उदयपुर. कन्हैयालाल हत्याकांड मामले पर कांग्रेस विचारक आचार्य प्रमोद और कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश आमने-सामने (Twitter War In Congress) हैं. सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ आचार्य का तल्ख अंदाज जयराम रमेश को खल गया है. दोनों का ट्विटर जंग टॉक ऑफ द टाउन बन गया है. दोनों ने एक दूसरे को टैग कर एक के बाद एक कई ट्वीट किए. जवाब सवाल का ये दौर ट्विटरेटी को रोमांचित कर रहा है. दोनों की अपनी अपनी फैन फॉलोइंग भी है तो इनके प्रशंसक भी भिड़ गए हैं.
ये है ताजा मामला: आचार्य प्रमोद ने बुधवार को एक ट्वीट के जरिए राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि - 'धमकी मिलने के बावजूद भी कन्हैया को सुरक्षा उपलब्ध क्यूं नहीं करायी? हत्यारों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी बराबर का दोषी है, SSP DIG के ख़िलाफ़ अभी तक कार्रवाई क्यूं नहीं की गयी ?', इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आचार्य प्रमोद को नसीहत दी. कहा- 'दूसरी बार लक्ष्मण रेखा पार करने से पहले एक बार तो सोचना चाहिए था, जो आपने लिखा है वो वैसे भी तथ्यों से बहुत परे है. इसके बाद जयराम रमेश को फिर जवाब दिया आचार्य प्रमोद ने, बोले- 'कन्हैया के लिये आवाज़ उठाना राष्ट्र धर्म है प्रभु, राष्ट्र धर्म का निर्वहन करने से किसी को रोकने की चेष्टा "राष्ट्र द्रोह" कहलाता है.
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बेरहमी और “बर्बरता” से “क़त्ल”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) June 29, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
किये गये कन्हैया के लिये आवाज़ उठाना राष्ट्र धर्म है प्रभु,और राष्ट्र धर्म का निर्वहन करने से किसी को रोकने की चेष्टा “राष्ट्र द्रोह”
कहलाता है. https://t.co/dDf2XJEi5I
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कहलाता है. https://t.co/dDf2XJEi5Iबेरहमी और “बर्बरता” से “क़त्ल”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) June 29, 2022
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कहलाता है. https://t.co/dDf2XJEi5I
दूसरी बार लक्ष्मण रेखा का जिक्र क्यों?: ज्यादा दिन नहीं बीते जब महाराष्ट्र प्रकरण को लेकर आचार्य प्रमोद ने एक ट्वीट किया था, जिस पर जयराम रमेश ने उनके कांग्रेस से ताल्लुक न होने की बात कही थी और उनके विचारों से राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के विचार अलग बताए थे.जयराम रमेश ने कहा था कि आचार्य प्रमोद के विचार पार्टी के नहीं है. गौरतलब है कि आचार्य प्रमोद को प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है और राजस्थान की कांग्रेस नेता सचिन पायलट के कट्टर समर्थकों में वे शुमार होते हैं. ऐसे में राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर वक्त वक्त पर भी अपने टि्वटर पोस्ट के जरिए सवाल खड़े करते रहे हैं. कांग्रेस के चिंतन शिविर में आचार्य प्रमोद प्रमोद उदयपुर आए थे. इस दौरान उन्होंने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर ईटीवी भारत से ही साथ बातचीत की थी.
आचार्य प्रमोद समर्थक हुए नाराज: आचार्य समर्थकों को जयराम रमेश की लक्ष्मण रेखा वाली बात रास नहीं आ रही है. नाराज हैं. दोनों की तनातनी को लेकर कांग्रेस दिग्गज को कोसा भी जाने लगा है. आचार्य प्रमोद समर्थक जयराम रमेश से ट्वीट के लिए माफी मंगवाना चाह रहे हैं. साथ ही राहुल गांधी को टैग कर आग्रह कर रहे हैं कि जयराम रमेश को पदमुक्त कर दिया जाए. आचार्य समर्थकों को उनकी सहानुभूति के लिए शुक्रिया भी अदा कर रहे हैं.