नई दिल्ली : भारत-रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास इंद्र- 2021 का 12वां संस्करण इस साल 1 से 13 अगस्त तक रूस के वोल्गोग्राड में आयोजित किया जाएगा. इसी अभ्यास के लिए सेंट पीटर्सबर्ग पहुंचे आईएनएस ताबर ने रुसी नौसेना के साथ 28-29 जुलाई को बाल्टिक सागर में अभ्यास किया है.
दरअसल, इस अभ्यास में अंतरराष्ट्रीय आतंकी समूहों के खिलाफ संयुक्त बल द्वारा संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के जनादेश के तहत आतंकवाद विरोधी अभियान चलाना शामिल होगा. इस अभ्यास में दोनों देशों के 250 कर्मी शामिल होंगे. भारतीय सेना की टुकड़ी, जिसमें एक मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री बटालियन शामिल थी, ने संयुक्त अभ्यास की तैयारी के लिए पूरे भारत में विभिन्न स्थानों पर कठोर प्रशिक्षण लिया है.
अभ्यास INDRA-21 दोनों सेनाओं के बीच आपसी विश्वास और अंतर-संचालन का निर्माण करेगा. साथ ही सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान की अनुमति देगा. यह अभ्यास सुरक्षा सहयोग बढ़ाने में एक और मील का पत्थर साबित होगा और भारत-रूस दोस्ती के लंबे समय से चले आ रहे बंधन को गहरा करने में योगदान देगा.
पहली बार त्रि-सेवा अभ्यास-INDRA 2017 19 से 29 अक्टूबर 2017 तक व्लादिवोस्तोक में हुआ था. फिर द्विपक्षीय रूसी-भारतीय नौसैनिक अभ्यास इंद्र नौसेना-2018 बंगाल की खाड़ी में आयोजित किया गया था. इसके बाद 8 से 19 दिसंबर 2019 तक भारत और रूस ने बबीना, पुणे और गोवा में INDRA 2019 संयुक्त त्रि-सेवा अभ्यास आयोजित किया.
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भारतीय सशस्त्र बलों और रूसी संघ के पूर्वी कमान के प्रतिनिधियों ने अभ्यास में भाग लिया. जिसका उद्देश्य क्षेत्र, समुद्री और उड़ान कौशल को बढ़ाने के साथ-साथ दोनों देशों के बीच सहयोग में सुधार करना था.