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IAF की और बढ़ेगी पावर, एलसीए मार्क 1ए के लिए किया करार, मिग-21 लड़ाकू विमान होंगे बंद

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By PTI

Published : Oct 3, 2023, 1:47 PM IST

Updated : Oct 3, 2023, 6:56 PM IST

वायुसेना में जल्द ही एलसीए मार्क 1ए शामिल करने वाला है. एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बताया कि वायुसेना में 97 विमानों की जरूरत है. इसे लेकर करार भी किया गया है.

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नई दिल्ली : वायुसेना अतिरिक्त 97 हल्के लड़ाकू विमान तेजस मार्क 1ए खरीदने की योजना को आगे बढ़ा रही है. एयर चीफ मार्शल चौधरी ने वायुसेना दिवस से पहले मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में बताया, "हमने 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक करार किया है. हम इनमें से और 97 विमान की जरूरत हैं, जिसके बाद हमारे पास 180 विमान हो जाएंगे. उन्होंने आगे बताया, "साल 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान का संचालन बंद कर उसकी जगह एलसीए तेजस को लाया जाएगा. एक या दो महीने में, पहले एक मिग-21 स्क्वाड्रन का संचालन शुरू होगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा. भारतीय वायु सेना के विमानों ने कई लंबी दूरी के कई मिशन को अंजाम दिया है, जिसमें राफेल और अन्य विमान शामिल हैं. खासतौर पर राफेल और अन्य विमानों ने दूर-दराज के इलाकों में उड़ान भरकर मिशन को सफल बनाया है."

  • We would stop flying the MiG-21 fighter aircraft would be stopped by 2025 and would be replaced by the LCA Tejas. In another month or so, one MiG-21 squadron would be number played and the last one after that: Indian Air Force chief Air Chief Marshal VR Chaudhari pic.twitter.com/Lx90u6TGRo

    — ANI (@ANI) October 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एयर चीफ मार्शल ने कहा कि वायुसेना अगले सात-आठ साल में ढाई-तीन लाख करोड़ रुपये के मिलिट्री प्लेटफॉर्म, उपकरण एवं हार्डवेयर शामिल करने पर विचार कर रही है. वायुसेना खासकर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हालात पर लगातार नजर रख रही है. उन्होंने कहा कि एक सवाल के जवाब में कहा कि वायुसेना को एस-400 मिसाइल प्रणाली की तीन इकाइयां प्राप्त हुई हैं और शेष दो इकाइयां अगले वर्ष तक मिल जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि अनिश्चित भू-राजनीतिक स्थिति मजबूत सेना की आवश्यकता को फिर से रेखांकित कर रही है और वायुसेना क्षेत्र में भारत की सैन्य ताकत दिखाने का आधार बनी रहेगी.

  • We are constantly monitoring the situation across borders through intelligence, Surveillance and Reconnaissance. Our operational plans are dynamic and change as per developing situations. In places where cannot counter adversaries in terms of numbers, we will counter it through… pic.twitter.com/z80JUpQX3C

    — ANI (@ANI) October 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें : भारतीय वायुसेना चार से 14 सितंबर तक व्यापक युद्धाभ्यास करेगी

वायुसेना प्रमुख चौधरी ने कहा कि हमने अग्निपथ योजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने युद्ध और अभियानों के दौरान अपने संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए थलसेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं का एकीकरण करने संबंधी परियोजना के संबंध में कहा कि यह काम प्रगति पर है.

नई दिल्ली : वायुसेना अतिरिक्त 97 हल्के लड़ाकू विमान तेजस मार्क 1ए खरीदने की योजना को आगे बढ़ा रही है. एयर चीफ मार्शल चौधरी ने वायुसेना दिवस से पहले मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में बताया, "हमने 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक करार किया है. हम इनमें से और 97 विमान की जरूरत हैं, जिसके बाद हमारे पास 180 विमान हो जाएंगे. उन्होंने आगे बताया, "साल 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान का संचालन बंद कर उसकी जगह एलसीए तेजस को लाया जाएगा. एक या दो महीने में, पहले एक मिग-21 स्क्वाड्रन का संचालन शुरू होगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा. भारतीय वायु सेना के विमानों ने कई लंबी दूरी के कई मिशन को अंजाम दिया है, जिसमें राफेल और अन्य विमान शामिल हैं. खासतौर पर राफेल और अन्य विमानों ने दूर-दराज के इलाकों में उड़ान भरकर मिशन को सफल बनाया है."

  • We would stop flying the MiG-21 fighter aircraft would be stopped by 2025 and would be replaced by the LCA Tejas. In another month or so, one MiG-21 squadron would be number played and the last one after that: Indian Air Force chief Air Chief Marshal VR Chaudhari pic.twitter.com/Lx90u6TGRo

    — ANI (@ANI) October 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एयर चीफ मार्शल ने कहा कि वायुसेना अगले सात-आठ साल में ढाई-तीन लाख करोड़ रुपये के मिलिट्री प्लेटफॉर्म, उपकरण एवं हार्डवेयर शामिल करने पर विचार कर रही है. वायुसेना खासकर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हालात पर लगातार नजर रख रही है. उन्होंने कहा कि एक सवाल के जवाब में कहा कि वायुसेना को एस-400 मिसाइल प्रणाली की तीन इकाइयां प्राप्त हुई हैं और शेष दो इकाइयां अगले वर्ष तक मिल जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि अनिश्चित भू-राजनीतिक स्थिति मजबूत सेना की आवश्यकता को फिर से रेखांकित कर रही है और वायुसेना क्षेत्र में भारत की सैन्य ताकत दिखाने का आधार बनी रहेगी.

  • We are constantly monitoring the situation across borders through intelligence, Surveillance and Reconnaissance. Our operational plans are dynamic and change as per developing situations. In places where cannot counter adversaries in terms of numbers, we will counter it through… pic.twitter.com/z80JUpQX3C

    — ANI (@ANI) October 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें : भारतीय वायुसेना चार से 14 सितंबर तक व्यापक युद्धाभ्यास करेगी

वायुसेना प्रमुख चौधरी ने कहा कि हमने अग्निपथ योजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने युद्ध और अभियानों के दौरान अपने संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए थलसेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं का एकीकरण करने संबंधी परियोजना के संबंध में कहा कि यह काम प्रगति पर है.

Last Updated : Oct 3, 2023, 6:56 PM IST
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