत ने रविवार को संयुक्त रूप से मालदीव में तैयार नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया. इस मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि नशे की लत स्वास्थ्य और सामाजिक मुद्दा है जिससे निपटने के लिए अवसंरचना और विज्ञान की जरूरत है लेकिन सबसे अधिक इलाज की समझ और करुणा की आवश्यकता है. जयशंकर ने यह टिप्पणी मालदीव के अड्डू शहर में बने विलुनु नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र का संयुक्त रूप से हुए उद्घाटन समारोह में शामिल होने के दौरान की. इस केंद्र की स्थापना करने के लिए भारत और मालदीव की सरकार ने संयुक्त रूप से वित्त पोषण किया है.
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उन्होंने कहा कि यह केंद्र 20 उच्च प्रभाव वाले समुदाय विकास परियोजनाओं में से पहला है जिन्हें पूरा किया जाना है. जयशंकर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान रणनीतिक चुनौतियों के बावजूद इस केंद्र को एक साल में तैयार किया गया है. उन्होंने कहा, मादक पदार्थ की तस्करी अपराध है और निश्चित तौर पर इसके प्रति शून्य बर्दाश्त होनी चाहिए लेकिन नशे की लत स्वास्थ्य और सामाजिक मुद्दा है और इसके लिए अवसंरचना और विज्ञान की जरूरत है लेकिन सबसे अधिक समझ और करुणा की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, नशा मुक्ति और पुनर्वास की प्रक्रिया के लिए अवसंरचना और प्रशिक्षित पेशेवरों की जरूरत है.मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि यह केंद्र 24 प्रशिक्षित कर्मियों के साथ कार्यरत है और अगले सप्ताह से 20 मरीजों के साथ पुनर्वास प्रक्रिया शुरू करेगा.
(पीटीआई-भाषा)