श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार का दावा है कि कश्मीर में हालात अनुकूल हैं, तो फिर कश्मीरी पंडितों को यहां से पलायन करने के लिए मजबूर क्यों होना पड़ रहा है. टारगेट किलिंग की घटनाओं के बाद न सिर्फ पीएम पैकेज के कर्मचारी कश्मीर छोड़कर चले गए हैं, बल्कि सालों से यहां रह रहे कश्मीरी पंडितों ने भी हालिया हत्याओं के चलते कश्मीर छोड़ दिया है.
इस बीच मौजूदा सरकार का खुला और झूठा दावा है कि यहां सब कुछ सामान्य है. ये बात उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान जाहिर की. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मौजूदा सरकार कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा मुहैया कराने और उन्हें यहां बेहतर तरीके से बसाने में नाकाम रही है. हालांकि, पूरे देश में यह प्रचार किया जा रहा है कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में स्थिति में सुधार हुआ है.
ये भी पढ़ें- Nadimarg Massacre 2003: नदीमर्ग हत्याकांड में फिर से सुनवाई शुरू करने का आदेश
लाखों पर्यटक कश्मीर का दौरा कर रहे हैं. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार पर्यटकों के गलत आंकड़े पेश कर देश को गुमराह कर रही है. दरअसल, पर्यटकों की संख्या 15 से 18 लाख के बीच होगी और इससे ज्यादा नहीं. लेकिन इसे बड़ी संख्या में पर्यटक बताकर नहीं थकते. उन्होंने कहा कि सरकार को इस शालीनता से बाहर निकलकर कश्मीर की जमीनी हकीकत को समझना होगा और समस्या के समाधान के लिए काम करना होगा और नाराज युवाओं को मुख्यधारा में लाना होगा. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम भी सरकार का समर्थन करेंगे और नेशनल कांफ्रेंस एक ऐसी पार्टी है जिसने हमेशा यहां सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण माहौल बनाने की कोशिश की है.