उन्नाव : जिले के बांगरमऊ इलाके के एक मोहल्ले में कुछ मजदूर एक पुरानी हवेली की छत तोड़ रहे थे. इस दौरान पांच फीट लंबी एक सरिया काम में जुटे एक युवक के शरीर में घुसकर आर-पार हो गई. साथी मजदूरों ने किसी तरह उसे संभाला. इसके बाद चिकित्सक के पास ले गए. वहां सरिया काटकर छोटा किया गया. इसके बाद ऑपरेशन कर शरीर से सरिया बाहर निकाली गई. इसके बाद युवक की जान बच सकी. हादसे के बाद अस्पताल पहुंचने तक युवक असहनीय दर्द से परेशान होता रहा.
युवक के साथ काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि बांगरमऊ के मोहल्ला किला शाहजी में डॉ. अनूप अग्रवाल की एक पुरानी हवेली है. वर्तमान में डॉ. अनूप अग्रवाल लखनऊ में रहते हैं. करीब एक माह से इस जर्जर हवेली को तोड़ने का काम चल रहा है. शनिवार की सुबह थाना फतेहपुर 84 अंतर्गत ग्राम लबानी निवासी राजेन्द्र (35) पुत्र मोहन अपने साथ के छह मजदूरों के साथ हवेली के एक कमरे की छत तोड़ रहा था. इस दौरान संतुलन बिगड़ने पर राजेन्द्र आंगन में आड़ी-तिरछी खड़ी लोहे की सरियों पर जा गिरा.
इससे पांच फीट लंबी एक सरिया पीछे से उसके दोनों पैरों के बीच से होकर शरीर से आगे पेट के निचले हिस्से से आर-पार हो गई. चीख सुनकर आसपास के लोग भी जुट गए. मजदूरों ने किसी तरह राजेन्द्र को संभाला. असहनीय दर्द होने के कारण लगातार राजेन्द्र की हालत बिगड़ती जा रही थी. साथ के मजदूर उसका हौसला बढ़ाते रहे. घटना की जानकारी मिलने पर परिवार के लोग भी पहुंच गए. आनन फानन में राजेन्द्र को लखनऊ के एक निजी अस्पताल ले जाया गया. यहां चिकित्सकों ने करीब 5 फुट लंबी सरिया को पहले कटर से काटकर छोटा किया. इसके बाद ऑपरेशन कर सरिया के शरीर से बाहर किया. मजदूर राजेन्द्र की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है.
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