जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज (Netaji Subhash Chandra Bose Medical College) आवारा कुत्तों का अड्डा बन गया है. अब तो हालात ऐसे बन गए हैं कि यह कुत्ते मेडिकल कॉलेज के वार्ड में पहुंचकर मरीजों को घायल कर रहे हैं. शुक्रवार रात को एक बार फिर कुत्ते द्वारा हमला करने की घटना घटी. वार्ड में भर्ती मरीज को आवारा कुत्ते ने हमला कर घायल कर दिया. घटना के बाद मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि सिक्योरिटी गार्ड के होते हुए भी कुत्ते अस्पताल के अंदर कैसे जा रहे हैं. इन कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
सोते समय मरीज पर डॉग ने किया अटैक: इंसानों के वफादार कहलाने वाले कुत्तों ने अब भेड़ियों का रूप इख्तियार कर लिया है. कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में. जानकारी के मुताबिक, नयागांव एमपीईबी कॉलोनी निवासी 18 वर्षीय युवक प्रियंक 8 दिन पहले सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. इलाज के लिए परिजनों ने उसे मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 14 में भर्ती करवाया. शुक्रवार की रात जब वह अपने पलंग पर सो रहा था तभी अचानक ही आवारा डॉग वार्ड के भीतर घुस आया और उस पर हमला कर उसका हाथ चबा लिया.
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कंपाउंडर बन गया डॉक्टर: डॉग के काटने से प्रियंक दर्द से चीखता रहा. वार्ड ब्वाय ने जब उसे दर्द से कराहता देखा तो मलहम-पट्टी लाकर उसका इलाज कर दिया. काफी घंटे बाद डॉक्टर वार्ड में पहुंचे जिसके बाद पीड़ित युवक को दर्द का इंजेक्शन लगाया गया. बताया जा रहा है कि डॉग के द्वारा उंगली चबाने से युवक के हाथ से लगातार खून टपक रहा था और वह काफी दर्द में भी था. बता दें कि रेबीज एक जानलेवा बीमारी है जो कुत्तों के काटने से होती है. अगर समय पर इसका इलाज नहीं कराया जाए तो मनुष्य की जान जा सकती है. (Dog attacked patient in Jabalpur Medical College) (Questions raised on Medical College security) (Terror of dogs in Jabalpur Medical College)