नई दिल्ली: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ब्लॉक की नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए एक साथ बैठने से एक दिन पहले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उन्हें किसी के साथ समझौता करने में कोई समस्या नहीं है. अगर सामने वाले पक्ष को कोई दिक्कत न हो.
बनर्जी से जब पश्चिम बंगाल-टीएमसी-कांग्रेस-वामपंथी में लोकसभा चुनाव से पहले तीन-तरफ़ा गठबंधन की किसी संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि 'कल अच्छा मौका है. हालांकि सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला आना इतना आसान नहीं है. मैं बंगाल में कांग्रेस के साथ चर्चा के लिए तैयार हूं. हम हर समय कुछ न कुछ नया सीखते हैं. मानसिक रूप से आपको तैयार रहना होगा. मैं किसी के भी साथ चल सकती हूं. हालांकि, अगर किसी को कोई समस्या है तो मैं दवा नहीं दे सकती. आओ मिलकर चलें.'
टीएमसी सुप्रीमो द्वारा दिया गया बयान इस तथ्य के बाद महत्वपूर्ण हो जाता है कि वामपंथी दल विशेष रूप से सीपीआई (एम) पहले ही टीएमसी के साथ अपने मतभेदों की बात कह चुके हैं. I.N.D.I.A ब्लॉक गठबंधन के संभावित प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा कि चुनाव के बाद सब कुछ तय हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि 'I.N.D.I.A ब्लॉक के सभी गठबंधनों से मिले बिना, मैं किसी भी चीज़ पर टिप्पणी नहीं कर सकती. हमें सब कुछ एक साथ करना चाहिए. हमें मिलकर लड़ना होगा. हमें आपस में कोई फूट नहीं डालनी चाहिए. अम्ब्रेला (I.N.D.I.A ब्लॉक) के नेता एकजुट हैं, जनता भी एकजुट होगी.'
यह कहते हुए कि वह I.N.D.I.A गठबंधन से नाराज नहीं हैं, बनर्जी ने कहा, 'मैं किसी भी पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए तैयार हूं. हमें एक साथ आने की जरूरत है. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा नेता मायावती की I.N.D.I.A ब्लॉक में मौजूदगी का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा कि अगर वह इच्छुक होंगी तो आएंगी. बनर्जी ने कहा, 'उनके कुछ मुद्दे हो सकते हैं, इसलिए मायावती I.N.D.I.A गठबंधन के साथ नहीं आएंगी.'
टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां एजेंसियों के दबाव में हैं. उन्होंने कहा कि 'वे (केंद्र सरकार) कई लोगों पर दबाव डाल रहे हैं. मीडिया घरानों पर भी दबाव है. मैं अपनी आखिरी सांस तक लड़ूंगी.'
यह कहते हुए कि उन्हें भाजपा के किसी विशेष नेता से कोई समस्या नहीं है, बनर्जी ने कहा, 'मुझे भाजपा से कोई व्यक्तिगत समस्या नहीं है. मुझे एक वैचारिक समस्या है. पुराने नेता पार्टी (बीजेपी) छोड़ रहे हैं. अरुण जेटली, सुषमा स्वराज अच्छे नेता थे. जैसे, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी. मैंने वाजपेयी के साथ भी काम किया.'
बनर्जी ने कहा, 'टीएमसी आगामी चुनाव में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी. बंगाल में हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे. 3 दिसंबर के नतीजे के बाद हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा 200 का आंकड़ा भी पार न कर सके. हिंदी बेल्ट में बीजेपी मजबूत नहीं है, हम (विपक्ष) कमजोर हैं.'
संसद से सांसदों के निलंबन का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा, 'वे निलंबित क्यों कर रहे हैं, जब उन्हें लगता है कि उनके पास विधेयक पारित करने के लिए संख्या है. वे (बीजेपी और सत्तारूढ़ दल) डरे हुए हैं. अगर वे सभी को सस्पेंड कर देंगे तो जनता की आवाज कौन उठाएगा. उन्हें सदन को निलंबित करने दीजिए और लोकतंत्र का मज़ाक उड़ाने दीजिए.'
यह कहते हुए कि उनकी पार्टी निष्कासित सांसद मोहुआ मोइत्रा का समर्थन करना जारी रखेगी, बनर्जी ने कहा, 'उनका निष्कासन बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उसे आवाज उठाने की इजाजत नहीं थी. यदि आप भाजपा सदस्य हैं, तो आप एक अच्छे इंसान हैं. यदि आप भाजपाई नहीं हैं, तो सबसे पहले आपको खुद को साफ करने के लिए वॉशिंग मशीन में जाना होगा.' जद (यू) नेता नीतीश कुमार की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा कि वह हिंदी बेल्ट या बंगाली बेल्ट के बीच भेदभाव नहीं करती हैं.