नई दिल्ली : भारतीय वायु सेना घरेलू एलसीए मार्क 1ए लड़ाकू विमान के लिए स्वदेशी जैमर पॉड विकसित करने की एक परियोजना पर काम कर रही है. वायु सेना अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा, 'आईएएफ के बेस रिपेयर डिपो को अपने लड़ाकू और परिवहन विमान और अन्य हथियार प्रणालियों के लिए आवश्यक उपकरणों को अपने देश में बनाने और आयात में कटौती करने का काम सौंपा गया है.'
इस बीच सोलर ग्रुप इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड के उपाध्यक्ष कर्नल विक्रम ने कहा कि मल्टीमोड हैंड ग्रेनेड पहला उत्पाद है जिसे किसी निजी उद्योग ने स्वदेशी रूप से निर्मित किया और आयुध कारखानों के अलावा भारतीय सेना को सौंपा. हमने पहले ही 10 लाख का निर्माण कर लिया है और इसे सफलतापूर्वक भारतीय सेना को सौंप दिया है. यह हैंड ग्रेनेड का बेहद सुरक्षित प्रोटोटाइप और उन्नत प्रोटोटाइप है.
इसमें सुरक्षा सुविधाएँ भी जोड़ी गई हैं. इसका प्रभाव पहले के एचई 36 (HE 36) हैंड ग्रेनेड की तुलना में बहुत अधिक है. अधिकारी ने कहा कि हम जल्द ही अगले ऑर्डर की उम्मीद कर रहे हैं. एलसीए एमके1ए (LCA Mk1A) स्वदेशी रूप से विकसित एलसीए एमके1 (LCA MK1) का एक उन्नत संस्करण है. इसमें सेल्फ प्रोटेक्शन जैमर जैसी अतिरिक्त सुविधाएं.
क्या है जैमर पॉड (jammer pod ) : यह एक विशेष उपकरण है. इसे लड़ाकू विमान द्वारा ले जाया जाता है. इस उकरण से उच्च शक्ति वाले रेडियो सिग्नल उत्सर्जित करके दुश्मन के राडार को जाम कर दिया. युद्ध के दौरान बचाव में बहुत कामयाब होता है. इससे दुश्मन के लड़ाकू विमान से बचकर उनपर हमला किया जा सकता है.