चेन्नई: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) के छात्रों की ओर से नवाचार केंद्र (सीएफआई) के मंच पर वार्षिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसमें 70 से अधिक तकनीकी परियोजनाओं का प्रदर्शन किया गया. सीएफआई ओपन हाउस 2023 के इस प्रदर्शनी में 3डी प्रिंटिंग, एस्ट्रोनॉमी और एआई/एमएल से लेकर ड्रोन, ऑटोनॉमस व्हीकल, हाइपरलूप और टेक्नो-एंटरटेनमेंट तक विविध क्षेत्र में फैले इनोवेटिव प्रोजेक्ट शामिल किए गए. सीएफआई ओपन हाउस छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अनूठा अवसर प्रदान करता है.
इसके माध्यम से छात्रों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ वित्त पोषण प्राप्त करने में मदद मिलती है. अब तक, 100 से अधिक पेटेंट और कई छात्र-नेतृत्व वाले स्टार्ट-अप बनाए गए हैं. छात्रों को उनके नवाचारों पर बधाई देते हुए, आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने कहा, 'किसी भी देश के लिए प्रौद्योगिकी महाशक्ति बनने के लिए, उद्यमिता और नवाचार अत्यंत महत्वपूर्ण है. आईआईटी मद्रास सेंटर फॉर इनोवेशन (CFI) के माध्यम से इस प्रयास के लिए प्रतिबद्ध है. सीएफआई ओपन हाउस के दौरान छात्रों के द्वारा प्रदर्शित उनके प्रोजेक्ट भविष्य का उत्पाद हो सकता है.
इस वर्ष प्रदर्शित होने वाले नए उत्पादों में शामिल हैं: एक इलेक्ट्रिक पावर्ड फॉर्मूला रेस कार, विशुद्ध रूप से सौर ऊर्जा से चलने वाला इलेक्ट्रिक वाहन, एक मछली जैसा बायोमिमेटिक रोबोट जो मछली की नकल करता है. एक स्वायत्त समुद्र तट की सफाई करने वाला रोबोट जो समुद्र तट की प्राकृतिक सुंदरता को संरक्षित करते हुए कुशलतापूर्वक समुद्र तट की सतह से मलबे को हटाता है.
एक दस्ताना जो इमर्सिव वर्चुअल रियलिटी के लिए बल, तापमान और बनावट की अनुभूति प्रदान करता है. दुर्गम क्षेत्रों में वनीकरण के लिए एक ड्रोन है. सीएफआई छात्रों को उन परियोजनाओं पर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है जिनमें समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने की क्षमता है. छात्रों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए प्रो. प्रभु राजगोपाल ने कहा, 'सीएफआई आईआईटी मद्रास का एक राष्ट्रव्यापी अग्रणी शैक्षणिक निकाय है. इसकी स्थापना 15 साल पहले मुख्य रूप से आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्रों के फंड के माध्यम से छात्र नवाचार और 'लर्निंग बाय डूइंग' को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी.