नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण दौर में स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रही और देश हमेशा उनका (Country will always be indebted to health care professionals) ऋणी रहेगा. मंडाविया ने सोमवार को यहां 'भारत स्वास्थ्य महोत्सव' को संबोधित करते हुए कहा, 'वे असली नायक हैं क्योंकि उन्होंने कोविड-19 के दौरान मरीजों को बचाने के लिए अपना स्वास्थ्य और जीवन खतरे में डाला. देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा. सभी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों का अमूल्य योगदान है.'
यह कार्यक्रम आजादी के बाद से भारत में 'पद्म पुरस्कार' विजेता डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में दिए योगदान और उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए आयोजित किया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आर एस शर्मा भी इस मौके पर मौजूद रहे.
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पुरस्कार के महत्व पर जोर देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री (union health minister) ने कहा, 'इस पुरस्कार को पाने वाले सभी लोगों ने संकल्प से लेकर उपलब्धि तक प्रयास किए हैं.' हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत की अनुसंधान क्षमता को समझा और भारत ने कोविड टीकों का उत्पादन शुरू कर दिया. हमारे सामूहिक प्रयासों से हम भारत को विश्व नेता और इस सदी में वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल का प्रतीक बना सकते हैं.'