गलवान और तवांग में भारतीय सेना ने दिखाया पराक्रम: राजनाथ सिंह - भारत चीन सीमा संघर्ष रक्षा मंत्री
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भारत महाशक्ति बनना चाहता है और पूरी दुनिया के कल्याण के लिए काम करता है.
नई दिल्ली: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत महाशक्ति बनना चाहता है और पूरी दुनिया के कल्याण के लिए काम करता है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमारा कभी भी किसी अन्य देश का एक इंच जमीन पर कब्जा करने का इरादा नहीं होगा.' राष्ट्रीय राजधानी में फिक्की के वार्षिक सम्मेलन और एजीएम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हम दुनिया के कल्याण के लिए काम करने वाली महाशक्ति बनना चाहते हैं.'
राजनाथ सिंह ने कहा, 'प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने लाल किले से अपने संबोधन के दौरान देश को पांच प्रतिज्ञाओं के बारे में बताया, जो भारत को सुपर पावर बनाने के लिए आवश्यक हैं. यह नहीं माना जाना चाहिए कि हम किसी देश पर हावी होना चाहते हैं या हमारा कब्जा करने का इरादा है. यहां तक कि किसी अन्य देश की एक इंच जमीन भी.'
हाल ही में भारत-चीन सीमा संघर्ष पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, 'चाहे वह गलवान हो या तवांग, हमारे रक्षा बलों ने अपनी बहादुरी दिखाई है.' उन्होंने कहा, '1949 में चीन की जीडीपी भारत की तुलना में कम थी. 1980 तक, भारत शीर्ष 10 अर्थव्यवस्थाओं की सूची में भी नहीं था . वर्ष 2014 में भारत विश्व अर्थव्यवस्थाओं में 9वें स्थान पर था. आज भारत की अर्थव्यवस्था 3.5 ट्रिलियन डॉलर के करीब है. यह दुनिया में 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.' राजनाथ सिंह ने सस्टेनेबल एंड इनक्लूसिव, अमृतकाल पर भी बात की.