नई दिल्ली : भारतीय वायु सेना ने हाल ही में ब्रह्मोस मिसाइल के सतह से सतह पर मार करने वाले संस्करण का सटीक-स्ट्राइक लॉन्च किया, जिसने सभी मिशन मापदंडों को पूरा करते हुए 'बुल्स आई' को मार गिराया. यह परीक्षण पूर्वी समुद्री तट द्वीपसमूह के पास किया गया. ब्रह्मोस मिसाइल भारतीय वायु सेना को समुद्र या जमीन पर किसी भी लक्ष्य पर दिन या रात और सभी मौसम की स्थिति में सटीक सटीकता के साथ बड़ी स्टैंड-ऑफ रेंज से हमला करने की बहुप्रतीक्षित क्षमता प्रदान करती है.
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Indian defence forces, including the Indian Air Force, carried out four trials of the BrahMos supersonic cruise missiles in the last two days. The extended-range missiles hit their targets successfully with precision: Defence officials pic.twitter.com/qAdzEkP2qE
— ANI (@ANI) October 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) October 11, 2023Indian defence forces, including the Indian Air Force, carried out four trials of the BrahMos supersonic cruise missiles in the last two days. The extended-range missiles hit their targets successfully with precision: Defence officials pic.twitter.com/qAdzEkP2qE
— ANI (@ANI) October 11, 2023
भारतीय वायु सेना ने अब सतह से सतह पर मार करने वाली अपनी ब्रहोस मिसाइल की रेंज को 450 किलोमीटर तक कर दिया है. इससे चीन के अलावा पाकिस्तान के कई शहर इसकी रेंज में होंगे. इस मिसाइल की लंबाई 28 फीट होने के साथ ही इसका वजन 3 हजार किलोग्राम तक है. इतना ही नहीं इस मिसाइल में 200 किलो तक परमाणु हथियार को भी लगाया जा सकता है.
बता दें कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को पूर्ण रूप से भारत में विकसित किया गया है. इतना ही नहीं इसमें रैमजेट इंजन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे अधिक घातक होने के साथ ही गति और सटीकता देता है. साथ ही यह मिसाइल हवा में भी रास्ता परिवर्तित करने में सक्षम है. वहीं इसके द्वारा आसानी से चलते-फिरते टारगेट को भी निशाना बनाया जा सकता है.
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