ऑकलैंड: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूजीलैंड की अपनी समक्ष नानाया महुता से गुरुवार को हुई 'उपयोगी' बातचीत के दौरान हिंद-प्रशांत और यूक्रेन संघर्ष जैसे अंतरराष्ट्रीय मामलों पर चर्चा की. यह विदेश मंत्री के रूप में जयशंकर की न्यूजीलैंड की पहली यात्रा है. जयशंकर ने बैठक के बाद ट्वीट किया कि न्यूजीलैंड की विदेश मंत्री नानाया महुता के साथ आज दोपहर गर्मजोशी से भरी उपयोगी वार्ता हुई. एक-दूसरे की परंपरा एवं संस्कृति का सम्मान करने वाले दोनों समाज बेहतर समकालीन संबंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
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Warm and productive talks with New Zealand Foreign Minister @NanaiaMahuta this afternoon.
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Two societies, respectful of tradition and culture are seeking to forge a more contemporary relationship. pic.twitter.com/8xdZLunxHF
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उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत और यूक्रेन संघर्ष जैसी अंतरराष्ट्रीय चिंताओं (के मुद्दों) पर विचारों के आदान-प्रदान की सराहना की. हम संयुक्त राष्ट्र और राष्ट्रमंडल सहित बहुपक्षीय मंचों पर एक साथ काम करने को महत्व देते हैं. भारत, अमेरिका और विश्व की कई अन्य शक्तियां हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों की पृष्ठभूमि में स्वतंत्र, खुले और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दे रही हैं.
चीन विवादित दक्षिण चीन सागर के लगभग पूरे हिस्से पर अपना दावा जताता है. हालांकि ताइवान, फिलीपीन, ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम भी इसके कुछ हिस्सों पर दावा करते हैं. बीजिंग ने दक्षिण चीन सागर में कई कृत्रिम द्वीप और सैन्य प्रतिष्ठान भी बनाए हैं. भारत ने यूक्रेन समस्या का वार्ता एवं कूटनीतिक माध्यम से समाधान करने की आवश्यकता पर कई बार बल दिया है. जयशंकर ने कोविड-19 से निपटने के लिए न्यूजीलैंड द्वारा किए गए उपायों से भारतीय छात्रों के प्रभावित होने के मामले को भी उठाया.
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उन्होंने न्यूजीलैंड में पढ़ाई करने के इच्छुक भारतीय छात्रों के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया तेज करने का आग्रह किया. पढ़ाई के लिए न्यूजीलैंड पहुंचने वाले विदेशी छात्रों की संख्या के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है. जयशंकर ने महुता के साथ अपनी बैठक के दौरान न्यूजीलैंड के सहायक विदेश मंत्री औपिटो विलियम सियो से भी मुलाकात की. उन्होंने ट्वीट किया कि विदेश मंत्री नानाया महुता के साथ बैठक के दौरान सहायक विदेश मंत्री औपिटो विलियम सियो से मिलकर खुशी हुई.
प्रशांत द्वीप को लेकर उनके नजरिये से लाभ मिला. जयशंकर बुधवार को न्यूजीलैंड पहुंचे थे. इस दौरा उन्होंने भारतीय मूल की मंत्री प्रियंका राधाकृष्णन से मुलाकात की थी और देश की कुछ प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत भी की थी. जयशंकर ने बुधवार को ट्वीट किया था कि आज ऑकलैंड में मंत्री प्रियंका से मिलकर अच्छा लगा. न्यूजीलैंड की प्रमुख हस्तियों के साथ संवाद सत्र आयोजित करने के लिए उनका आभार जताया. हम हमारे रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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राधाकृष्णन न्यूजीलैंड की सामुदायिक और स्वैच्छिक क्षेत्र, विविधता, समावेश और जातीय समुदाय एवं युवा मामलों की मंत्री हैं. वह न्यूजीलैंड में मंत्री बनने वाली भारतीय मूल की पहली व्यक्ति हैं. जयशंकर अपनी यात्रा के दौरान गुरुवार को न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न के साथ एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. उस देश में अभूतपूर्व योगदान देने एवं उपलब्धियां हासिल करने वाले भारतीय समुदाय के लोगों को सम्मानित किया जाएगा.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेता न्यूजीलैंड में भारत के आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम को प्रदर्शित करने वाले ‘इंडिया@75’ डाक टिकट को जारी करेंगे. जयशंकर ‘मोदी@20 : ड्रीम्स मीट डिलिवरी’ पुस्तक का विमोचन भी करेंगे. वह सिख समुदाय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष जुड़ाव को प्रदर्शित वाली पुस्तक ‘हार्टफेल्ट : द लिगेसी ऑफ फेथ’ का भी विमोचन करेंगे. जयशंकर कई अन्य मंत्रियों, सांसदों, कारोबारी समुदाय एवं भारतीय समुदाय के लोगों और छात्रों के साथ चर्चा भी करेंगे. मंत्रालय के अनुसार, जयशंकर वेलिंगटन में भारतीय उच्चायोग के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन भी करेंगे।जयशंकर न्यूजीलैंड एवं ऑस्ट्रेलिया की एक सप्ताह की यात्रा पर हैं.