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भारत ने चीन सीमा पर पिनाका, स्मर्च रॉकेट सिस्टम तैनात किया

भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर पिनाका और स्मर्च मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (Pinaka and Smerch Multiple Rocket Launcher Systems) तैनात किया है.

पिनाका
पिनाका
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Published : Oct 22, 2021, 7:37 PM IST

गुवाहाटी : भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर उत्पन्न होने वाले किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए चीन सीमा के पास आगे की स्थिति में पिनाका और स्मर्च मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (Pinaka and Smerch Multiple Rocket Launcher Systems) तैनात किया है.

पिनाका हथियार प्रणाली (Pinaka weapon system) एक स्वायत्त रॉकेट तोपखाने प्रणाली (autonomous rocket artillery system ) है जो समुद्र के स्तर पर 38 किमी तक के क्षेत्र के लक्ष्य को भेद सकती है.

पिनाका के छह लांचरों की एक बैटरी 44 सेकंड में 72 रॉकेटों का एक सैल्वो फायर (fire a salvo) कर सकती है, जिससे 1000 मीटर के क्षेत्र को 800 मीटर तक हमला किया जा सकता है.

हथियार प्रणालियों के बारे में बात करते हुए सीमा पर तैनात बैटरी को लेकर कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल सारथ (Lieutenant Colonel Sarath) ने बताया कि पिनाका हथियार प्रणाली रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation) द्वारा डिजाइन किया गया स्वदेशी मल्टी रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (multi rocket launcher system) है और यह पूरी तरह से स्वायत्त हथियार है. यह औसत समुद्र तल पर 38 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकता है.

भारत की मारक क्षमता के लिए पिनाका और स्मर्च ​​के लाभ के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि त्वरित प्रतिक्रिया (quick reaction time) और इन हथियार प्रणालियों की उच्च सटीकता बहुत ही कम समय में महत्वपूर्ण और समय पर दुश्मन के ठिकानों पर बहुत अधिक मात्रा में गोलाबारी करती है.

स्मर्च प्रणाली भारतीय सेना की सूची में सबसे लंबी दूरी की पारंपरिक रॉकेट प्रणाली है जिसकी अधिकतम सीमा 90 किमी है. चार लांचरों की एक बैटरी 40 सेकंड में 48 रॉकेटों का एक सैल्वो फायर कर सकती है, जो 1200 मीटर के क्षेत्र को बेअसर कर सकती है.

शस्त्र प्रणाली की विशेषताओं के बारे में बताते हुए, स्मर्च ​​के बैटरी कमांडर मेजर श्रीनाथ (commander of Smerch Major Srinath) ने कहा कि लॉन्चर भारतीय तोपखाने के शस्त्रागार (arsenal of Indian artillery) में एक बहुत ही शक्तिशाली हथियार है. हथियार 90 किलोमीटर की दूरी तक फायर कर सकता है.

पढ़ें - 1971 का युद्ध मानवता व लोकतंत्र की गरिमा के लिए लड़ा गया था: रक्षा मंत्री

10 गुणा 10 टाट्रा पर आधारित होने के कारण इसे किसी भी प्रकार के इलाके में गतिशीलता के साथ कोई समस्या नहीं है. क्लस्टर में 12 ट्यूब होते हैं और यह 40 सेकेंड में 12 रॉकेट दागता है.

पिनाक का नाम भगवान शिव के धनुष (bow of Lord Shiva) के नाम पर रखा गया है. इन दोनों हथियार प्रणालियों (पिनाका और स्मर्च) को क्षेत्र के लक्ष्यों के खिलाफ विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद जैसे उच्च विस्फोटक और सबमिशन को फायर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

पिनाका गोला बारूद प्रणाली (Pinaka ammunition system) का उन्नत संस्करण पहले से ही उत्पादन लाइन पर है और बेहतर सटीकता के साथ 75 किमी की सीमा तक फायर कर सकता है, जो मौजूदा क्षमता को कई गुना बढ़ाता है.

इन हथियार प्रणालियों की त्वरित प्रतिक्रिया और उच्च सटीकता बहुत ही कम समय के भीतर महत्वपूर्ण और समय के प्रति संवेदनशील दुश्मन लक्ष्यों के खिलाफ बड़ी मात्रा में आग की डिलीवरी सुनिश्चित करती है.

(एएनआई)

गुवाहाटी : भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर उत्पन्न होने वाले किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए चीन सीमा के पास आगे की स्थिति में पिनाका और स्मर्च मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (Pinaka and Smerch Multiple Rocket Launcher Systems) तैनात किया है.

पिनाका हथियार प्रणाली (Pinaka weapon system) एक स्वायत्त रॉकेट तोपखाने प्रणाली (autonomous rocket artillery system ) है जो समुद्र के स्तर पर 38 किमी तक के क्षेत्र के लक्ष्य को भेद सकती है.

पिनाका के छह लांचरों की एक बैटरी 44 सेकंड में 72 रॉकेटों का एक सैल्वो फायर (fire a salvo) कर सकती है, जिससे 1000 मीटर के क्षेत्र को 800 मीटर तक हमला किया जा सकता है.

हथियार प्रणालियों के बारे में बात करते हुए सीमा पर तैनात बैटरी को लेकर कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल सारथ (Lieutenant Colonel Sarath) ने बताया कि पिनाका हथियार प्रणाली रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation) द्वारा डिजाइन किया गया स्वदेशी मल्टी रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (multi rocket launcher system) है और यह पूरी तरह से स्वायत्त हथियार है. यह औसत समुद्र तल पर 38 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकता है.

भारत की मारक क्षमता के लिए पिनाका और स्मर्च ​​के लाभ के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि त्वरित प्रतिक्रिया (quick reaction time) और इन हथियार प्रणालियों की उच्च सटीकता बहुत ही कम समय में महत्वपूर्ण और समय पर दुश्मन के ठिकानों पर बहुत अधिक मात्रा में गोलाबारी करती है.

स्मर्च प्रणाली भारतीय सेना की सूची में सबसे लंबी दूरी की पारंपरिक रॉकेट प्रणाली है जिसकी अधिकतम सीमा 90 किमी है. चार लांचरों की एक बैटरी 40 सेकंड में 48 रॉकेटों का एक सैल्वो फायर कर सकती है, जो 1200 मीटर के क्षेत्र को बेअसर कर सकती है.

शस्त्र प्रणाली की विशेषताओं के बारे में बताते हुए, स्मर्च ​​के बैटरी कमांडर मेजर श्रीनाथ (commander of Smerch Major Srinath) ने कहा कि लॉन्चर भारतीय तोपखाने के शस्त्रागार (arsenal of Indian artillery) में एक बहुत ही शक्तिशाली हथियार है. हथियार 90 किलोमीटर की दूरी तक फायर कर सकता है.

पढ़ें - 1971 का युद्ध मानवता व लोकतंत्र की गरिमा के लिए लड़ा गया था: रक्षा मंत्री

10 गुणा 10 टाट्रा पर आधारित होने के कारण इसे किसी भी प्रकार के इलाके में गतिशीलता के साथ कोई समस्या नहीं है. क्लस्टर में 12 ट्यूब होते हैं और यह 40 सेकेंड में 12 रॉकेट दागता है.

पिनाक का नाम भगवान शिव के धनुष (bow of Lord Shiva) के नाम पर रखा गया है. इन दोनों हथियार प्रणालियों (पिनाका और स्मर्च) को क्षेत्र के लक्ष्यों के खिलाफ विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद जैसे उच्च विस्फोटक और सबमिशन को फायर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

पिनाका गोला बारूद प्रणाली (Pinaka ammunition system) का उन्नत संस्करण पहले से ही उत्पादन लाइन पर है और बेहतर सटीकता के साथ 75 किमी की सीमा तक फायर कर सकता है, जो मौजूदा क्षमता को कई गुना बढ़ाता है.

इन हथियार प्रणालियों की त्वरित प्रतिक्रिया और उच्च सटीकता बहुत ही कम समय के भीतर महत्वपूर्ण और समय के प्रति संवेदनशील दुश्मन लक्ष्यों के खिलाफ बड़ी मात्रा में आग की डिलीवरी सुनिश्चित करती है.

(एएनआई)

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