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इमरान के लॉन्ग मार्च पर पीएम शहबाज शरीफ का पहरा, पीटीआई नेताओं की गिरफ्तारी शुरू

इमरान खान ने बुधवार से पेशावर से इस्लामाबाद की ओर लॉन्ग मार्च करने का ऐलान किया है. पाकिस्तान में पूर्व इमरान खान के प्रस्तावित लॉन्ग मार्च के खिलाफ शहबाज शरीफ की सरकार ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है. पुलिस ने इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के नेताओं की धरपकड़ शुरू कर दी है.

Imran Khan long march
Imran Khan long march
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Published : May 24, 2022, 6:24 PM IST

इस्लामाबाद : पाकिस्तान की शहबाज शरीफ की सरकार ने इमरान खान के लॉन्ग मार्च को रोकने का फैसला किया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI के सदस्यों को राजधानी इस्लामाबाद की ओर बढ़ने से रोकने के लिए पूरे देश में कार्रवाई शुरू की गई है. पुलिस अधिकारियों ने पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में पीटीआई के सीनियर मेंबर के घरों पर छापेमारी शुरू कर दी है और पीटीआई के 600 से अधिक समर्थकों को हिरासत में ले लिया है. ये सभी इस्लामाबाद की ओर इमरान खान के लॉन्ग मार्च में शामिल होनेवाले थे.

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पीटीआई समर्थकों को गिरफ्तारी के बाद पार्टी के आला नेता अंडरग्राउंड हो गए हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लॉ एंड ऑर्डर मेनटेन करने के लिए एमपीओ कानून के तहत गिरफ्तारी की जा रही है. इस नियम के तहत किसी को भी कम से कम 90 दिनों की अवधि के लिए हिरासत में लिया जा सकता है. विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, सरकार ने एमपीओ के तहत गिरफ्तारी के लिए पीटीआई के कम से कम 350 सीनियर मेंबर की लिस्ट तैयार की है. यह लिस्ट सभी पुलिस स्टेशनों को भेज दी गई है. सीसीपीओ दफ्तर ने कार्रवाई करने की जिम्मेदारी संबंधित इलाकों के डीएसपी को सौंपी है और उन्हें कार्रवाई की निगरानी करने के लिए कहा गया. पुलिस की लिस्ट में पीटीआई के नेता बाबर अवान, अली नवीद भट्टी, जमशेद इकबाल चीमा, मलिक नदीम अब्बास, यासिर गिलानी, मियां असलम इकबाल, सादिया सोहेल, एजाज चौधरी, अकरम उस्मान, अकील सिद्दीकी, अमीर रियाज, मोहम्मद हैदर भी शामिल हैं.

दूसरी ओर, पंजाब स्टेट की सरकार ने पूरे राज्य में धारा 144 लागू करने और प्रांतीय राजधानी लाहौर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान रेंजर्स को बुलाने का फैसला किया है. संघीय सरकार ने यह भी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि राजधानी को सुरक्षित करने के लिए सभी उपाय किए जाएं, विशेष रूप से इसके रेड जोन, जहां राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री का घर, सर्वोच्च न्यायालय, आंतरिक मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, पीटीवी मुख्यालय और डिप्लोमैटिक एन्क्लेव स्थित हैं. रेड जोन और उसके आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है. रेड जोन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तानी सेना को बुलाने का भी फैसला किया है. पाकिस्तान की शहबाज सरकार के मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि हम इमरान खान को लॉन्ग मार्च के जरिये आम लोगों के जीवन को मुश्किल बनाने की अनुमति नहीं देंगे.

मंत्री ने कहा कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान की राजनीतिक पार्टी पीटीआई को एक हलफनामा देने के लिए कहा था, जिसमें यह आश्वासन मांगा गया था कि वे शांतिपूर्ण रहेंगे और इस्लामाबाद में श्रीनगर राजमार्ग से आगे नहीं बढ़ेंगे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. इससे इमरान खान की नीयत के बारे में पता चलता है. बता दें कि इमरान खान ने दावा किया कि वह बुधवार को पेशावर से इस्लामाबाद की ओर अपना लॉन्ग मार्च शुरू करेंगे. उन्होंने यह जल्द चुनाव कराने की मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है.

(आईएएनएस)

पढ़ें : आम पाकिस्तानी भारत का नहीं है दुश्मन : शरद पवार

इस्लामाबाद : पाकिस्तान की शहबाज शरीफ की सरकार ने इमरान खान के लॉन्ग मार्च को रोकने का फैसला किया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI के सदस्यों को राजधानी इस्लामाबाद की ओर बढ़ने से रोकने के लिए पूरे देश में कार्रवाई शुरू की गई है. पुलिस अधिकारियों ने पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में पीटीआई के सीनियर मेंबर के घरों पर छापेमारी शुरू कर दी है और पीटीआई के 600 से अधिक समर्थकों को हिरासत में ले लिया है. ये सभी इस्लामाबाद की ओर इमरान खान के लॉन्ग मार्च में शामिल होनेवाले थे.

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पीटीआई समर्थकों को गिरफ्तारी के बाद पार्टी के आला नेता अंडरग्राउंड हो गए हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लॉ एंड ऑर्डर मेनटेन करने के लिए एमपीओ कानून के तहत गिरफ्तारी की जा रही है. इस नियम के तहत किसी को भी कम से कम 90 दिनों की अवधि के लिए हिरासत में लिया जा सकता है. विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, सरकार ने एमपीओ के तहत गिरफ्तारी के लिए पीटीआई के कम से कम 350 सीनियर मेंबर की लिस्ट तैयार की है. यह लिस्ट सभी पुलिस स्टेशनों को भेज दी गई है. सीसीपीओ दफ्तर ने कार्रवाई करने की जिम्मेदारी संबंधित इलाकों के डीएसपी को सौंपी है और उन्हें कार्रवाई की निगरानी करने के लिए कहा गया. पुलिस की लिस्ट में पीटीआई के नेता बाबर अवान, अली नवीद भट्टी, जमशेद इकबाल चीमा, मलिक नदीम अब्बास, यासिर गिलानी, मियां असलम इकबाल, सादिया सोहेल, एजाज चौधरी, अकरम उस्मान, अकील सिद्दीकी, अमीर रियाज, मोहम्मद हैदर भी शामिल हैं.

दूसरी ओर, पंजाब स्टेट की सरकार ने पूरे राज्य में धारा 144 लागू करने और प्रांतीय राजधानी लाहौर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान रेंजर्स को बुलाने का फैसला किया है. संघीय सरकार ने यह भी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि राजधानी को सुरक्षित करने के लिए सभी उपाय किए जाएं, विशेष रूप से इसके रेड जोन, जहां राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री का घर, सर्वोच्च न्यायालय, आंतरिक मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, पीटीवी मुख्यालय और डिप्लोमैटिक एन्क्लेव स्थित हैं. रेड जोन और उसके आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है. रेड जोन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तानी सेना को बुलाने का भी फैसला किया है. पाकिस्तान की शहबाज सरकार के मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि हम इमरान खान को लॉन्ग मार्च के जरिये आम लोगों के जीवन को मुश्किल बनाने की अनुमति नहीं देंगे.

मंत्री ने कहा कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान की राजनीतिक पार्टी पीटीआई को एक हलफनामा देने के लिए कहा था, जिसमें यह आश्वासन मांगा गया था कि वे शांतिपूर्ण रहेंगे और इस्लामाबाद में श्रीनगर राजमार्ग से आगे नहीं बढ़ेंगे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. इससे इमरान खान की नीयत के बारे में पता चलता है. बता दें कि इमरान खान ने दावा किया कि वह बुधवार को पेशावर से इस्लामाबाद की ओर अपना लॉन्ग मार्च शुरू करेंगे. उन्होंने यह जल्द चुनाव कराने की मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है.

(आईएएनएस)

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